Solvin Cold Drops for baby information in Hindi
जैसे जैसे सर्दी बढ़ती जाती है वैसे वैसे प्रत्येक माता – पिता अपने बच्चों को लेकर परेशान नजर आने लगते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि मौसम में होने वाले बदलाव से बच्चों को सर्दी-जुकाम और कफ जैसी बीमारी जकड़ने लगती है। बच्चों का इयूनसिस्टम कमजोर होता है। अक्सर हम देखते हैं कि सर्दी – जुकाम को हम साधारण सी बीमारी समझते हैं। हम इस बीमारी के प्रति लापरवाह हो जाते हैं। जो बाद में कई बड़ी दिक्कत पैदी करती हैं। आज के इस लेख में हम सोल्विन कोल्ड ड्रॉप्स के बारें में कुछ जरूरी तथ्य ( solvin Cold Drops for baby information in Hindi) आपके साथ साझा करने जा रहे है जिनका आप खास तौर पर ख्याल रखे।
जुकाम की शुरुआत नाक से होती है। नाक का बहना,गले में खराश इसका मुख्य कारण है। लेकिन बाद में इसका असर हम धीरे-धीरे पूरे शरीर में देखने लगते है। खांसी, बदन दर्द ,बुखार ये सभी लक्षण इसके बाद ही शुरू होते हैं।
Also Read: Sold meaning in Hindi with examples
बच्चों को है सर्दी – जुकाम तो करें ये उपाय मिलेगा आराम
आज विज्ञान ने बहुत तरक्की कर ली है।मनुष्य की हर बिमारी का ईलाज आज उसने पा लिया है पर पुराने समय में बीमारियों का ईलाज घरेलू नुस्खे से किया जाता था और वह कारगार साबित भी होती थी। ठीक वैसे ही तुलसी या अदरक की चाय, अदरक के रस में शहद की 2- 3 बूंदें मिलाकर लेने से सर्दी-जुकाम का ईलाज किया जाता था।
हल्दी,काली मिर्च,अदरक,लौंग का काड़ा बनाकर दिया जाता था। इससे राहत भी मिलती थी पर बच्चें इसे लेने से कतराते थे।वहीं आज मनुष्य इतना व्यस्त हो गया है की अपना कुछ समय बचाने के लिए वह घरेलु उपायों को छोड़ डॉक्टर से मिलने वाली अंग्रेजी दवाओं की और भागता है जिससे वह जल्दि ठीक हो सके। लेकिन अंग्रेजी दवाओं के ज्यादा और अधिकतर इस्तेमाल से बच्चों की सेहत बिगड़ भी सकती है। इसलिए हमें सावधानियां बरतनी चाहिए और ध्यान रखना चाहिए की बच्चों को दवाई डॉक्टर की देख रेख में रखकर ही दी जाए।
बच्चों को कफ एंड कोल्ड की दवा देते समय हम कुछ बाते भूल जाते हैं जो लापरवाही का एक बहुत बड़ा कारण है इसलिए हमें कुछ बातों को जरुर ध्यान में रखनी चाहिए.
और पढ़े: नींबू के रस का पीएच मान कितना होता है? Lemon Ph Value in Hindi
Solvin Cold Drops for baby general information in Hindi
1. दवा देते समय या खरीदते समय यह सुनिक्ष्चित कर लेना चाहिए की दवा एक्सपायरीडेट से बाहर तो नहीं है। अक्सर जल्दबाजी में हम बिना देखे बच्चों को दवा दे देते है जो एक बहुत बड़ी गलती है।
2. यदि बच्चों को आप कफ सिरफ दे रहें हैं तो जितने एमएल ड़ोस उनकी उम्र के हिसाब से लिखा है उतना ही दे ज्यादा अतरिक्त डोस न दें।
3. सभी दवा निर्देशों का पालन करें। यदि कोई खुराक 6 घंटे बाद लिखी है तो 6 घंटे बाद ही दें।
4. यदि दवा देने के बाद भी कोई असर नहीं दिखता है तो डॉक्टर की सलाह लें।
5. बच्चों को रुमाल दें साथ ही उसके बदन को अच्छे से ढक कर रखें।
6. दवा की खुराक देने के लिए मापने वाले चम्मच या कप का ही प्रयोग करें जोकि दवा के साथ आते हैं. या फिर उन दवाओं को मापने के लिए विशेष रूप से बनाये गये बर्तन का ही प्रयोग करें.
और पढ़े: Brahma Muhurta and Law of Attraction Benefit in Hindi
7. हमेशा ध्यान रखें कि कभी भी 20 साल से कम उम्र के बच्चों को एस्पिरिन या एस्पिरिन युक्त दवा नहीं दे. इसके अलावा बच्चों को कभी भी नींद लाने के लिए एंटीथिस्टेमाइंस युक्त दवाएं नहीं देना चाहिये. ऐसा करना बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.
अक्सर हम देखते हैं कि बच्चे हमेशा अपने बड़ो को देख कर ही सीखते है। इसलिए बड़ों को यह ध्यान रखना चाहिए की वह कुछ भी करें बच्चों को ध्यान में रखकर ही करें इसलिए बच्चों को हमेशा बताना चाहिए की खाने से पहले हाथ को साबुन से धोना चाहिए, हमेशा हरी सब्जियां और पोष्टीक आहार खाएं,खांसते और छींकते समय मुंह पर हाथ या रुमाल रखना चाहिए,घर में साफ सफाई रखें , संक्रमण से बचाव के लिए बच्चों को टीका लगवाएं, संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए बच्चे को अन्य लोगों के संपर्क में आने से बचाए.
आशा करते है कि बच्चों के लिए सोल्विन कोल्ड ड्रॉप्स ( Solvin Cold Drops for baby information in Hindi) से जुडी जानकारी आपको पंसंद आई होगी।