मुख्य बिंदु
- नेपाल में 75 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेगा भारत
- आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में नेपाल में पूरे वर्ष भर अगस्त 2023 तक कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे
- दोनों देशों के बीच मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध होंगे मजबूत, चीन को इससे लगेगा झटका
भारत ने बीते बुधवार को घोषणा की कि वह अगस्त 2023 तक नेपाल में 75 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेगा। यह घोषणा काठमांडू में भारतीय दूतावास ने भारत के 73वें गणतंत्र दिवस के दौरान की। यह घोषणा ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ का एक हिस्सा थी, जो भारत की आजादी के 75 साल और मानव प्रयास के सभी क्षेत्रों में भारतीयों द्वारा उल्लेखनीय उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए भारत सरकार की एक पहल है। महोत्सव के हिस्से के रूप में पूरे वर्ष भर अगस्त 2023 तक कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
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नेपाल में भारत की 75 विकास परियोजनाएं
नेपाल स्थित भारतीय दूतावास ने बीते बुधवार को 73वें गणतंत्र दिवस का जश्न मनाते हुए घोषणा की, “नेपाल में भारत@75 परियोजना भारत के प्रयासों को मील का पत्थर के रूप में चिह्नित करने के लिए और इस साल नेपाल के प्रांतों और जिलों में भारत की सहायता से लागू 75 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने की योजना है।” भारत नेपाल का एक प्रमुख विकास भागीदार है और दशकों से विभिन्न विकास गतिविधियों में लगा हुआ है। इसी क्रम में कुछ दिनों पहले ही नेपाल और भारत के बीच महाकाली नदी पर पुल बनाने की योजना को कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। यह पुल तीन साल में बनकर होगा पूरा और इससे दोनों देशों के बीच आवागमन की सुविधा बढेगी।
वहीं, गणतंत्र दिवस के अवसर पर काठमांडू में भारतीय दूतावास ने पूरे नेपाल में विभिन्न संगठनों और स्थानीय अधिकारियों को 75 एम्बुलेंस और स्कूल बसें उपहार में दी। एम्बुलेंस और स्कूल बसों को सौंपने के अलावा भारतीय दूतावास के परिसर में एक समारोह का आयोजन भी किया गया। समारोह की शुरुआत राजदूत विनय मोहन क्वात्रा द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ हुई, जिन्होंने इस अवसर पर भारत के राष्ट्रपति का संदेश पढ़ा। राजदूत ने युद्ध में शहीद हुए सैनिकों की विधवाओं और उनके परिजनों को 6.35 करोड़ रुपये का बकाया राशि और कंबल देकर सम्मानित किया। इस बीच भारत के 73वें गणतंत्र दिवस के मौके पर नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी, प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा और विदेश मंत्री डॉ नारायण खड़का ने अलग-अलग बधाई संदेश रामनाथ कोविंद, नरेंद्र मोदी, डॉ. एस. जयशंकर को भेजे, जो भारत के क्रमशः राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री हैं।
दोनों देशों के बीच मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध होंगे मजबूत
भारत के राष्ट्रपति को अपने संदेश में नेपाल की राष्ट्रपति भंडारी ने भारत के राष्ट्रपति के अच्छे स्वास्थ्य और खुशी के साथ-साथ भारत के लोगों की निरंतर प्रगति और समृद्धि के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। भारत में आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में मनाए जा रहे भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर भी भंडारी ने बधाई और शुभकामनाएं दी। इसी तरह, प्रधानमंत्री देउबा ने भी प्रधानमंत्री मोदी को अच्छे स्वास्थ्य और खुशी के लिए तथा भारत के लोगों की निरंतर प्रगति और समृद्धि के लिए शुभकामनाएं दी। प्रधानमंत्री देउबा ने सामाजिक-आर्थिक विकास और प्रौद्योगिकियों और नवाचार में प्रभावशाली प्रगति में भारत की उल्लेखनीय उपलब्धियों की सराहना की। नेपाल के विदेश मंत्रालय के अनुसार, देउबा ने विश्वास व्यक्त किया है कि आने वाले दिनों में संबंध और मजबूत होते रहेंगे।
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इसी तरह, विदेश मंत्री डॉ खड़का ने विदेश मंत्री जयशंकर और भारत के लोगों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं व्यक्त की। उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया है कि आने वाले दिनों में दोनों देशों के बीच मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध और मजबूत होंगे। पूर्व प्रधानमंत्री ओली के कार्यकाल के दौरान नेपाल में चीन का प्रभुत्व बढ़ा था। परंतु मोदी सरकार और विदेश मंत्रालय के प्रयासों के कारण देउबा के नेतृत्व में नेपाल को भारत के पाले में लाने में सफलता मिली है। यह चीन पर भारत की कूटनीतिक जीत है। इतना ही नहीं इस जुड़ाव और कूटनीतिक सहयोग से नेपाल का भारत के प्रति सीमा विवाद को लेकर हुई गलतफहमी दूर होने की संभावना है। ऐसे में, दोनों देशों का प्रगाढ़ संबंध ड्रैगन के विस्तारवादी सोच पर लगाम लगाएगा।