भारत में क्रिकेट की प्रसिद्धि अन्य खेलों की तुलना में सबसे अधिक है। देश में जब भी क्रिकेट का मैच होता है, तो क्रिकेट प्रशंसक अपने सब महत्वपूर्ण कार्य को छोड़कर क्रिकेट स्कोर पर टकटकी लगाए बैठे रहते हैं। देश में क्रिकेट की लोकप्रियता को देखकर आज बॉलीवुड इंडस्ट्री क्रिकेट के खिलाड़ियों पर बायोपिक बनाने के लिए तत्पर रहता है। इसी कड़ी में हिंदी फिल्म उद्योग ने 1983 क्रिकेट विश्व कप को लेकर एक बायोपिक बनाया है, जिसके बॉक्सऑफिस नंबर एक अलग ही कहानी बता रहे हैं। वहीं, चर्चा इस बात को लेकर हो रही है कि फिल्म 83 में क्रिकेट के साथ पाकिस्तान के छिपे हुए एजेंडे और इस्लामिक प्रेम को दिखाया गया है।
क्या फिल्म ’83’ एजेंडा आधारित है?
दरअसल, इस फिल्म में जिस तरह से एजेंडा दिखया गया है, उसपर फिल्म प्रसंशकों ने नाराजगी व्यक्त की है। इस फिल्म की पटकथा के अनुसार, जब भी विश्व कप में भारत का मैच होता है तो पाकिस्तानी, भारतीय चौकियों पर गोले दागते हैं। वहीं, भारत के फाइनल मैच के दिन पाकिस्तानी मेजर ने फैसला किया कि पाक सेना भारतीय चौकियों पर गोले नहीं चलाएगी और भारतीय सैनिक इससे खुश हो जाते हैं।
इसके अलावा फिल्म में नवाबपुर नामक स्थान पर साम्प्रदायिक दंगे को दिखाया गया है। फिल्म में एक गरीब परिवार को एक विनम्र और असहाय परिवार के रूप में गया है, जो की डरा हुआ है। वहीं, फिल्म में इमरान खान के चरित्र को पाकिस्तान टीम के कप्तान के रूप में विशेष रूप से दिखाया गया है। ऐसे में, बॉलीवुड ने एक बार फिर एक प्रोपेगेंडा फिल्म बनाई है और पाकिस्तान/इस्लामी प्रेम को क्रिकेट और देशभक्ति की आड़ में दिखाने की कोशिश की है।
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खासतौर पर क्रिकेट फैंस के लिए है फिल्म ’83’
बताते चलें कि 1983 के विश्व कप विजय से परिचित तो सभी हैं, परंतु इसे जीया बहुत कम लोगों ने है। यदि आप उन लोगों में से हैं, जिन्होंने 1983 के विश्व कप विजय के बारे में कुछ भी नहीं सुना है और न ही देखा है, तो आपके लिए फिल्म 83 की दुनिया अलग ही होगी। परंतु जो इससे तनिक भी परिचित होंगे, उनके लिए इसपर मिश्रित भावनाएं हो सकती हैं। आपको बता दें कि 83 फिल्म, कबीर खान द्वारा निर्देशित और 1983 में लंदन में भारतीय क्रिकेट टीम के उस विजय की कहानी को चित्रित करती है, जिसने विश्व कप ट्रॉफी जीती थी। इस फिल्म में अभिनेता रणवीर सिंह ने उस समय भारत के कप्तान कपिल देव की भूमिका को निभाया है।
हालांकि, बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह अपनी आगामी फिल्म ’83’ के प्रचार में एक पाकिस्तानी के सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि ‘फिल्म में एक ‘विशेष क्षण’ शामिल है, जो पाकिस्तानियों को पसंद आएगा।’ कुल मिलाकर कहें, तो यदि आपको इतिहास का कोई ज्ञान नहीं और आपको क्रिकेट के सबसे महत्वपूर्ण विजय के बारे में जानना है, तो 83 एक महत्वपूर्ण फिल्म है, जिसे आप एक बार अवश्य देख सकते हैं। लेकिन यदि आप क्रिकेट के दीवाने हैं, इतिहास को घोल के पी गए हैं, तो रणवीर सिंह के बेजोड़ अभिनय के बाद भी शायद यह फिल्म आपको कुछ खास पसंद नहीं आएगी!