TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

    बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

    बिहार का जंगलराज और सत्येंद्र दुबे की शहादत: एक आईना

    बिहार का जंगलराज और सत्येंद्र दुबे की शहादत: एक आईना

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    चीन दुनिया के सामने खुद को शक्तिशाली दिखाता है, जबकि अपने ही देशवासियों से असुरक्षित महसूस करता है

    चीन भले ही दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शक्ति हो- लेकिन ड्रैगन के इस ‘शक्ति प्रदर्शन’ के पीछे  नागरिकों के उत्पीड़न की अंतहीन कहानियां छिपी हैं

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

    बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

    बिहार का जंगलराज और सत्येंद्र दुबे की शहादत: एक आईना

    बिहार का जंगलराज और सत्येंद्र दुबे की शहादत: एक आईना

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    चीन दुनिया के सामने खुद को शक्तिशाली दिखाता है, जबकि अपने ही देशवासियों से असुरक्षित महसूस करता है

    चीन भले ही दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शक्ति हो- लेकिन ड्रैगन के इस ‘शक्ति प्रदर्शन’ के पीछे  नागरिकों के उत्पीड़न की अंतहीन कहानियां छिपी हैं

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

कैसे पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन ने बड़ी चतुराई से जो बाइडन को जलने भुनने पर विवश कर दिया

मोदी तो मोदी, पुतिन भी सही खेल गए!

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
7 December 2021
in चर्चित, विश्व
भारत पुतिन

Source- Google

Share on FacebookShare on X

मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से वैश्विक स्तर पर भारत की कद में जबरदस्त इजाफा हुआ है। कुछ धूर्त देशों को छोड़ दें, तो दुनिया के लगभग सभी बड़े और मजबूत देशों के साथ भारत का संबंध काफी बेहतर है। भारत गुटनिरपेक्षता के अतीत से बाहर निकल चुका है और अब अपने हितों को देखते हुए दुनिया के दूसरे देशों के साथ रिश्ते मजबूत कर रहा है। भारत दुनिया में अपने लिए जो भूमिका चाहता है, उसे लेकर मोदी सरकार ने हिचक ख़त्म कर दी है। अब भारत न तो अमेरिका की गीदड़ भभकियों से डरता है और न ही अपने दुश्मनों को जवाब देने से पीछे हटता है। मौजूदा समय में भी स्थिति कुछ वैसी ही है, इस बार तो वाक्या ही कुछ ऐसा हुआ है कि भारत से जलने वाले विरोधी देशों की सुलग पड़ी है।

पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की जबरदस्त केमिस्ट्री

बीते दिन सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मुलाकात की। इसी के साथ भारत और रूस ने दोनों देशों के बीच सदियों पुराने संबंधों को बढ़ाने के लिए अपनी पहली ‘2+2’ मंत्रिस्तरीय वार्ता भी आरंभ की। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पीएम मोदी के इस मुलाक़ात से जियो पॉलिटिक्स में भूचाल मच गया है। इससे न सिर्फ पश्चिमी देशों को एक संदेश दिया गया है, बल्कि फोटो शूट और दोनों नेताओं ने जिस तरह से एक दूसरे के व्यक्तित्व की तारीफ़ों के पूल बांधे, उससे इस दोस्ती के विरोधी राजनेताओं को 3rd डिग्री जलन भी दी है।

संबंधितपोस्ट

बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

नेपाल की सड़कों से उठी पीएम मोदी की गूंज: विपक्ष के सपने फिर अधूरे

पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

और लोड करें

ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि किसी द्विपक्षीय सम्मेलन के दौरान दो देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बीच बातचीत का मुद्दा व्यक्ति-केन्द्रित होता है। अक्सर ही द्विपक्षीय बातचीत अंतरराष्ट्रीय मुद्दे से लेकर दोनों देशों के सम्बन्धों पर केन्द्रित होता है, लेकिन यह बातचीत कुछ अलग थी। पीएम मोदी और पुतिन की बातचीत के दोनों देशों के सम्बन्धों को बढ़ाने के साथ दोस्ती का एक नया आयाम भी दिया है। राष्ट्रपति पुतिन ने विशेष रूप से शिखर सम्मेलन के लिए ऐसे समय में उड़ान भरी, जब यूक्रेन पर तनाव बढ़ रहा है और इस क्षेत्र में युद्ध के संभावित खतरे की अटकलें लगाई जा रही हैं।

पीएम मोदी ने की जमकर तारीफ

इस मुलाक़ात के दौरान नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में रूसी राष्ट्रपति की मेजबानी करने वाले पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी दोनों देशों के बीच संबंधों में सेंध नहीं लगा सकती है और दोनों के बीच संबंध मजबूत होते जा रहे हैं। पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक में उद्घाटन टिप्पणी करते हुए कहा, “भारत के प्रति आपका प्रेम जगजाहिर है, कोविड और अन्य चुनौतियों के बावजूद, भारत-रूस संबंध हमेशा मजबूत हुए हैं।” उन्होंने कहा कि “COVID द्वारा उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद, भारत-रूस संबंधों के विकास की गति में कोई बदलाव नहीं आया है। हमारी विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी लगातार मजबूत होती जा रही है।”

