पेंग शुआई प्रकरण के बाद अब WTA ने चीन में सभी महिला टेनिस टूर्नामेंटों को निलंबित कर दिया है

असली काम तो ये लोग कर रहे हैं!

पेंग शुआई

Source- Google

महिला टेनिस संघ (WTA) ने बुधवार को पूर्व युगल विश्व नंबर एक पेंग शुआई के मामले तथा अन्य खिलाड़ियों की सुरक्षा के बारे में चिंताओं के कारण चीन में होने वाले सभी टूर्नामेंट को तत्काल स्थगित करने की घोषणा की। चीन WTA के लिए सबसे बड़े बाज़ारों में से एक है, इसके बावजूद इस संगठन ने चीन में होने वाले अपने सभी टूर्नामेंट को स्थगित कर दिया। टूर्नामेंट के स्थगन से होने वाले आर्थिक नुकसान हो देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि WTA द्वारा उठाया गया यह कदम साहस से परिपूर्ण था। WTA के इस फैसले की नोवाक जोकोविच और मार्टिना नवरातिलोवा जैसे टेनिस जगत के कई प्रमुख हस्तियों ने सराहना की है।

WTA के मुख्य कार्यकारी स्टीव साइमन ने एक बयान में कहा, “मुझे नहीं पता कि कैसे मैं अपने एथलीटों को वहां खेलने के लिए कह सकता हूं, जब पेंग शुआई को स्वतंत्र रूप से संवाद करने की अनुमति नहीं है और यौन उत्पीड़न के आरोपों का खंडन करने के लिए उन पर दबाव डाला गया है।” उन्होंने आगे कहा, “यदि हम 2022 में चीन में कार्यक्रम आयोजित करते हैं, तब वर्तमान स्थिति को देखते हुए, मैं उन जोखिमों के बारे में भी बहुत चिंतित हूं जिसका हमारे सभी खिलाड़ियों और कर्मचारियों को सामना करना पड़ सकता है।”

दूसरी ओर चीन की ओर से लगातार यही कहा जा रहा है कि “कुछ लोग” पेंग शुआई मुद्दे पर “राजनीतिकरण” कर चीन को बदनाम कर रहे हैं। हालांकि, नवंबर के मध्य में पेंग अपने दोस्तों के साथ रात्रिभोज में और बीजिंग में बच्चों के टेनिस टूर्नामेंट में दिखाई दी थी। खिलाड़ी की उस और वीडियो को चीनी मीडिया द्वारा फैलाया गया था, जिससे चीन की बदनामी न हो।

और पढ़े: ‘Net Zero Emissions’ पर दादागिरी कर रहे पश्चिमी देशों की पीएम मोदी ने लगाई जबरदस्त क्लास

WTA ने शुआई मामले में पारदर्शी जांच के आह्वान को दोहराया

यही नहीं, चीन ने 21 नवंबर को आईओसी के अध्यक्ष थॉमस बाख से पेंग शुआई की 30 मिनट की वीडियो कॉल भी आयोजित कराई थी। उस दौरान पेंग ने बताया था कि वो सुरक्षित हैं। चीन के इन प्रोपेगेंडे के बावजूद WTA के अध्यक्ष स्टीव साइमन ने कहा कि चीन में टूर्नामेंट को स्थगित करने के निर्णय को WTA बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का पूरा समर्थन था।

उन्होंने कहा, “अब हम जानते हैं कि पेंग कहां है, मुझे संदेह है कि वह स्वतंत्र, सुरक्षित हैं और सेंसरशिप, ज़बरदस्ती और धमकी के अधीन नहीं हैWTA इस बारे में स्पष्ट है कि यहां क्या आवश्यक है और हम पेंग शुआई के यौन उत्पीड़न के आरोप की, बिना सेंसरशिप के पूर्ण और पारदर्शी जांच के लिए अपने आह्वान को दोहराते हैं।”

उन्होंने कहा कि “यदि शक्तिशाली लोग महिलाओं की आवाज़ को दबा सकते हैं और यौन उत्पीड़न के आरोपों को दबा सकते हैं, तो महिलाओं के लिए समानता के जिस आधार पर WTA की स्थापना की गई थी, उसे एक बड़ा झटका लगेगा। मैं ऐसा नहीं होने दूंगा।”

और पढ़े: आखिर संजय दत्त को अरुणाचल प्रदेश का ब्रांड एंबेसडर क्यों बनाया गया है?

चीन के पूर्व उप-प्रधानमंत्री ने किया था यौन उत्पीड़न

बता दें कि चीन की 35 वर्षीय महिला टेनिस खिलाड़ी पेंग शुआई टेनिस जगत की जानी-मानी खिलाड़ी हैं। पेंग शुआई दो बार ग्रैंड स्लैम युगल चैंपियन भी रह चुकी हैं। उन्होंने साल 2013 में विंबलडन तथा साल 2014 में फ्रेंच ओपन खिताब अपने नाम किया था। नवंबर की शुरुआत में सोशल मीडिया पर अपने एक पोस्ट के बाद वो लगभग तीन सप्ताह के लिए गायब हो गयी थी। उनकी अनुपस्थिति एक अंतरराष्ट्रीय चिंता का विषय बन गया था। उन्होंने आरोप लगाया गया था कि चीन के पूर्व उप-प्रधानमंत्री झांग गाओली ने उनका यौन उत्पीड़न किया था, इस खुलासे से नाराज CCP ने उनका अपहरण करा लिया था!

उन्होंने चीनी सोशल मीडिया साइट ‘वीबो’ पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि झांग ने 3 साल पहले उन्हें अपने साथ यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया था। इस खुलासे के बाद यह मामला विश्व में जंगल की आग की तरह फैला और वायरल हुआ, लेकिन वीबो ने कुछ ही देर में पोस्ट को हटा दिया था। इसके बाद उनके गायब होने की खबर भी दुनिया में काफी तेजी से फैली।

हालांकि, अब विश्व में उनके लिए समर्थन बढ़ रहा है। देखा जाए तो WTA में संपूर्ण अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की तुलना में अधिक हिम्मत है और जिस तरह से WTA ने चीन से अपने सभी टूर्नामेंट को स्थगित करने का कदम उठाया है, वह न सिर्फ साहसिक है बल्कि अन्य संगठनों के लिए एक सीख भी है।

और पढ़ें: भारत ने दर्ज की GDP में 8.4 की अप्रत्याशित वृद्धि और चीन है मीलों पीछे

Exit mobile version