WazirX – भारत में क्रिप्टो करेंसी (एक डिज़िटल मुद्रा) के तौर पर विशेष रूप से BITCOIN का उपयोग सर्वाधिक किया जाता है, जबकि वैश्विक स्तर पर लगभग 57 फीसदी देश इस डिजिटल मुद्रा का उपयोग करते हैं। वहीं, भारत के GST इंटेलिजेंस महानिदेशालय (DGGI) ने बीते शनिवार को देश भर में कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी सेवा प्रदाताओं की तलाशी के बाद भारी ‘कर’ चोरी का पता लगाया है। क्रिप्टो के व्यापर को लेकर DGGI और GST Mumbai Zone ने कुल 70 करोड़ रुपये की कर चोरी का भंडाफोड़ किया है।
WazirX पर 40.5 करोड़ की टैक्स चोरी का आरोप
बता दें कि GST मुंबई (GST Mumbai East Commissionerate Zone) ने WazirX की व्यावसायिक गतिविधियों की जांच करते हुए 40.5 करोड़ रुपये की GST चोरी की पहचान की है। एजेंसी ने एक बयान में कहा कि “उन्होंने कंपनी से 49.20 करोड़ रुपये नकद वसूल किए हैं, जिसमें ब्याज और जुर्माना शामिल है।” हालांकि, सरकार द्वारा क्रिप्टोकरेंसी को विनियमित करने के लिए कानून लाने के महीनों बाद WazirX पर कार्रवाई हुई है। खबर के अनुसार DGGI मैसर्स बिटसिफर लैब्स LLP द्वारा Coinswitch Kuber समेत CoinDCX by M/s Nebilo Technologies Pvt Ltd, BuyUCoin by M/s I Block Technologies Pvt Ltd, (and) Unocoin by M/s Unocoin Technologies Pvt Ltd. यूनोकॉइन की जांच कर रहा है।
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वहीं, एक आधिकारिक बयान के अनुसार “वे क्रिप्टो सिक्कों की खरीद और बिक्री के लिए सुविधा मध्यस्थ सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। इन सेवाओं पर 18 प्रतिशत GST की दर से GST लगता है, जिससे ये सभी बचते रहे हैं।” आपको बता दें कि क्रिप्टो एक्सचेंजों ने बाद में GST कानून के वैधानिक प्रावधानों के अनुपालन के लिए GST, ब्याज और जुर्माना के रूप में 30 करोड़ रुपये और 40 करोड़ रुपये का भुगतान किया। इसके अलाव केंद्रीय बोर्ड ऑफ अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क (CBIC) ने उनसे कुल 70 करोड़ रुपये वसूल किए हैं।
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर संशय बरकरार
गौरतलब है कि आरोप लगने के बाद Zanmai Labs के प्रवक्ता ने अपने बयान में कहा, “मामले के कुछ अस्पष्टता के कारण GST भुगतान की एक अलग गणना हुई। हालांकि, हमने सहकारी और अनुपालन करने के लिए स्वेच्छा से अतिरिक्त GST का भुगतान किया। टैक्स से बचने का कोई इरादा नहीं था।” बिनेंस-समर्थित वजिर्क्स ने पिछले महीने 10 मिलियन उपयोगकर्ताओं को पार किया जबकि इस रेस में WazirX भी शीर्ष पर था। वहीं, अन्य एक्सचेंजों ने भी अपनी क्रिप्टोकरेंसी लॉन्च की है और अधिक निवेशकों को लुभाने के लिए अपना विस्तार करना चाहते हैं।
ऐसे में, GST विभाग ने यह कदम तब उठाया है, जब उद्योग नियमों के संदर्भ में बहुत अधिक अस्पष्टता का सामना कर रहा है। वर्तमान में, इन क्रिप्टो एक्सचेंज या निवेशकों को कैसे कर लगाया जाता है! वहीं, इस बारे में कोई स्पष्ट नियम नहीं हैं कि क्रिप्टो करेंसी को मुद्राओं, Securities या एक प्रकार की संपत्ति के रूप में वर्गीकृत किया गया है या नहीं। लिहाजा, क्रिप्टो करेंसी को लेकर अभी भी संशय बरकरार है।