पिछले 1 वर्ष से अराजक तत्वों द्वारा पंजाब में माहौल खराब करने के लगातार प्रयास हो रहे हैं। कुछ ही महीनों में पंजाब विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, लेकिन चुनाव से ठीक पहले गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के नाम पर हिंसा की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। पिछले दिनों पंजाब में धर्म के नाम पर कट्टरता का घिनौना नजारा देखने को मिला, जब बेअदबी के आरोप में दो लोगों की लिंचिंग कर दी गयी। पंजाब में पैदा हो रहे अस्थिरता के माहौल के बीच प्रश्न यह उठता है कि पंजाब की अस्थिरता के पीछे की वास्तविक शक्तियां कौन है? आखिर किसके इशारे पर ऐसे नृशंस हत्याओं को अंजाम दिया जा रहा है? पंजाब में 2 दिनों में हुई दो हत्याओं के बाद प्रदेश हाई अलर्ट पर है तथा केंद्र सरकार द्वारा भी पंजाब सरकार को अलर्ट अधिसूचना दी गई है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंजाब के सभी गुरुद्वारों, डेरों, मंदिरों और सभी धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ाने को कहा है। गृह मंत्रालय ने कहा है कि राष्ट्रविरोधी तत्व पंजाब में धार्मिक भावनाएं भड़काने की कोशिश कर सकते हैं। केंद्र सरकार को डर है कि धार्मिक स्थलों का इस्तेमाल कर पंजाब में माहौल खराब किया जा सकता है। केंद्र सरकार द्वारा सूचना मिलने के बाद पंजाब सरकार ने सभी धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा कड़ी कर दी है, सीसीटीवी कैमरा लगाने के आदेश दिए गए हैं तथा प्रकाश की समुचित व्यवस्था करने का भी आदेश दिया गया है। पंजाब के ADGP ने सभी कमिश्नरियों में तैनात SSP को सुरक्षा के संदर्भ में गाइडलाइन दी है। पंजाब से लेकर दिल्ली तक सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि पाकिस्तान इस अवसर का लाभ उठाकर हिंसा भड़का सकता है।
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पंजाब में हिंसा भड़काना चाहता है पाकिस्तान
पंजाब सरकार ने आम लोगों से भी सजग रहने की अपील की है तथा अराजक तत्वों की सूचना पुलिस को देने को कहा है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि राज्य में चुनाव के कारण वैसे भी तनाव है और पाकिस्तान इसी का लाभ उठाकर हिंसा भड़काना चाहता है। खबरों की मानें तो पाकिस्तान ड्रोन के माध्यम से भारत की सीमा में टिफिन बम पहुंचाना चाहता है, जिसका प्रयोग धार्मिक स्थलों पर विस्फोट के लिए किया जा सके। हालांकि, अभी तक इस प्रकार के किसी कंसाइनमेंट की पुख्ता जानकारी एजेंसियों के पास नहीं है। बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स ने पंजाब की सीमा पर ऐसे कई ड्रोन पकड़े हैं, जिनके माध्यम से भारत में टिफिन बम, हैंडगन, ग्रेनेड आदि भेजने की योजना थी। खबरों के मुताबिक इन हैंडगन और ग्रेनेड का प्रयोग राज्य के विशेष लोगों की हत्या करने में किया जाना था, अर्थात पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI पंजाब चुनाव से पहले विशेष लोगों पर हमले करवाना चाहती है, जिससे हिंसा भड़क सके।
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कपूरथला मामले में पुलिस ने बदला बयान
इस वर्ष अभी तक गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के 100 से अधिक मामले सामने आए हैं, लेकिन दो मामलों ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया। इसमें एक बात महत्वपूर्ण है कि कपूरथला में हुई हत्या को पुलिस ने रोटी चोरी के बाद की गई मॉब लिंचिंग का मामला बताया था। पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया के सामने यही बात रखी थी, लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच IG को फोन आया और उन्होंने चोरी की बात को बदल दिया और इस मामले को भी गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी से जोड़ दिया, जबकि शुरू में ऐसा कुछ भी नहीं था।
IG को आया फोन कॉल किसका था इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन इतना तय है कि पुलिस ने पूरे मामले में केवल बेअदबी वाले पक्ष को मीडिया के सामने रखा है। इस मामले की जांच में भी जमकर ढ़िलाई देखने को मिल रही है, क्योंकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि कथित बेअदबी करने वाले लोगों की पहचान क्या थी, वे किस उद्देश्य से ऐसा कर रहे थे। इसी बीच नवजोत सिंह सिद्धू ने किसी भी धर्म का अपमान करने वालों के लिए सार्वजनिक फांसी की मांग उठाई है। अकाली दल और भाजपा के स्थानीय नेता भी इस मामले पर लगातार बयानबाजी कर रहे हैं। ऐसे में राज्य में माहौल बिगड़ने की संभावना और ज्यादा तेज हो गई है, जो किसी भी ऐंगल से पंजाब के हित में नहीं है।