भारत के 8 बड़े शहरों में होम डिलीवरी सर्विस उपलब्ध कराने वाली भारतीय कंपनी Dunzo में रिलायंस रिटेल ने 200 मिलियन डॉलर का निवेश किया है तथा 26% हिस्सेदारी खरीदी है। रिलायंस रिटेल पहले ही जिओमार्ट के माध्यम से ऑनलाइन शॉपिंग की दुनिया में उतरने की तैयारी कर रहा है। फ्यूचर ग्रुप के साथ रिलायंस के हुए समझौते के बाद यह कहा जा रहा था कि रिलायंस ऑनलाइन शॉपिंग के बाजार में सबसे बड़े खिलाड़ी के रूप में सामने आने वाला है। किंतु अमेज़न ने इस समझौते को कानूनी दांवपेच में फंसा दिया। हालांकि, जब तक यह मामला सुलझ नहीं जाता, तब तक रिलायंस ने शांत बैठने के बजाए भारतीय कंपनी के माध्यम से ऑनलाइन शॉपिंग के क्षेत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर ली है।
और पढ़ें: Future Group के साथ विवाद से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर Amazon की हो रही है बेइज्जती
वर्ष 2017 में Dunzo को गूगल ने किया था फंड
मौजूदा समय में Dunzo कंपनी बेंगलुरु, दिल्ली, गुरुग्राम, पुणे, चेन्नई, जयपुर, मुंबई और हैदराबाद में अपनी सेवाएं दे रही है। इस भारतीय स्टार्टअप कंपनी का मुख्यालय बेंगलुरु में स्थित है। वर्ष 2017 में गूगल ने इसे फंड किया था। रिलायंस के साथ ही इस कंपनी में पूर्व में भी अन्य कंपनियों ने निवेश किया है, जिनमें Lightbox, Lightrock, 3L Capital और Alteria Capital आदि शामिल हैं। अब रिलायंस के इस निवेश के बाद Dunzo अपनी सेवाओं का विस्तार 15 और शहरों में करने वाली है।
Dunzo के CEO कबीर बिस्वास ने मीडिया को बताया कि ‛रिलायंस के निवेश के साथ ही हमारे पास एक ऐसा साझेदार हो गया है, जो लंबे समय तक हमारे साथ रहेगा और जिसके साथ मिलकर हम तेजी से विकास कर सकेंगे तथा भारतीयों द्वारा की जाने वाली दैनिक और साप्ताहिक खरीदारी के तरीके को नए सिरे से परिभाषित कर सकेंगे।’
और पढ़ें: कैसे रिलायंस ने अक्षय ऊर्जा पर चीन के एकछत्र राज के सपनों पर फेरा पानी ?
रिटेल व्यापार में जल्द ही महाशक्ति के रुप में उभरेगा रिलायंस
Dunzo की ओर से कहा गया है कि इस पूंजी का प्रयोग उसके द्वारा भारत के सबसे बड़े और तीव्र व्यावसायिक प्रतिष्ठान बनने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए किया जाएगा, आवश्यक वस्तुओं की त्वरित आपूर्ति के लिए छोटे छोटे गोदामों के एक नेटवर्क का विकास किया जाएगा और स्थानीय दुकानदारों के माध्यम से लॉजिस्टिक क्षमता को बढ़ाने हेतु B2B नेटवर्क को फैलाया जाएगा। Dunzo रिलायंस द्वारा संचालित खुदरा स्टोरों के लिए हाइपर लोकल लॉजिस्टिक्स प्रदान करेगा और JioMart के मर्चेंट नेटवर्क के लिए अंतिम-मील डिलीवरी की सुविधा प्रदान करेगा।
रिलायंस द्वारा ऑनलाइन डिलीवरी मार्केट में प्रवेश ऑनलाइन डिलीवरी सेक्टर को क्रांतिकारी रूप से बदल सकता है। इसकी उपस्थिति अमेज़न, बिगबास्केट सहित हर प्रतिस्पर्धी कंपनी के लिए एक चुनौती है। रिलायंस के पास पहले ही जिओ के कारण उपभोक्ताओं की एक बड़ी संख्या में मौजूद है। जिओ-सिम उपभोक्ताओं तक जिओमार्ट की सीधी पहुंच होगी और यह सुविधा किसी अन्य ऑनलाइन रिटेलर कंपनी को प्राप्त नहीं है। ऐसे में आने वाले समय में ऑनलाइन रिटेल व्यापार में रिलायंस का सबसे बड़ी शक्ति बनना तय है।
और पढ़ें: रिलायंस अमेज़न और वॉलमार्ट की अनैतिक व्यापार प्रथाओं से लड़ रहा है और जीत भी रहा
वहीं, दूसरी ओर भारतीय स्टार्टअप कंपनी में रिलायंस जैसी बड़ी फार्म के निवेश के कारण अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को एक अच्छा संदेश मिलेगा। Dunzo में रिलायंस का निवेश एक ऐसे समय में हुआ है, जब पहले ही वर्ष 2021 के दौरान भारतीय स्टार्टअप कंपनियों में देसी विदेशी निवेशकों द्वारा 36 बिलियन डॉलर का निवेश किया जा चुका है। इस निवेश का बड़ा हिस्सा क्विक कॉमर्स इंडस्ट्री, फाइनेंसियल टेक्नोलॉजी, हेल्थ टेक्नोलॉजी आदि क्षेत्रों मे आया है। यह तय है कि भविष्य इंटरनेट टेक्नोलॉजी का ही है, ऐसे में इस क्षेत्र में अधिकाधिक स्वदेशीकरण भारत की आत्मनिर्भरता के लिए भी अति आवश्यक है।