TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने निभाई ‘पालकी सेवा’ की रीति

    श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने निभाई ‘पालकी सेवा’ की रीति

    पीएम मोदी, मोहन भागवत और योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजा की स्थापना की

    धर्मध्वजा स्थापना और राम मंदिर की पूर्णता अर्थात् – भारत के स्वत्व जागरण की पुनर्यात्रा

    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने निभाई ‘पालकी सेवा’ की रीति

    श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने निभाई ‘पालकी सेवा’ की रीति

    पीएम मोदी, मोहन भागवत और योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजा की स्थापना की

    धर्मध्वजा स्थापना और राम मंदिर की पूर्णता अर्थात् – भारत के स्वत्व जागरण की पुनर्यात्रा

    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

कांग्रेस के प्रथम अधिवेशन से लेकर 57 वे अधिवेशन की सम्पूर्ण जानकारी

TFI Desk द्वारा TFI Desk
6 January 2022
in मुझे हिंदी में खबर बताओ
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अधिवेशन
Share on FacebookShare on X

कांग्रेस का प्रथम अधिवेशन

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 28 दिसम्बर, 1885 में बम्बई (वर्तमान मुम्बई) में ‘कलकत्ता हाईकोर्ट’ के बैरिस्टर व्योमेश चन्द्र बनर्जी की अध्यक्षता में की गई थी. इसके संस्थापकों में ए॰ ओ॰ ह्यूम (थियिसोफिकल सोसाइटी के प्रमुख सदस्य), दादा भाई नौरोजी और दिनशा वाचा शामिल थे. मुंबई के पहले कांग्रेस अधिवेशन में कुल 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था. जिसमें ज्यादातर नेता वकील और पत्रकार थे. कांग्रेस अधिवेशन भारतीयों के सबसे बड़े राजनीतिक दल ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ द्वारा समय-समय पर आयोजित किये गए थे.

कांग्रेस के प्रथम अधिवेशन के प्रमुख उद्देश्य थे

– देशवासियों के मध्य मैत्री को प्रोत्साहित करना
– जनमत को संगठित व प्रशिक्षित करना
– देश में राष्ट्रीय एकता की भावना को प्रोत्साहित करना
– जाति, धर्म प्रजाति और प्रांतीय भेदभाव से ऊपर उठकर राष्ट्रीय एकता की भावना का विकास करना
– शिक्षक वर्ग से विचार विमर्श करके भविष्य में भारतीय जन कल्याण के लिए नीति निर्धारित करना
– भारत के प्रति अन्याय पूर्ण परिस्थितियों को खत्म करना साथ ही भारत और ब्रिटेन के संबंधों को घनिष्ट बनाना
– जनता की मांगों को सूत्रीकरण और उसका प्रस्तुतिकरण करना

संबंधितपोस्ट

श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने निभाई ‘पालकी सेवा’ की रीति

धर्मध्वजा स्थापना और राम मंदिर की पूर्णता अर्थात् – भारत के स्वत्व जागरण की पुनर्यात्रा

बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

और लोड करें

इस अधिवेशन का गुप्त उद्देश्य भारतीयों में राजनीतिक चेतना उत्पन्न करना था और उन्हें राजनीति में दक्ष करके स्वशासन के लिए तैयार करना था.

कांग्रेस के प्रथम सम्मेलन में कुल 9 प्रस्ताव सरकार के सम्मुख रखे गए थे

– भारतीय शासन विधान की जांच के लिए एक रॉयल कमीशन को नियुक्त किया जाना चाहिए
– इंग्लैंड में जो इंडिया काउंसिल कार्यरत है उसे समाप्त किया जाए
– प्रांतीय और केंद्रीय व्यवस्थापिका का विस्तार किया जाए
– परिषद में चुने गए प्रतिनिधि सम्मिलित किए जाएं
– इंडियन सिविल सर्विस परीक्षा का आयोजन भारत के साथ साथ इंग्लैंड में भी की जाए जिसकी अधिकतम सीमा 19 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष की जाए
– सैन्य व्यय में कटौती की जाए
– इंग्लैंड से जो कपड़े आयात किए जा रहें हैं उन पर आयात कर लगाया जाए
– बर्मा को अलग किया जाए
– प्रस्तावो को सभी प्रदेशों की राजनीतिक संस्थाओं को भेजा जाए
– कांग्रेस का अगला सम्मेलन कलकत्ता हो

