उद्धरण चिह्न क्या है?
हिंदी भाषा में कोई वाक्य या कथन ज्यों का त्यों उतारा जाता है. उसमें इस चिह्न (” “) का प्रयोग किया जाता है. उद्धरण चिह्न कहलाता है.
उदाहरण के लिए-
“रघुकुल रीति सदा चली आई। प्राण जाय पर वचन न जाई॥”
उद्धरण चिह्न
उद्धरण चिह्न के प्रकार की बात करें तो यह दो प्रकार के होते हैं
इकहरा उद्धरण चिन्ह (‘ ‘)
दुहरा उद्धरण चिन्ह (” “)
दोहरे उद्धरण चिन्ह-
किसी पुस्तक से कोई वाक्य या कथन ज्यों का त्यों उतारा जाता है. वहां दोहरे उद्धरण चिन्ह का प्रयोग किया जाता है.
उदाहरण के लिए-
“महात्त्वकांक्षा का मोती निष्ठुरता की सीपी में पलता है”
महत्त्वपूर्ण कथन, कहावत आदि को उद्धरित करने के लिए भी दोहरे उद्धरन चिह्न का प्रयोग किया जाता है.
जैसे – प्रेमचन्द्र ने कहा था “साहित्य राजनीति के आगे चलने वाली मशाल है”
इकहरे उद्धरण चिन्ह-
जब किसी शब्द, पद या वाक्य-खण्ड विशेष अर्थ या उद्देश्य से किया जाता है. वहाँ इकहरे उद्धरण चिन्ह का प्रयोग किया जाता है.
जैसे – ‘कामायनी‘ की कथा संक्षेप में लिखिए.
‘नवभारत टाइम्स’ और ‘दैनिक जागरण’ हिन्दी के प्रसिद्ध राष्ट्रीय दैनिक समाचार पत्र है.
पुस्तक, समाचार पत्र, लेखक का उपनाम, लेख का शीर्षक आदि के लिए भी इकहरे उद्धरण चिह्न का प्रयोग किया जाता है.
जैसे – ‘निराला’ पागल नहीं थे.
‘लक्ष्मण’ एक प्रसिद्ध व्यंग्यकार हैं.
और पढ़े: Subject & Predicate definition and Example in Hindi
अन्य प्रकार के चिन्ह
(क) ( . ) यह चिन्ह —पूर्ण विराम—का प्रतीक है.
(ख) ( ! ) यह चिन्ह —विस्मयसूचक चिन्ह— का प्रतीक है.
(ग) ( : / :- ) यह चिन्ह —विवरण चिन्ह— का प्रतीक है.
घ) (” “, ‘ ‘) यह चिन्ह —उद्धरण चिन्ह— का प्रतीक है.
उद्धरण चिह्न उदाहरण
“पराधीन सपनेहु सुख नाही।”
“महात्त्वकांक्षा का मोती निष्ठुरता की सीपी में पलता है।”
“रघुकुल रीति सदा चली आई। प्राण जाय पर वचन न जाई॥”
“साहित्य राजनीति के आगे चलने वाली मशाल है।”
“तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा।”
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