मेवात में बजरंग दल की रैली से कट्टरपंथियों में मची जलन

'मिनी पाकिस्तान' का कलंक मिटाना जरुरी है!

भारत में हिन्दू धर्म के प्रति नफरत बढ़ते जा रही है। देश में कुछ ऐसे स्थान हैं, जहां हिन्दुओं पर अत्याचार की खबर हर दिन सुर्खियां बटोरती है। ऐसा ही एक जगह है मेवात, जहां हिन्दुओं पर अत्याचार और दुराचार के बढ़ते मामले के कारण उसे ‘मिनी पाकिस्तान’ भी कहा जाता है। मेवात मुसलमान बाहुल्य क्षेत्र है। इस क्षेत्र में मुसलमानों का दबदबा है। मेवात पहले कभी हिन्दू बाहुल्य क्षेत्र हुआ करता था पर अभी वहां बहुत कम हिन्दू घर बचे हैं।

मेवात में बजरंग दल की रैली

दरअसल, मेवात की बात यहां इसलिए हो रही है क्योंकि बीते 24 दिसंबर को मकतूब मीडिया के पत्रकार मीर फैसल ने ट्विटर पर मेवात में बजरंग दल की रैली के बारे में कई वीडियो पोस्ट किए, जिसमें बताया कि कैसे बजरंग दल ने मेवात में रैली निकाल लोगों को भड़काने और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की। वीडियो के बाद, उन्होंने मकतूब मीडिया के एक लेख को भी साझा किया, जिसमें अनिवार्य रूप से कहा गया था कि मेवात (जिसे बलात्कार, अपहरण, जिहादी हिंसा और हिंदू महिलाओं के जबरन धर्मांतरण के कारण ‘मिनी पाकिस्तान’ की संज्ञा दी गयी है) के मुसलमान हिंदू संगठनों के शाश्वत भय में जी रहे हैं।

वहीं, मीर फैसल ने अपने ट्विटर थ्रेड में कहा कि “12 दिसंबर को बजरंग दल के सदस्य जीत वशिष्ठ ने मेवात के मुस्लिम बहुल इलाके नूंह में एक भगवा रैली के वीडियो पोस्ट करने के लिए फेसबुक का सहारा लिया।” उन्होंने कहा कि “मुस्लिम घरों के सामने जय श्री राम के नारे लगाए गए और रैली को ‘हिंदुत्व समर्थकों’ से भरी 500 से अधिक कारों के साथ किया गया, जो मेवात का भगवाकरण करने के लिए क्षेत्र में प्रवेश कर गए थे।”

https://twitter.com/meerfaisal01/status/1474403225134530560

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कट्टरपंथी मेवात को बनाना चाहते हैं पाकिस्तान

मकतूब मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि 500 से अधिक कारों में बजरंग दल के सदस्य हरियाणा स्थित मेवात जिले के सिंगार गांव पहुंचे। जीत द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो में, उन्होंने कहा “हम सिंगार गांव में प्रवेश कर चुके हैं, जहां भगवान कृष्ण ने श्रृंगार किया था।” बता दें कि एक दिन पहले 11 दिसंबर को जीत ने फेसबुक पर नूंह में भगवा रैली की घोषणा की थी। वहीं, बीते शनिवार को गांव के सिंगर मंदिर तक निकाली रैली गई।

अब ऐसा लग रहा है कि ये लोग मेवात को पाकिस्तान बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हरियाणा में मेवात की घटनाओं से यह काफी स्पष्ट है। बताते चलें कि बहुत पहले मेवात के कट्टरपंथियों ही मेवात के एक हिस्से को बांग्लादेश बना दिया था। बांग्लादेश में, केवल 8% हिंदू हैं और मेवात में भी यही स्थिति है। 1947 में, बांग्लादेश में लगभग 30% हिंदू थे और अब मेवात में भी हिन्दुओं की संख्या इतनी कम हो चुकी है कि उन्हें उंगलियों पर गिना जा सकता है। ऐसे में, एक बहुसंख्यक हिन्दू राष्ट्र में समुदाय विशेष को अपने ऊपर हो रहे अत्याचारों को रोकना होगा।

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