देश में बीते कुछ दिनों से अशांति का माहौल है जिसका मुख्य कारण है, त्रिपुरा से लेकर महाराष्ट्र तक आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं का होना। इस मामले की शुरुआत त्रिपुरा से हुई , जहां पर कुछ दिनों पहले उत्तरी त्रिपुरा के धर्मनगर में संघर्ष के बाद सांप्रदायिक अशांति देखी गई थी। विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के सुरक्षा की मांग को लेकर एक मार्च निकाला था।
महाराष्ट्र के तीन शहरों में सांप्रदायिक अशांति और पथराव की घटनाएं सामने आईं है
मार्च का नेतृत्व विहिप नेता पूर्ण चंद्र मंडल ने किया। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार धर्मनगर के रोवा गांव में जुलूस के पहुंचने पर हिंसा एवं पथराव के बाद स्थिति और खराब हो गई। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया कि प्रदर्शनकारियों ने एक मस्जिद को निशाना बनाया और अल्पसंख्यक समुदाय की संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया, हालांकि, पुलिस ने स्पष्ट किया कि किसी भी मस्जिद पर कोई हमला नहीं हुआ है।
इस घटना के तुरंत बाद त्रिपुरा सरकार ने दावा किया था कि निहित स्वार्थों वाले एक बाहरी समूह ने राज्य में अशांति पैदा करने के लिए प्रशासन के खिलाफ षड्यंत्र रचा और सोशल मीडिया पर जलती हुई मस्जिद की नकली तस्वीरें पोस्ट करके इसकी छवि खराब की। इस घटना का दयनीय असर अब महाराष्ट्र में भी दिखने लगा है, जहां पर महाराष्ट्र के तीन शहरों मालेगांव, अमरावती और नांदेड़ में बीते शुक्रवार को सांप्रदायिक अशांति और पथराव की घटनाएं सामने आईं है।
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भीड़ पिछले महीने त्रिपुरा में हुई सांप्रदायिक अशांति का विरोध कर रही थी
खबरों के अनुसार, कुछ मुस्लिम समूहों ने इन तीन जगहों पर रैलियां निकाली थीं। एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, अमरावती में जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर आठ हजार से अधिक लोग अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ अत्याचारों को समाप्त करने की मांग को लेकर एक ज्ञापन देने के लिए एकत्र हुए। अधिकारी के अनुरूप, जब लोग ज्ञापन सौंपकर जा रहे थे तब चित्रा चौक और कॉटन मार्केट के बीच तीन जगहों पर पथराव हुआ। एक रिपोर्ट के अनुसार, भीड़ पिछले महीने त्रिपुरा में हुई सांप्रदायिक अशांति का विरोध कर रही थी।
इस रैली को मुख्यतः कट्टरपंथी इस्लामी संगठन रजा अकादमी की नांदेड़ शाखा ने शुरू किया था। घटना के अनुरूप कुछ युवक आवासीय इलाकों की ओर जा रहे थे तभी पुलिस ने उन्हें रोका, जिसके बाद युवकों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। कुछ दुकानों को खुला देखकर इस्लामी संगठनों के लोगों ने भी पथराव किया। इसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया।नांदेड़ के पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार शेवाले ने कहा कि घटना शहर में 3-4 स्थानों पर हुई है।
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भाजपा ने उठाया मुद्दा
इस घटना के बाद महाराष्ट्र की उद्धव सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है और इस घटना को लेकर उद्धव सरकार भाजपा और आम जनता के नज़र में आ गई है। इस घटना को मीडिया के एक तबके ने अपने खास एजेंडा के चलते ज्यादा भाव नहीं दिया, जो स्वाभिविक थाl महाराष्ट्र में शुक्रवार को हुई पथराव की घटना के सन्दर्भ में नांदेड़ पुलिस ने अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है और 25 से अधिक लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया है। वहीं एक रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामवादी रज़ा अकादमी ने मुंबई के कई मुस्लिम इलाकों और उपनगरों में बंद का आह्वान किया था, जिसमें भिंडी बाजार, मोहम्मद अली रोड, कुर्ला के साथ-साथ ठाणे में मुंब्रा और भिवंडी शामिल हैं।
इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए भाजपा नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार को स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। अमरावती में स्थिति को देखते हुए धारा 144 लगा दी गई हैl