पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आजकल गोवा चुनाव को लेकर चर्चा में बनी हुई हैं। वहीं, TMC के राजनीतिक गलियारे से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। गोवा में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (TMC) को एक बड़ा झटका देते हुए पूर्व विधायक लवू मामलतदार सहित पांच नेताओं ने आगामी विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। वहीं, इन नेताओं ने ना सिर्फ TMC का दामन छोड़ा है, बल्कि TMC और प्रशांत किशोर का असली चेहरा देश के सामने ला दिया है।
गोवा में पांच नेताओं ने छोड़ा TMC का दामन
उन नेताओं ने कहा कि, ‘हम ऐसी पार्टी में राजनीति को जारी नहीं रखना चाहते, जो गोवा को बांटने की कोशिश कर रही है। हम AITC (तृणमूल कांग्रेस) और AITC गोवा का प्रबंधन करने वाली कंपनी को राज्य के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को तोड़ने की अनुमति नहीं देंगे और हम इसकी रक्षा करेंगे।” लवू मामलतदार का इस्तीफा TMC द्वारा महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (MGP) के साथ हाथ मिलाने के कुछ हफ्तों बाद आया है। मामलतदार MGP पार्टी से 2012 और 2017 के बीच विधायक थे और स्पीकर को पत्र लिखने के बाद उन्हें निष्कासित कर दिया गया था। पोंडा से MGP के पूर्व विधायक और पूर्व पुलिस अधीक्षक मामलतदार 29 सितंबर को TMC में शामिल हुए थे। वह पूर्व मुख्यमंत्री और अब TMC के राज्यसभा सांसद लुइज़िन्हो फलेरियो के साथ शामिल होने वाले गोवा के पहले दस नेताओं में शामिल थे।
बता दें कि लवू मामलातदार ने यह भी आरोप लगाया कि TMC सत्ता में आने पर महिलाओं के लिए एक कल्याणकारी योजना ‘गृह लक्ष्मी योजना’ शुरू करने के नाम पर लोगों का व्यक्तिगत डेटा एकत्र कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया “मैं इस धारणा के तहत था कि TMC एक बहुत ही धर्मनिरपेक्ष पार्टी है लेकिन पिछले 15-20 दिनों में मैंने जो कुछ भी देखा है, उससे मुझे पता चला है कि यह बीजेपी से भी बदतर है। अपने चुनाव पूर्व गठबंधन के हिस्से के रूप में, वे चाहते हैं कि ईसाई वोट TMC और हिंदू वोटों को MGP में जाना चाहिए। TMC एक सांप्रदायिक पार्टी है, जो धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को बिगाड़ने की कोशिश कर रही है।”
तुष्टीकरण और विभाजन की राजनीति कर रही है TMC
आपको बताते चलें कि कल ही TMC ने घोषणा की थी कि उसकी गृह लक्ष्मी योजना हर महिला को कवर करेगी और उन्हें हर महीने 5,000 रुपये दिए जाएंगे। इस्तीफे पत्र में आगे कहा गया है कि “गोवा में अपने अभियान के लिए TMC ने जिस कंपनी को काम पर रखा है, वह गोवा के लोगों को बेवकूफ बना रही है और वे गोवा की नब्ज नहीं समझ पाए है। यह स्पष्ट रूप से इंगित करता है कि गोवा में गृह लक्ष्मी योजना और कुछ नहीं बल्कि उस कंपनी द्वारा चुनाव के लिए डेटा का संग्रह है, जिसे आपने काम पर रखा है क्योंकि उनके पास जमीन पर कोई डेटा नहीं है।”
गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस ने प्रशांत किशोर की I-PAC को गोवा में पार्टी के चुनाव अभियान को चलाने की जिम्मेदारी सौंपी है। अब डेरेक ओब्रायन और महुआ मोइत्रा, जो बात-बात में भाजपा को ज्ञान देते रहते हैं, वो क्या कहेंगे? उनके पास बोलने के लिए क्या है? क्या वो मूर्ख बनाएंगे या फिर अपने ही नेताओं को झूठ बोलेंगे। सच्चाई यह है कि पूरे देश को मालूम है कि तुष्टीकरण की राजनीति करके विभाजन की राजनीति कौन करता है। अब तो खुद TMC विधायकों ने सच बता दिया है।