शिशिर ऋतु का वर्णन एक संक्षिप्त लेख

हवा के पर्यायवाची शब्द

बसंत, ग्रीष्म और वर्षा देवी ऋतु हैं तो शरद, हेमंत और शिशिर पितरों की ऋतु है. मानो वसुंधरा और अंबर एकाकार हो गए हों. ओस से कण-कण भीग जाता है. शिशिर में वातावरण में सूर्य के अमृत तत्व की प्रधानता रहती है तो शाक, फल, वनस्पतियां इस अवधि में अमृत तत्व को अपने में सर्वाधिक आकर्षित करती हैं और उसी से पुष्ट होती हैं. मकर संक्रांति पर शीतकाल अपने यौवन पर रहता है. शीत के प्रतिकार तिल, तेल आदि बताए गए हैं.

शिशिर ऋतु

शिशिर ऋतु को भारत में छह ऋतुओं में से एक ऋतु माना जाता है. इस ऋतु में प्रकृति में बुढ़ापा सा छा जाता है. इस ऋतु में बुढ़ापा इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस मौसम में पेड़ – पत्ते झड़ने लगते हैं. शिशिर ऋतु में कड़ाके की ठंड पड़ती है. इस ऋतु में घना कोहरा छाने लगता है. दिशाएं धवल और उज्ज्वल हो जाती हैं. मकर संक्रांति तीव्र शीतकाल का पर्व माना जाता है.

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मौसम

“शिशिर ऋतु” इस ऋतु में ठंड बहुत पड़ती है. वहीं इस मौसम में ओस बहुत पड़ती है, ये ओस इतना ठंडी रहती है की मानव ने इसे सुबह-सुबह छूते भी नहीं हैं. व्यक्ति इस मौसम में गरम खाना ज्यादा पसंद आता है. शिशिर में वातावरण में शीतलता के साथ ही रूक्षता बढ़ जाती है. यह सूर्य का उत्तरायण काल होता है.

प्रचंड शीत से सूर्यनारायण की किरणों की प्रखरतामद्घिम हो जाती है. सूर्य किरणों का स्पर्श प्रिय लगने लगा है. अग्नि की ऊष्मा आकर्षित करने लगी है इस ऋतु में जब बर्फीली हवा बहती है तो अलाव तापना मीठा लगता है.

इस ऋतु को पतझड़ ऋतु के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इस समय पर बाग-बगीचा खाली-खाली सा लगने लगता है. क्योंकि पेड़ो के पत्ते झड़ जाते हैं. इस समय पेड़ो की सुंदरता खत्म हो जाती है. इस समय पर कोहरा तो चारों तरफ दिखाई देता है. इस समय में सूर्य की दूरी पृथ्वी से दूर हो जाती है इसीलिए कड़ाके की धूप भी नहीं लगती है. शिशिर ऋतु के समय में ठंड होने के कारण पक्षी भी जल्द से जल्द पलायन ले लेते हैं

शिशिर ऋतु में उपलब्ध खाद्य पदार्थ

इस समय के मौसम में मानव ने कई प्रकार की सब्जी की खेती भी करते हैं. और सब्जी भी कई प्रकार की इस समय में लगाया जाता है जैसे- की मान सब्जी के नाम, टमाटर, आलू, कद्दू, लौकी, मटर, आदि प्रकार की सब्जी भी इस समय पर उगाई जाती हैं.

इस ऋतु में ठंड बढ़ने के कारण अनेक प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक पाक, मेवों, दूध, गुड़-मूंगफली आदि शरीर को पुष्ट करते हैं. शीत ऋतु दो भागों में विभक्त है. हल्की गुलाबी ठंड हेमंत ऋतु , तीव्र तथा तीखा जाड़ा शिशिर. आशा करते है कि यह लेख आपको पसंद आया होगा एवं ऐसे ही लेख और न्यूज पढ़ने के लिए कृपया हमारा ट्विटर पेज फॉलो करें.

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