कुंबले के पश्चात भारत के सबसे बड़े ‘मैच विनर’ हैं आर अश्विन

वनडे हो या टेस्ट, बस नाम लीजिये और बंधु सेवा में उपस्थित!

स्पिनर अश्विन

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25 फरवरी 2021, गुरुवार

भारत-इंग्लैंड का टेस्ट श्रृंखला का पहला दिन। जोफ्रा आर्चर बल्लेबाज़ी कर रहे थे। गेंदबाज flighted गेंद फेंकता है। बल्लेबाज़ सहित वहां मौजूद क्षेत्ररक्षकों और दर्शकों तक को यह चौके वाली गेंद लगती है। पर, सभी को चौंकाते हुए गेंद घूमती है और बल्ले की जगह पैड को छु लेती है। सभी अवाक रह जाते हैं पर गेंदबाज जश्न मनाने लगता है। Umpire के फैसले के खिलाफ जोफ्रा आर्चर डीआरएस लेते हैं, पर गेंदबाज अपनी टीम के साथ बिल्कुल विश्वास की मुद्रा में खड़ा रहता है। अंततः जोफ्रा आउट करार दिये जाते है। यह कोई और गेंदबाज नहीं, बल्कि भारत के जादूगर स्पिनर रविचंद्रन अश्विन हैं, जिन्होंने जोफ्रा को अपना 400वां शिकार बनाया था। जोफ्रा पवेलियन की ओर लौटते हैं और अश्विन लाल गेंद हाथ में उठाकर दर्शक दीर्घा का अभिवादन करते हैं और पूरी टीम उनका अभिनंदन करती है।

ऐसा इसलिए क्योंकि भारत के इस महान स्पिनर ने मील के जिस पत्थर को छुआ है उसे बहुत ही कम लोग छु पाते हैं। स्पिनर अश्विन ने टेस्ट में भारत के लिए 400 विकेट लेने वाले त्रिमूर्ति क्लब को “fab four” में परिवर्तित कर दिया है। उनसे पहले ये काम अनिल कुंबले, कपिल देव और हरभजन सिंह जैसे त्रिमूर्तियों ने किया था। इतने कम टेस्ट मैच में 400 विकेट पाने के मुकाम में अश्विन सिर्फ मुरलीधरन से पीछे है। अश्विन ने यह मुकाम मात्र 77 टेस्ट मैचों में हासिल किया, जबकि मुरलीधरन ने 72 टेस्ट में। भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में वो सिर्फ अनिल कुंबले, कपिल देव, भज्जी और ज़हीर खान से ही पीछे हैं।

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टेस्ट विकेट के मामले में 12वें नंबर पर हैं आर अश्विन

आर अश्विन पिछले कुछ समय से भारत के सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली गेंदबाजों में से एक रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर के बाएं हाथ के बल्लेबाजों को झकझोर कर अश्विन ने भारतीय क्रिकेट की लोककथाओं में अपने लिए एक खास जगह बनाई है। शॉन पोलक को पीछे छोड़ते हुए टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अश्विन 12वें सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बन चुके हैं। उन्होंने 24.27 के औसत और 52.3 के स्ट्राइक रेट से इस उपलब्धि को हासिल किया है।

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अश्विन से ऊपर केवल डेल स्टेन, ग्लेन मैकग्राथ, मुथैया मुरलीधरन और सर रिचर्ड हेडली ने ही इतने कम औसत से गेंदबाजी की है। जहां तक स्ट्राइक रेट की बात है, तो मुरलीधरन और शेन वार्न समेत कोई और स्पिनर अश्विन से आगे नहीं है। वास्तव में, केवल मैकग्राथ, स्टेन और सर रिचर्ड हेडली ने ही इस भारतीय स्पिनर से बेहतर स्ट्राइक रेट से टेस्ट विकेट लिए हैं।

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सबसे ज्यादा मैन ऑफ दी सीरीज पाने वाले तीसरे गेंदबाज हैं अश्विन

साल 2021 में अश्विन लगभग अतुलनीय रहे हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ मुंबई टेस्ट में चार विकेट लेने के बाद, वो इस वर्ष में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने 16.87 की औसत और 42.8 की बेहतरीन स्ट्राइक रेट से 51 विकेट हासिल किया है। खेल के इतिहास में एक कैलेंडर वर्ष में केवल सात गेंदबाजों ने अश्विन से कम औसत से अधिक विकेट लिए हैं। स्पिनर अश्विन ने 2020 में भी 61 विकेट चटकाया था। 2015 में तो उन्होंने 17.2 के औसत और 36.4 के स्ट्राइक रेट से 62 विकेट लिए थे। एक टेस्ट मैच में 6 बार 10 विकेट लेने के कारनामे और लगातार 5 वर्षों तक 50 से ऊपर विकेट लेने का कारनामा भी अश्विन कर चुके हैं।

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स्पिनर अश्विन सबसे ज्यादा Man of The Series पाने वाले तीसरे नंबर के गेंदबाज हैं। विश्व में ऐसे कम ही स्पिनर गेंदबाज हैं, जिन्होंने इतने विकेट लेने के अलावा 5 शतक भी जड़ा हो। आईसीसी champions ट्रॉफी 2013 में जीत दिलाना हो या फिर भारत को टी20 वर्ल्ड कप 2014 के फ़ाइनल में पहुंचाना हो, अश्विन ने सभी जगह एक तरफा योगदान दिया है। शायद इसीलिए वीवीएस लक्ष्मण, गौतम गंभीर, आकाश चोपड़ा और भज्जी सभी को आर अश्विन भारत के सबसे बड़े मैच विनर लगते हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि समय बीतने के साथ-साथ यह खिलाड़ी दिन-प्रतिदिन और बेहतर ही होते जा रहा है।

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