कांग्रेस का द्वितीय अधिवेशन

कांग्रेस के प्रथम अधिवेशन में ही तय हो गया था कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का दूसरा अधिवेशन दिसंबर 1886 में कलकत्तामें होगा

– 1886 के दूसरे अधिवेशन में कोलकाता में दादा भाई नौरोजी की अध्यक्षता में 434 प्रतिनिधि आए थे.
– इसी अधिवेशन में नेशनल कॉन्फ्रेंस का राष्ट्रीय कांग्रेस में विलय हो गया .
– इस अधिवेशन में निर्णय लेकर सभी महत्पूर्ण केंद्रों में कॉन्ग्रेसस्टेडिंग कमेटी का गठन किया जाएगा.
– डफरिन ने सम्मेलन में आए हुए प्रतिनिधियों को व्यक्तिगत हैसियत से गार्डनपार्टीदी थी.
– जिन जिन को निमंत्रण दिया गया था उनमें सुरेंद्र नाथ बनर्जी नहीं आए थे.

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का तृतीय अधिवेशन

कांग्रेस का तीसरा अधिवेशन 1887 में मद्रास में सैयद बदरुद्दीन तैयब की अध्यक्षता में हुआ था. इस अधिवेशन की मुख्य उपलब्धि यह थी सैयद बदरुद्दीन तैयबजी कांग्रेस के पहले मुस्लिम अध्यक्ष थे.इस अधिवेशन में 607 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था.तैयब जी ने मुसलमानों से आग्रह किया कि वह हम सबके हितों के लिए अपने देशवासियों के साथ कंधे से कंधा मिला कर कार्य करें.इसमें सारा भार प्रतिनिधियों की एक कमेटी के हाथ में सौंपा गया था. वहीं यह कमेटी आगे चलकर विषय निर्धारिणी समिति कहलाई.

– आम जनता से कांग्रेस में शामिल होने की अपील की गई. वहीं सरकारी अधिकारियों की आलोचना की गई.
– पहली बार कांग्रेस अधिवेशन के लिए पैसा साधारण जनता से इकट्ठा किया गया था.
– यह अधिवेशन सिर्फ अंग्रेजी पढ़े हुए लोगों का ही नहीं था.
– इस सम्मेलन में भारतीय भाषाओं में भी भाषण हुए.जिसमें तंजोर के म्युनिलिपल कमिश्नर मूकनासिटी ने तमिल में भाषण दिया.
– इस अधिवेशन में उपस्थित प्रतिनिधियों में 95 प्रतिनिधि रैयत थे

इसी के साथ भारत में कई कांग्रेस अधिवेशन हुए

चौथा अधिवेशन – 1888 – इलाहाबाद – जार्जयूल – प्रथम अंग्रेज अध्यक्ष,पांचवा अधिवेशन – 1889 – बम्बई – सर विलियमवेडरबर्न,छठा अधिवेशन – 1890 – कलकत्ता – सर फिरोजशाह मेहता,सातवा अधिवेशन – 1891 – नागपुर – पी. आनंद चार्लू,आठवा अधिवेशन – 1892 – इलाहाबाद – व्योमेशचंदबनर्जी,नौवा अधिवेशन – 1893 – लाहौर – दादाभाईनौरोजी,दसवा अधिवेशन – 1894 – मद्रास – अल्फ्रेडवेब,ग्याहरवा अधिवेशन – 1895 – पूना – सुरेन्द्रनाथबेनर्जी,

बारहवा अधिवेशन – 1896 – कलकत्ता – रहीमतुल्लासयानी,तेरहवा अधिवेशन – 1897 – अमरावती – सी. शंकरननायर,चौदहवा अधिवेशन – 1898 – मद्रास – आनंदमोहन दास,पन्द्रहवा अधिवेशन – 1899 – लखनऊ – रमेशचन्द्र दत्त,सोलहवा अधिवेशन – 1900 – लाहौर – एन.जी. चन्द्रावरकर,सत्रहवा अधिवेशन – 1901 – कलकत्ता – दिनशाइदुलजीवाचा,अठारहवा अधिवेशन – 1902 – अहमदाबाद – सुरेन्द्रनाथबनर्जी,

उन्नीसवा अधिवेशन – 1903 – मद्रास – लालमोहन घोष,बीसवा अधिवेशन – 1904 – बम्बई – सर हैनरी काटन,इक्कीसवा अधिवेशन – 1905 – बनारस – गोपालकृष्णगोखले, बाईसवा अधिवेशन – 1906 – कलकत्ता – दादाभाईनौरोजी – पहली बार स्वराज शब्द का प्रयोग,तेइसवा अधिवेशन – 1907 – सूरत – डॉ रास बिहारी घोष – कांग्रेस का प्रथम विभाजन, चौबीसवा अधिवेशन – 1908 – मद्रास – डॉ रास बिहारी घोष, पच्चीसवा अधिवेशन – 1909 – लाहौर – प. मदनमोहन मालवीय,

छब्बीसवा अधिवेशन – 1910 – इलाहाबाद – विलियनवेडरबर्न – पहली बार जन गण मन गाया गया.,सत्ताइस्वा अधिवेशन – 1911 – कलकत्ता – प. बिशन नारायण धर,अट्ठाइसवा अधिवेशन – 1912 – बांकीपुर – आर. एन. मधोलकर,उन्तीसवा अधिवेशन – 1913 – कराँची – नवाब सैय्यदमो. बहादुर,

तीसवा अधिवेशन – 1914 – मद्रास – भूपेन्द्रनाथबसु,इकतीसवा अधिवेशन – 1915 – बम्बई – सर सत्येन्द्र प्रसन्न सिन्हा,बत्तीसवा अधिवेशन – 1916 – लखनऊ – अंबिका चरण मजूमदार – मुस्लिम लीग से समझौता, तैतिसवा अधिवेशन – 1917 – कलकत्ता – श्रीमती एनीबेसेंट – प्रथम महिला अध्यक्ष

विशेष अधिवेशन – 1918 – बम्बई – हसन इमाम – कांग्रेस का दूसरा विभाजन

चौतिसवा अधिवेशन – 1918 – दिल्ली – प. मदनमोहन मालवीय,पैतीसवा अधिवेशन – 1919 – अमृतसर – प. मोतीलालनेहरु,छत्तीसवा अधिवेशन – 1920 – नागपुर – सी. वि. राधवाचरियर – कांग्रेस संविधान में परिवर्तन

और पढ़े: Rashtriya Ekta Diwas; सरदार पटेल के महान योगदान को समर्पित पर्व

Number 37 to 57

विशेष अधिवेशन – 1920 – कलकत्ता – लाला लाजपतराय
सैतीसवा अधिवेशन – 1921 – अहमदाबाद – हकीम अजमल खाँ,अड़तीसवा अधिवेशन – 1922 – गया – देशबंधुचितरंजन दास, उन्तालिसवा अधिवेशन – 1923 काकीनाडा – मौलाना मोहम्मद अली. विशेष अधिवेशन – 1923 – दिल्ली – अबुल कलाम आजाद – सबसे युवा अध्यक्ष चालीसवा अधिवेशन – 1924 – बेलगाव – महात्मा गाँधी,

इकतालीसवा अधिवेशन – 1925 – कानपुर – श्रीमती सरोजनीनायडू – प्रथम भारतीय महिला अध्यक्ष, बयालीसवा अधिवेशन – 1926 – गुवाहाटी – एस. श्रीनिवासआयगार – सदस्यों हेतु खादी वस्त्र अनिवार्य,तेतालिसवा अधिवेशन – 1927 – मद्रास – डॉ. एम. ए. अंसारी – पूर्ण स्वाधीनता की मांग,

चौवालिसवा अधिवेशन – 1928 – कलकत्ता – प.मोती लाल नेहरु,पैतालिसवा अधिवेशन – 1929 – लाहौर – प. जवाहर लाल नेहरु पूर्ण स्वराज की मांग, छियालिसवा अधिवेशन – 1931 – कराँची – स. वल्लभ भाई पटेल,

सैतालिसवा अधिवेशन – 1932 – दिल्ली – अमृत रणछोड़ दास सेठ, अड़तालिसवा अधिवेशन – 1933 – कलकत्ता – श्रीमती नेल्ली सेन गुप्ता, उनचासवा अधिवेशन – 1934 – बम्बई – डॉ राजेन्द्र प्रसाद,

पचासवा अधिवेशन – 1936 – लखनऊ – प.जवाहर लाल नेहरु, इक्यान्वा अधिवेशन – 1937 – फैजपुर – प. जवाहर लाल नेहरु गाँव में आयोजित प्रथम अधिवेशन, बावनवा अधिवेशन – 1938 – हरिपुरा – सुभाषचंद्रबोस,

तिरपनवा अधिवेशन – 1939 – त्रिपुरा – सुभाषचंद्रबोस,चौवनवा अधिवेशन – 1940 – रामगढ़ – अबुल कलाम आजाद,पचपनवा अधिवेशन – 1946 – मेरठ – आचार्य जे. बी. कृपलानी – आजादी के समय अध्यक्ष,छप्पनवा अधिवेशन – 1948 – जयपुर – बीपट्टाभिसीतारमय्या, सनतावनवा अधिवेशन – 1950 – नासिक – पुरुषोत्तम दास टंडन

1947 में स्वतंत्रता के बाद, कांग्रेस भारत की प्रमुख राजनीतिक पार्टी बन गई. आज़ादी से लेकर 2014 तक, 16 आम चुनावों में से, कांग्रेस ने 6 में पूर्ण बहुमत जीता है और 4 में सत्तारूढ़ गठबंधन का नेतृत्व किया; अतः, कुल 49 वर्षों तक वह केंद्र सरकार का हिस्सा रही. भारत में, कांग्रेस के सात प्रधानमंत्री रह चुके हैं. आशा करते है कि यह लेख आपको पसंद आया होगा एवं ऐसे ही लेख और न्यूज पढ़ने के लिए कृपया हमारा ट्विटर पेज फॉलो करें.

शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

उद्धरण चिह्न किसे कहते है और इसके प्रकार एवं उदाहरण

अगली पोस्ट

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उड़ाई सीएम चन्नी के खोखले दावों की धज्जियां

संबंधित पोस्ट

सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।
चर्चित

विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

20 November 2025

20 नवंबर को एक ऐतिहासिक जवाब देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के...

सुप्रीम कोर्ट, बुलडोजर
मुझे हिंदी में खबर बताओ

नहीं चलेगा सड़क या रेलवे लाइन पर कब्ज़ा, सुप्रीम कोर्ट ने दे दिया बुलडोजर चलाने का आदेश

1 October 2024

सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर एक्शन से जुड़े मामलों की सुनवाई के दौरान मंगलवार को सड़कों पर बने धार्मिक ढांचों को लेकर सख्त टिप्पणी की है।...

Emotional Father Daughter Quotes in Hindi
मुझे हिंदी में खबर बताओ

Emotional Father Daughter Quotes in Hindi : इमोशनल फादर डॉटर कोट्स हिंदी में

11 February 2023

 Emotional Father Daughter Quotes in Hindi :इमोशनल फादर डॉटर कोट्स हिंदी में स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Emotional Father Daughter...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04

How Javelin Missiles Will Enhance India’s Anti-Tank Dominance?

00:06:47
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited