एक प्रचलित कहावत है- “मुंह से ही इंसान जूता खाता है और मुंह से ही पान।“ कुछ लोगों के कथन हृदय को शीतलता प्रदान करते है तो कुछ लोग अपने अंदर का विष आपके अंदर घोलने का प्रयास करते है। सोशल मीडिया भी आजकल अभिव्यक्ति का सबसे महत्वपूर्ण माध्यम बन चुका है। इसी माध्यम का उपयोग कर कुछ लोग अपने पूर्वाग्रह और दुराग्रह की अभिव्यक्ति करते है। इसी कड़ी में नया नाम जुड़ा है- TMC के राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार। यह पहली बार नहीं है जब जवाहर सरकार ने सोशल मीडिया पर फर्जी/मॉर्फ्ड इमेज/वीडियो पोस्ट किए हैं। इसी साल जून में उन्होंने PM मोदी के साथ नीता अंबानी की एक फेक तस्वीर पोस्ट की थी। आदत से मजबूर जवाहर सरकार ने 23 दिसंबर को फिर ऐसा किया। जवाहर सरकार को इस साल जुलाई में तृणमूल कांग्रेस ने राज्यसभा के लिए नामित किया था।
यूपीए के दौर में सार्वजनिक प्रसारक प्रसार भारती का नेतृत्व करने वाले जवाहर सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक फर्जी वीडियो पोस्ट की।
उन्होंने जो वीडियो पोस्ट किया वह काशी विश्वनाथ धाम परियोजना का उद्घाटन करने के लिए पीएम मोदी की हालिया वाराणसी यात्रा के बारे में था।
पिछले हफ्ते अपनी यात्रा में, पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ शहर की देर रात यात्रा करने का फैसला किया। लोग हैरान रह गए और ‘हर हर महादेव’ और ‘भारत माता की जय’ की बधाई देने लगे। वाराणसी में ये बहुत ही सामान्य अभिवादन हैं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
जवाहर सरकार ने उसी वीडियो को मॉर्फ्ड ऑडियो के साथ पोस्ट किया। उनके वीडियो में लोगों को ‘हर हर महादेव’ और ‘भारत माता की जय’ की जगह “गली-गली में शोर है, मोदी-योगी चोर है” के नारे लगाते हुए सुना जा सकता है।
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सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर ने ट्वीट को ‘manipulated media’ करार दिया। चोरी पकड़े जाने के बाद श्री जवाहर सरकार ने वीडियो पोस्ट को ही डिलीट कर दिया। लेकिन, यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की फर्जी / मॉर्फ्ड तस्वीरें / वीडियो पोस्ट किए हैं।
जैसा कि इस साल जून में जवाहर सरकार ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की एक विकृत वीडियो ट्वीट की थी। फर्जी तस्वीर में पीएम मोदी को अरबपति बिजनेसमैन मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी का अभिवादन करते देखा जा सकता है जबकि असली तस्वीर में पीएम मोदी आदिवासी समाजसेवी दीपिका मंडल का अभिवादन कर रहे थे।
बदली हुई तस्वीर के साथ सरकार ने लिखा था- “काश! साथी सांसदों और अन्य राजनेताओं को भी अपने चिल्लाने वाले पीएम से ऐसा शिष्टाचार और प्यार मिलता। एक परिपक्व लोकतंत्र मेंसंबंध, एहसानऔरलेन-देन दोतरफा होते है। किसी दिन इतिहास हमें बताएगा।”सोशल मीडिया पर हंगामे के बाद उन्होंने यह ट्वीट डिलीट कर दियाथा।हाल ही में उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक फर्जी ऑडियो क्लिप भी ट्वीट किया था।
भाषा इंसान और जानवर को वर्गीकृत करती है। जानवर भाषा का प्रयोग नहीं करते। अतः एक उच्चकोटी के इंसान की पहचान है की वो भाषा की शुचिता, सत्यता और मधुरता को बनाए रखे। जवाहर सरकार और उनकी पार्टी TMC सदा सर्वदा इसमे विफल रहती है। यह प्रकरण तो बस एक उदाहरण मात्र है।
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