मुख्य बिंदु
- भारत करेगा अंतरराष्ट्रीय मोटरस्पोर्ट चैंपियनशिप की मेजबानी
- यह चैंपियनशिप दिसंबर 2022 और मार्च 2023 के बीच हुसैन सागर झील के पास हैदराबाद के 2.3 किमी सर्किट में होगी
- इससे पहले भी महिंद्रा रेसिंग और Formula E अधिकारियों ने देश में मोटरस्पोर्ट इवेंट कराने के प्रयास किए थे लेकिन वे असफल रहे
सभी Formula E रेसिंग प्रेमियों के लिए यह रोमांचक खबर है या यूं कहें खुशखबरी है। खबर यह है कि भारत अंतरराष्ट्रीय मोटरस्पोर्ट इवेंट की मेजबानी करनेवाला है। यह चैंपियनशिप दिसंबर 2022 और मार्च 2023 के बीच हुसैन सागर झील के पास हैदराबाद के 2.3 किमी सर्किट में होगी। इस संदर्भ तेलंगाना सरकार और Formula E के बीच एक आशय पत्र (Letter of Intent) पर हस्ताक्षर हुआ है। इन दोनों पक्षों के अलावा इस चैंपियनशिप को डिस्पैचेबल रिन्यूएबल कंपनी ग्रीनको ग्रुप की मदद से भारत लाया जा रहा है। हैदराबाद में Formula E के CEO Alberto Longo, ट्रैक ओवरले निदेशक एगस ज़ोमेनो के साथ ही तेलंगाना उद्योग और वाणिज्य मंत्री के.टी. रामा राव की उपस्थिति में औपचारिकताएं पूरी हुई।
हैदराबाद शहर करेगा Formula E रेस की मेजबानी
Formula E के CEO Alberto Longo ने कहा, “हम सिर्फ एक उम्मीदवार शहर के रूप में हैदराबाद की घोषणा कर रहे हैं, लेकिन यह शहर जल्द ही Formula E के कैलेंडर में एक आधिकारिक शहर बनने जा रहा है। आशा करते हैं कि यह बहुत जल्द हो और आने वाले महीनों में हम यहां हैदराबाद में एक रेस का आनंद लें। उम्मीद है कि हम दिसंबर 2022 और मार्च 2023 के महीनों में यहां होंगे।”
बता दें कि 2013 में बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट, ग्रेटर नोएडा में आयोजित तीसरे Formula 1 Indian Grand Prix के बाद यह देश में होने वाली पहली बड़ी ऑल-इलेक्ट्रिक चैंपियनशिप होगी। Formula E के आने के साथ ही हैदराबाद Beijing, Putrajaya, Puntal Del Este, Buenos Aires, Miami, Long Beach, Berlin, Moscow, Paris, Hong Kong और अन्य शहरों की लीग में शामिल हो गया है, जिन्होंने इस दौड़ की मेजबानी की है।
यह पहली बार नहीं है जब Formula E ने भारत में इवेंट आयोजित करने की कोशिश की है। इससे पहले भी महिंद्रा रेसिंग और Formula E अधिकारियों ने देश में मोटरस्पोर्ट इवेंट कराने के प्रयास किए थे लेकिन वे असफल रहे। वहीं, अगर सबसे अधिक मांग वाली कारों की बात करें तो जेन 2 Formula E वैगन अपने अब तक के सबसे मजबूत संस्करणों में सामने आएं हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, इन कारों की बेस पावर 295bhp से बढ़ाकर 335bhp तक कर दी गई है। इस बीच, भारत के अलावा, ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बाजार, Formula E में शामिल होने वाले अन्य देश जकार्ता और इंडोनेशिया हैं।
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मेजबानी की होड़ में भारत है वास्तविक उम्मीदवार
वहीं, Alberto Longo भारत से काफी प्रभावित थे लिहाजा, तेलंगाना सरकार ने एक महीने से भी कम समय में आशय पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए कदम उठाया। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी किसी सरकार को इतनी तेजी से फैसले लेते नहीं देखा। उन्होंने आगे कहा कि दिसंबर 2022 और मार्च 2023 के बीच होने वाली पहली दौड़ के साथ हैदराबाद जल्द ही आधिकारिक मेजबान शहर बन जाएगा। वहीं, तेलंगाना सरकार में मंत्री केटीआर ने कहा कि “अन्य भारतीय शहरों की भांति हैदराबाद में पिछले एक दशक में सबसे ज्यादा हरित आवरण देखने को मिला है। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई को पीछे छोड़ते हुए इस शहर के हरित आवरण में 147 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।”
तेलंगाना के इलेक्ट्रिक व्हीकल्स एंड एनर्जी स्टोरेज सिस्टम्स के निदेशक सुजई करमपुरी ने उम्मीद जताई कि हैदराबाद को आधिकारिक मेजबान शहर बनाने के लिए अगले 90 दिनों या उससे पहले एक समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि दुनिया भर के 60 शहर Formula E की मेजबानी के लिए होड़ में हैं और उनमें से 24 शहर वास्तविक उम्मीदवार हैं। ऐसे में, यह कहना उचित होगा कि मोटो स्पोर्ट्स काफी आकर्षक और निवेश से परिपूर्ण है, जिसकी मेजबानी भारत की अर्थव्यवस्था को एक नया संबल दे सकती है।