PM मोदी ने की बूस्टर शॉट्स की घोषणा, तो विपक्ष बोला “ये मेरा Idea”

क्रेडिट लेने की होड़ में सबसे आगे रहता है विपक्ष!

लिबरल ब्रिगेड, विपक्षी पार्टियां या वामपंथी विचार वाले पाखंड के अलावा एक और मामले में सबसे आगे रहते हैं और वो है क्रेडिट लेने में। जब देश में कुछ नया होता है तो इनका सबसे पहले काम होता है उसका क्रेडिट अपने नाम करें। कोरोना के नए वेरिएंट से बचाव के लिए पीएम मोदी ने “precaution” डोज़ की कल घोषणा की, तो इसपर क्रेडिट का भूखा विपक्ष कैसे पीछे रहता? इसके लिए भी विपक्षी पार्टियों ने इस तरह से क्रेडिट लेना आरंभ किया जैसे कोरोना के दूसरे Wave में लोगों को बचाने के लिए सोनू सूद ने लिया था। या वैक्सीननेशन के लिए चेतन भगत ने लिया था।

दरअसल, कल यानी 25 दिसंबर को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि फ्रंटलाइन वर्कर को 3 जनवरी, 2022 से एक बूस्टर शॉट मिलेगा। पीएम मोदी ने जैसे ही यह घोषणा की वैसे ही विपक्षी नेता क्रेडिट लेने का रेस करने लगे।

अपने क्रेडिट किंग मफ़लर धारी ‘IITian’ और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने क्रेडिट लेते हुए 20 दिसंबर के अपने ट्वीट का हवाला देते हुए ट्वीट किया, मुझे खुशी है कि आज प्रधानमंत्री ने फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के लिए बूस्टर खुराक की घोषणा की। सभी को बूस्टर डोज दी जानी चाहिए। इसके अलावा अब 15 से 18 साल के बच्चों को वैक्सीन लग सकेगी, यह बहुत सुखद बात है।”

 

इसी तरह आलू से सोना निकालने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कोविड -19 से संबंधित भारत सरकार की घोषणाओं का श्रेय लेते हुए ट्वीट किया, “केंद्र सरकार ने बूस्टर डोज़ का मेरा सुझाव मान लिया है- ये एक सही क़दम है। देश के जन-जन तक वैक्सीन व बूस्टर की सुरक्षा पहुँचानी होगी।”

 

उन्हें क्रेडिट देने के लिए कई कांग्रेसी ट्विटर हैंडल टूट पड़े। केरल कांग्रेस, इंडियन ओवरसीज कांग्रेस और पश्चिम बंगाल की युवा कांग्रेस ने मोदी सरकार द्वारा बूस्टर डोज़ के फैसले का क्रेडिट राहुल गांधी को दिया।

ऐसे में तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा कैसे पीछे रहती। घोषणा का श्रेय लेने के लिए उन्होंने भी छलांग लगा दी। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, हालेलूयाह! आदरणीय मोदी जी ने सुन लिया! आखिरकार 60 की उम्र से अधिक और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए बूस्टर डोज़भगवान को धन्यवाद।”

 

इसी तरह कट्टर कांग्रेसी से समर्पित शिवसैनिक बनी प्रियंका चतुर्वेदी के अधिकारिक ट्विटर हैंडल से उनकी प्रशंसा की गयी। एक ट्वीट में, उनके ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, “माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा घोषणा का स्वागत है। यह मामला प्रियंका चतुर्वेदी उठा रही थी। खुशी की बात है कि अब इसे श्री नरेंद्र मोदी द्वारा अनुमोदित और घोषित किया गया है।”

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शिवसेना के ही अदित्य ठाकरे ने भी श्रेय लेते हुए ट्वीट किया, “मुझे खुशी है कि 7 दिसंबर को किए गए इन सबसे महत्वपूर्ण अनुरोधों में से दो को स्वीकार कर लिया गया है।”

ये पहला अवसर नहीं है जब कांग्रेसी या विपक्षी नेता या लिबरल ब्रिडेग ने इस तरह से केंद्र सरकार के किसी फैसले या सफलता का क्रेडिट लिया हो। चेतन भगत ने कुछ दिनों पहले खुद को भारत के सफल टीकाकरण अभियान का कारण बताया था। अगस्त महीने में 18.38 करोड़ वैक्सीन की डोज दी गई। 27 अगस्त और 31 अगस्त को क्रमश: एक-एक करोड़ से अधिक वैक्सीन लगाई गई थी। इस बात का उल्लेख चेतन भगत ने अपने एक ट्वीट में किया था और खुद को भारत के सफल वैक्सीनेशन के पीछे का कारण बताया था।

 

देखा जाए तो क्रेडिट लेने की यह होड़ में सबसे आगे रहना कांग्रेस और विपक्षी नेताओं की पुरानी कहानी है। जब देश में पूर्णतः वैक्सीन लग जाएगी तब भी ये नेता अवश्य ही उसका भी क्रेडिट लेने पहुँच जाएँगे।

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