हिजाब विवाद- नए भारत में आपका स्वागत है। इस भारत में अभी भी कानून की धज्जियां उड़ाई जाती हैं। इस नए भारत में यदि मुस्लिम समुदाय के किसी व्यक्ति के किसी कथित अधिकार पर प्रश्नचिन्ह लगता है तो उसे बहुसंख्यक समुदाय के अतिवाद के रूप में ही देखा जाता है लेकिन हिंदुओ के हितों को चौराहें पर तार-तार करके धर्मनिरपेक्षता को मजबूत किया जाता है। हिन्दू कट्टरता की धारणा को बेबुनियाद गली दी जाती है लेकिन एक कड़वा सच कोई नहीं स्वीकारना चाहता है। यह नया भारत है और आपका इस भारत में स्वागत है।
TFI मीडिया का लक्ष्य सिर्फ यह नहीं है कि खबर, हर पैमाने पर सही होकर आपके पास जाए। यहां तथ्यों के साथ खिलवाड़ ना करके अगर खबर बताई जाती है तो उसके पीछे हमारी यह इच्छा है कि आपकी चेतना जागृत हो। आप सोच, समझ सकें और संगठन की ताकत समझें।
हिजाब कानून से जुड़े सारे पहलू हमने आपको बताये और आज उसी कड़ी में एक और खबर लेकर हम आपके सामने हैं। हिजाब विवाद के बीच में अपना मंतव्य स्पष्ट करने के लिए मुस्लिम भीड़ ने एक हिन्दू व्यक्ति पर हमला कर दिया और उसे कथित तौर पर अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर हिजाब के खिलाफ एक पोस्ट अपलोड करने के लिए चाकू मार दिया गया है। यह घटना बुधवार को दावणगेरे जिले के मालेबेन्नूर कस्बे की है।
रिपोर्टों के अनुसार, मालेबेन्नूर शहर के गिगाली सर्कल के पास एक स्टोर चलाने वाले दिलीप मालागिमाने पर मुस्लिम समुदाय के 300 लोगों की भीड़ ने हमला किया, जिन्होंने उन्हें स्टोर से बाहर खींच लिया और उनके द्वारा अपलोड की गई एक पोस्ट को लेकर उन पर बेरहमी से हमला किया। व्हाट्सएप पर दिलीप ने हिजाब पर प्रतिबंध का समर्थन किया था। आक्रोशित कट्टरपंथी भीड़ से पीड़ित को बचाने के लिए मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों के साथ भी मारपीट की गई।
पुलिस ने भीड़ के खिलाफ मामला दर्ज किया है और उनमें से कुछ को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने शुक्रवार आधी रात तक मालेबेन्नूर सहित हरिहर तालुक में निषेधाज्ञा जारी की है।
दुकान चलाने वाले दिलीप मालागिमाने का इलाज दावणगेरे के चिगतेरी जन अस्पताल में चल रहा है। बताया जाता है कि 300 से अधिक लोगों ने उसे घसीटकर दुकान से बाहर निकाला और मारपीट की।
पुलिस ने मामला दर्ज कर तीन लोगों को हिरासत में लिया है। घटना के बाद कस्बे में कई व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे।
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इसी तरह की एक घटना दावणगेरे जिले के नल्लूर गांव से भी सामने आई है जहां कट्टरपंथी भीड़ ने 25 वर्षीय नवीन और उसकी 60 वर्षीय मां सरोजम्मा पर हमला किया है और हिजाब विवाद पर उनके सोशल मीडिया पोस्ट के लिए कथित तौर पर उनके घर में तोड़फोड़ की है। गुस्साए मुसलमानों के हथियार लेकर नवीन के घर आने की फुटेज सीसीटीवी में कैद हो गई है।
उपलब्ध जानकारी के अनुसार, सरोजम्मा और उनके बेटे को गंभीर चोटें आईं है और इसलिए उन्हें इलाज के लिए शिमोगा अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है। स्थानीय विधायक और पुलिस अधिकारियों के मौके पर पहुंचकर शांति की अपील करने के बाद भी इस घटना से गांव में तनाव फैल गया है।
यह खबर किसी बड़े मीडिया पोर्टल पर जगह नहीं बना पाएगी क्योंकि भारत में धर्मनिरपेक्षता के स्टैण्डर्ड के साथ कोई खिलवाड़ नहीं करेगा। खबर पहुंचाना हमारा काम है, सोचना आप का काम है।