पीएम मोदी ने कहा, “मुझे पता है कि पिछले दो वर्षों में यह आपकी दूसरी विदेश यात्रा है। यह हमारे संबंधों के प्रति आपकी व्यक्तिगत प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। महामारी से जुड़ी तमाम मुश्किलों के बावजूद, आप भारत आ रहे हैं- यह भारत के लिए आपके प्यार की बात करता है। हमारी अत्यधिक विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी लगातार बढ़ रही है।”

और पढ़े: रूसी S-400: भारत पर प्रतिबंध लगाने को लेकर अमेरिकी सांसदों ने बाइडन को चेताया और वे गलत नहीं हैं

उन्होंने आगे कहा, “पिछले कुछ दशकों में, दुनिया ने कई मूलभूत परिवर्तन देखे और विभिन्न प्रकार के भू-राजनीतिक समीकरण उभरे लेकिन भारत और रूस की मित्रता स्थिर रही। भारत और रूस के बीच संबंध वास्तव में अंतरराज्यीय मित्रता का एक अनूठा और विश्वसनीय मॉडल है।” पीएम मोदी ने पुतिन की तारीफ करते हुए कहा कि “इस वर्ष हम भारत और सोवियत संघ के बीच शांति, मित्रता और सहयोग पर 1971 की संधि की 50वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, जो हमारी रणनीतिक साझेदारी के दो दशक हैं। इसलिए, इस विशेष वर्ष में आपसे मिलकर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है, क्योंकि पिछले 20 वर्षों में हमारे द्विपक्षीय संबंधों में, हमारी रणनीतिक साझेदारी में सभी उपलब्धियों के पीछे आप ही हैं।”

पुतिन को काफी पसंद है भारत

वहीं, पुतिन ने कहा कि भारत एक समय- परीक्षित सहयोगी और एक विश्व शक्ति है और दोनों देश एक साथ भविष्य की ओर देख रहे हैं। उन्होंने आगे “हम भारत को एक महान शक्ति, एक मित्र राष्ट्र और एक समय-परीक्षणित मित्र के रूप में देखते हैं। हमारे राष्ट्रों के बीच संबंध बढ़ रहे हैं और मैं भविष्य की ओर देख रहा हूं।”

रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, “मैं एक मित्र देश, भारत में वापस आकर बहुत खुश हूं। हम भारत और रूस दोनों में एक-एक करके नियमित रूप से उच्चतम स्तर पर शिखर सम्मेलन आयोजित करते हैं। दुर्भाग्य से, हम पिछले साल महामारी के कारण चूक गए, लेकिन अभी भी भारत आने की हमारी बारी है, और मैं आपको निमंत्रण के लिए धन्यवाद देता हूं।” पुतिन ने कहा, “पिछले साल व्यापार में 17% की कमी आई है, इस साल के पहले नौ महीनों में हमने 38% की वृद्धि देखा।” उनका इशारा स्पष्ट तौर पर पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत और रूस के बढ़ते आर्थिक संबंध की ओर था।

पुतिन ने पीएम मोदी के साथ अपने विचारों को समान बताते हुए कहा कि “हम सैन्य-तकनीकी क्षेत्र में इस तरह से काम करते हैं, जैसे किसी और के साथ नहीं करते। हमारा एक बहुत ही महत्वपूर्ण एजेंडा भी है, जो निश्चित रूप से भारत और रूस दोनों के लिए रुचिकर है।” पुतिन के कहने का मतलब पर्यावरण संबंधी चिंताओं से संबंधित था। दोनों ही नेता इस मुद्दे पर एक समान सोचते हैं और पुतिन के अनुसार यह भारत और रूस दोनों के लिए ही श्रेयस्कर होगा।

और पढ़े: अमेरिका के विरोध की धज्जियां उड़ाते हुए भारत हासिल कर रहा है S-400, रूस द्वारा आपूर्ति आरंभ

कोविड-19 के बाद पुतिन की दूसरी विदेश यात्रा

बता दें कि 2019 में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के मौके पर मिलने के बाद पुतिन दूसरी बार पीएम मोदी से मिल रहे हैं। कोविड-19 महामारी के बाद पुतिन की यह दूसरी विदेश यात्रा है। उन्होंने जून में जिनेवा में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की। देखा जाये तो एक तरह से किसी द्विपक्षीय सम्मेलन के लिए पुतिन की यह भारत यात्रा पहली ही मानी जाएगी। इसी से उनके मन में भारत के लिए प्रेम का अंदाजा लगाया जा सकता है।

पुतिन और पीएम मोदी की इस जोड़ी से अमेरिका के बाइडन प्रशासन सहित रूस से नफरत करने वाले पश्चिमी देशों का जलना निश्चित है। रूस पहले से ही अमेरिका से नाराज रहा है और ऊपर से भारत के S-400 पर बाइडन प्रशासन द्वारा बार-बार अपनी आपत्ति जताने के बावजूद पीएम मोदी का इस तरह से दोस्ती दिखाना पश्चिमी देशों को एक स्पष्ट उत्तर था।

रूसी एफएम सर्गेई लावरोव ने तो AUKUS और इंडो-पैसिफिक आर्किटेक्चर की भी आलोचना की है। वहीं, S400 पर उन्होंने स्पष्ट कहा है कि “यह भारत और रूस के सम्बन्धों को कम करने का अमेरिका द्वारा प्रयास था। हमारे भारतीय मित्रों ने स्पष्ट और दृढ़ता से समझाया कि वे एक संप्रभु देश हैं।” यानी स्पष्ट तौर पर उनके कहने का अर्थ था कि अमेरिका भरात और रूस के बीच सम्बन्धों को खराब करने की कोशिश कर रहा है।

Russian FM Sergey Lavrov trashes the #AUKUS and #IndoPacific architecture.
On #S400 – Attempts by US to undermine this coop and to follow the American vision of how this region should be developed. Our Indian friends clearly and firmly explained that they are a sovereign country. pic.twitter.com/uHEy6urwi6

— Geeta Mohan گیتا موہن गीता मोहन (@Geeta_Mohan) December 6, 2021

अमेरिका काफी पहले से ही कर रहा दबाव बनाने की कोशिश

गौरतलब है कि जब जो बाइडन अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे, तब कुछ दिनों बाद ही खबर आई थी कि बाइडन के नेतृत्व में अमेरिका भारत पर रूस से S-400 खरीदने पर प्रतिबन्ध लगा देगा। परन्तु, यह 1990 के दशक का भारत नहीं है। ट्रंप सरकार के दौरान भी ऐसी कोशिशें हुई, मगर तब भारत ने सख्त रुख अपनाते हुए सौदे से पीछे न हटने का संदेश अमेरिका को दे दिया था। बाइडन के सत्ता मे आने के बाद से अमेरिका एक बार फिर से भारत पर दबाव बनाने के लिए धमकी दे रहा था। हालांकि, भारत ने इस धमकी को कोई भाव नहीं दिया और एक कदम भी पीछे नहीं हटाया।

अब इस तरह से अपने द्विपक्षीय वार्ता के दौरान एक मुद्दे पर आधारित बातचीत से पहले व्यक्ति-केन्द्रित बातचीत कर अमेरिका सहित सभी देशों को यह संदेश दे दिया है कि भारत और रूस कल भी साझेदार थे, आज भी हैं और आगे भी रहेंगे। इससे अगर किसी की जलती है तो जले, हमें कोई फर्क नहीं पड़ता।

Tags: जो बाइडेनपीएम मोदीव्लादिमीर पुतिन
शेयर64ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

‘लड़के हैं, जोश में आ गए’ पाक रक्षा मंत्री ने सियालकोट मामले पर जिहादियों का बचाव किया

अगली पोस्ट

फतवा और सर तन से ज़ुदा करने की धमकी: वसीम रिजवी की हिंदू धर्म में घर वापसी पर गुस्से में कट्टरपंथी

संबंधित पोस्ट

गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान
आयुध

गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

12 September 2025

गुरुग्राम की भीड़-भाड़ वाली सुबह, जैसे हर दिन-कारों की कतारें, कॉर्पोरेट टावरों की रौनक और निर्माणाधीन इमारतों से उठती धूल। लेकिन 12 सितंबर 2025 की...

प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न
चर्चित

प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

12 September 2025

पुस्तक का नाम: खजाने की शोधयात्रा लेखक: प्रशांत पोल प्रकाशक: प्रभात प्रकाशन, दिल्ली पृष्ठ: 221 मूल्य: 450 (प्रिंट) क्या आप जानते हैं कि विश्व का...

नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच
चर्चित

नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

11 September 2025

काठमांडू की गलियों में अक्सर यह वाक्य सुनाई देता है-“भारत हर जगह घुस आता है।” यह कोई मज़ाक भर नहीं है, बल्कि दशकों से गढ़ा...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

00:06:42

‘The Bengal Files’ Exposing Bengal’s Darkest Chapter – What Mamata Won’t Show!

00:05:37

Why Periyar Is No Hero: The Anti-Hindu Legacy That Stalin & DMK Ecosystem Want You To Forget

00:06:26

Why Hindus Should Reclaim The Forgotten Truth of Onam | Sanatan Roots vs Secular Lies

00:07:03

Suhana Khan in Trouble? Alleged Fake Farmer Claim and the ₹22 Crore Land Deal

00:05:55
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited