सरकारें तो आती-जाती रहती हैं लेकिन ऐसा बहुत ही कम देखने को मिलता है कि कोई सरकार अपने राज्य की तस्वीर ही बदल कर रख दे। ऐसा ही कुछ हुआ है उत्तर प्रदेश में। एक समय था जब सबसे ज्यादा गुंडागर्दी इसी राज्य में होती थी। गुंडागर्दी भी इस दर्जे की कि माफिया कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा देते हैं। लेकिन सीएम योगी के सत्ता में आने के बाद स्थिति में जबरदस्त बदलाव देखने को मिला है। पूर्ववर्ती सरकारों के शह में पनपे राज्य के भूमाफियाओं पर योगी सरकार का जबरदस्त डंडा चला है। इसे लेकर विपक्षियों के पेट में मरोड़े भी आई है, लेकिन योगी तो योगी हैं, जिनके लिए राष्ट्र सर्वोपरि और धर्म सर्वोच्च है! मौजूदा समय में योगी आदित्यनाथ उत्तरप्रदेश में हिंदुओं के रॉबिनहुड बन गए हैं। जैसे रॉबिनहुड अमीरों और अत्याचारियों से पैसा लेकर गरीबों में बांटता था, ठीक उसी मोड में इस समय योगी आदित्यनाथ हैं।
दरअसल, पिछले वर्ष अगस्त 2021 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा करते हुए कहा था कि राज्य सरकार माफियाओं के चंगुल से मुक्त जमीन पर गरीबों और दलितों के लिए घर बनाएगी और ध्यान देने वाली बात है कि अब इस पर काम भी शुरु हो गया है। योगी ने पिछले साढ़े चार वर्षों के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश से माफिया राज को ध्वस्त कर दिया है। दिसंबर 2021 में विधानसभा में अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान बोलते हुए, सीएम ने अपराधियों से 1,500 रुपये की संपत्ति जब्त करने की बात कही थी। द टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, 1.5 लाख एकड़ से अधिक भूमि जो असामाजिक तत्वों के नियंत्रण में थी, सरकार ने अपने कब्जे में ले ली है और इसकी कीमत 1,850 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। जिस पर अब गरीबों और दलितों का घर बनाया जाएगा।
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भूमाफियाओं पर सीएम योगी की जबरदस्त कार्रवाई
सीएम योगी आदित्यनाथ ने 6 जनवरी को कहा कि राज्य सरकार ने न केवल माफिया तत्वों की संपत्ति जब्त की है, बल्कि उनके अवैध परिसरों को भी ध्वस्त कर दिया है। उन्होंने कहा, “यह सरकार की संपत्ति थी। राज्य सरकार माफिया से मुक्त हुई जमीन पर गरीबों और दलितों के लिए घर सुनिश्चित करेगी।” सीएम ने कहा, पाकिस्तान व बांग्लादेश से जिन हिन्दुओं को निकाला गया था, वे लोग मेरठ में दशकों से रह रहे थे। ऐसे हिन्दू परिवारों को हम लोगों ने प्रति परिवार 02 एकड़ भूमि और 200 वर्गगज भूमि मकान बनाने के लिए उपलब्ध करवाकर मुख्यमंत्री आवास योजना से आच्छादित किया है।
पाकिस्तान व बांग्लादेश से जिन हिन्दूओं को निकाला गया था, वे लोग मेरठ में दशकों से रह रहे थे।
ऐसे हिन्दू परिवारों को हम लोगों ने प्रति परिवार 02 एकड़ भूमि और 200 वर्गगज भूमि मकान बनाने के लिए उपलब्ध करवाकर के मुख्यमंत्री आवास योजना से आच्छादित किया: #UPCM श्री @myogiadityanath जी pic.twitter.com/gScqfPo0nk
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) January 6, 2022
यूपी के सीएम लखनऊ में सरकारी सेवाओं में विभिन्न पदों के लिए चयनित उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र वितरण हेतु आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस अवसर पर 57 नायब तहसीलदारों, सरकारी कॉलेजों के 141 व्याख्याताओं और 69 सहायक व्याख्याताओं को नियुक्ति पत्र दिए गए। इसी दौरान उन्होंने अपने वादों को लेकर बोलना शुरू किया।
एक भूमि बैंक के तहत लाई गई है जब्त भूमि
योगी आदित्यनाथ के मुताबिक, कानपुर देहात इलाके में दशकों से रह रहे बांग्लादेश में प्रताड़ित होकर भारत पहुंचे सभी 63 बंगाली हिंदू परिवारों को ‘मुख्यमंत्री आवास योजना’ के तहत 1.20 लाख रुपये दिए गए हैं। उन्होंने कहा, अतिक्रमणकारियों से मुक्त भूमि को एक भूमि बैंक के तहत लाया गया है और भूमि का उपयोग स्कूल, उद्योग और अन्य व्यवसाय स्थापित करने के लिए भी किया जाएगा। इन बरामद जमीनों पर डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की कई सुविधाएं भी बनाई गई हैं। राज्य सरकार ने पुनर्वास विभाग के अंतर्गत ग्राम भैंसया, तहसील रसूलाबाद एवं जिला कानपुर देहात में 121.41 हेक्टेयर भूमि उपलब्ध करायी है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार के पास वर्तमान में एंटी भूमाफिया से 64,366 हेक्टेयर बरामद भूमि है और इसे गरीबों के लिए मकान बनाने तथा बुनियादी सुविधाओं और उद्योगों के निर्माण के लिए आवंटित किया जा रहा है। एक पंथ दो काज करते हुए योगी आदित्यनाथ ने उग्रवादियों को कड़ा संदेश दिया है! यह संदेश है कि उत्तर प्रदेश में अब और अराजकता नहीं चलेगी और दूसरी ओर हर पीड़ित के साथ न्याय होगा। यह सर्वविदित है कि प्रदेश में पूर्ववर्ती सरकारों के दौरान माफियाओं ने गरीबों की जमीन को हड़पने का कार्य किया था, अब योगी आदित्यनाथ उसी जमीन को वापस कर रहे हैं।
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