TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    goa mukti diwas

    गोवा मुक्ति दिवस: राष्ट्रीय सम्मान और संकल्प का प्रतीक

    KARNATAKA HATE SPEECH CRIME

    हेट स्पीच पर कर्नाटक सरकार का नया बिल, राहत के साथ चिंता भी

    संकट का राजनीतिकरण: नैरेटिव युद्ध और क्षेत्रीय शक्ति-राजनीति

    संकट का राजनीतिकरण: नैरेटिव युद्ध और क्षेत्रीय शक्ति-राजनीति

    जॉर्डन के बाद इथियोपिया में भी दिखी ‘कार डिप्लोमेसी’, पीएम मोदी को खुद ड्राइव कर ले  गए इथियोपियन पीेएम अबी अहमद

    जॉर्डन के बाद इथियोपिया में भी दिखी ‘कार डिप्लोमेसी’, पीएम मोदी को खुद ड्राइव कर ले गए इथियोपियन पीेएम अबी अहमद

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    donald trump

    ट्रम्प ने मारिजुआना को शेड्यूल-I से हटाने पर विचार का संकेत दिया, सिर्फ़ मेडिकल इस्तेमाल पर ज़ोर

    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    sajid akram

    सिडनी हमलावर साजिद अकरम का इंडिया लिंक, तेलंगाना पुलिस ने किया खुलासा

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    goa mukti diwas

    गोवा मुक्ति दिवस: राष्ट्रीय सम्मान और संकल्प का प्रतीक

    kakori hatyakand

    क्रान्ति की मशाल : काकोरी कांड के अमर नायक पंडित रामप्रसाद ‘बिस्मिल’

    kakori hatya kand

    बलिदान दिवस : देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाले अमर

    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    goa mukti diwas

    गोवा मुक्ति दिवस: राष्ट्रीय सम्मान और संकल्प का प्रतीक

    KARNATAKA HATE SPEECH CRIME

    हेट स्पीच पर कर्नाटक सरकार का नया बिल, राहत के साथ चिंता भी

    संकट का राजनीतिकरण: नैरेटिव युद्ध और क्षेत्रीय शक्ति-राजनीति

    संकट का राजनीतिकरण: नैरेटिव युद्ध और क्षेत्रीय शक्ति-राजनीति

    जॉर्डन के बाद इथियोपिया में भी दिखी ‘कार डिप्लोमेसी’, पीएम मोदी को खुद ड्राइव कर ले  गए इथियोपियन पीेएम अबी अहमद

    जॉर्डन के बाद इथियोपिया में भी दिखी ‘कार डिप्लोमेसी’, पीएम मोदी को खुद ड्राइव कर ले गए इथियोपियन पीेएम अबी अहमद

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    donald trump

    ट्रम्प ने मारिजुआना को शेड्यूल-I से हटाने पर विचार का संकेत दिया, सिर्फ़ मेडिकल इस्तेमाल पर ज़ोर

    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    sajid akram

    सिडनी हमलावर साजिद अकरम का इंडिया लिंक, तेलंगाना पुलिस ने किया खुलासा

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    goa mukti diwas

    गोवा मुक्ति दिवस: राष्ट्रीय सम्मान और संकल्प का प्रतीक

    kakori hatyakand

    क्रान्ति की मशाल : काकोरी कांड के अमर नायक पंडित रामप्रसाद ‘बिस्मिल’

    kakori hatya kand

    बलिदान दिवस : देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाले अमर

    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

कर्नाटक सरकार जल्द ही स्कूल में हिजाब पर प्रतिबंध लगाने जा रही है

स्कूल में हिजाब की कोई अनुमति नहीं!

Utkarsh Upadhyay द्वारा Utkarsh Upadhyay
6 February 2022
in चर्चित
कर्नाटक सरकार जल्द ही स्कूल में हिजाब पर प्रतिबंध लगाने जा रही है
Share on FacebookShare on X

किसी भी बच्चे के लिए उसका पहला शिक्षण संस्थान उसका घर होता है, दूसरा होता है स्कूल, लेकिन इन दिनों उस परिधि को कई लोग भूल चुके हैं। यही कारण है कि कर्नाटक में चल रहे हिजाब और भगवा गमछे के द्वंद्व में असल मायने में शिक्षा का शोषण हो गया। लड़कियों के शिक्षण संस्थाओं के परिसर में हिजाब पहनने के ऊपर इतना बवाल हुआ जिसका रिएक्शन भगवा गमछा का खेल में आ जाना हुआ। इसी द्वंद्व को समाप्त करने के लिए कर्नाटक सरकार ने मुस्लिम छात्राओं को हिजाब (हेडस्कार्फ़) पहनने से प्रतिबंधित करने वाले राज्य शिक्षा संस्थानों के फैसले को मान्य करते हुए, कर्नाटक सरकार ने शनिवार को कहा कि “समानता, अखंडता और सार्वजनिक कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वाले कपड़े नहीं पहनने चाहिए।”

इस बात को कोई दरकिनार नहीं कर सकता है कि विद्यालयों, महाविद्यालयों में छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करने के उद्देश्य से आते हैं। ऐसे में यदि धार्मिक आडंबर को गढ़ने वाली कुदशित सोच शिक्षण संस्थानों पर हावी होने लगेंगी तो शिक्षा धरी की धरी रह जाएगी और शिक्षण संस्थानों पर भी ताला लगाना पड़ जाएगा। शिक्षण संस्थाओं का मूल उद्देश्य शिक्षा प्रदान करना होता है, वहीं से एक शिक्षा हर किसी को मिलती है कि शिक्षण संस्थानों के भीतर सभी एक समान होते हैं। ऐसे में कर्नाटक में उठे धर्म के विषय ने शिक्षण संस्थानों की अवहेलना की है क्योंकि स्कूल कट्टरता छोड़ना सिखाते हैं, स्कूल कट्टरपंथ का केंद्र नहीं होते हैं।

संबंधितपोस्ट

कांग्रेस की संघ से डर नीति पर अदालत की चोट: जनता के अधिकार कुचलने की कोशिश पर कर्नाटक हाईकोर्ट ने लगाया ब्रेक

क्या RSS का विरोध करना कांग्रेस की राजनीति के लिए एकमात्र “धर्मनिरपेक्ष योग्यता” बन गया है? आपकी क्या राय है?

आत्मनिर्भर भारत की ओर बड़ा कदम: कर्नाटक में बनेगा H125 हेलिकॉप्टर

और लोड करें

ज्ञात हो कि, कर्नाटक के कॉलेजों में हिजाब पहनने को लेकर कर्नाटक में छात्राओं द्वारा विरोध अब और अधिक कॉलेजों में फैल गया है। हिजाब पहने लगभग 40 महिला छात्र कर्नाटक के उडुपी जिले के एक तटीय शहर कुंडापुर में भंडारकर आर्ट्स एंड साइंस डिग्री कॉलेज के द्वार पर खड़ी हो गईं, क्योंकि कर्मचारियों ने उन्हें तब तक अंदर जाने से मना कर दिया जब तक कि वे अपने सिर से हिजाब उतार नहीं लेती। 18 से 20 साल के बीच के सभी छात्रों ने यह जानने की मांग की कि प्रशासन ने हिजाब पर प्रतिबंध क्यों लगाया जबकि नियम इसकी अनुमति देते हैं।

इसी का विरोध में बुधवार 2 फरवरी को शिवमोग्गा के भद्रावती में सर एमवी गवर्नमेंट कॉलेज के छात्रों ने भी कक्षा में हिजाब पहनने वाली कुछ छात्राओं का विरोध किया था। इस मामले में प्रबंधन ने राज्य के नए दिशानिर्देशों के तहत छात्राओं को हिजाब पहनकर कॉलेज नहीं आने को कहा। छात्राओं के मना करने पर कई हिंदू लड़के और लड़कियां भगवा गमछा पहनकर कॉलेज आ गए। हालांकि, प्रिंसिपल ने हिंदू संगठनों को ‘भगवा शॉल अभियान’ लागू करने से रोकने के लिए इस मामले में हस्तक्षेप किया।
और पढ़ें- “स्कूलों और कॉलेजों में हिजाब पहनना अनुशासनहीनता है”, कर्नाटक के शिक्षा मंत्री ने कहा

अब जब राज्य सरकार ने तूल पकड़ चुके इस मामले में हस्तक्षेप किया तो सभी पक्षों के लिए अब यह मानना वैधानिक रूप से आवश्यक हो जाएगा। राज्य सरकार के अनुसार, कक्षाओं में हिजाब पहनने पर प्रतिबंध संविधान द्वारा प्रदत्त धार्मिक स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का उल्लंघन नहीं है।

कर्नाटक शिक्षा अधिनियम, 1983 की धारा 133 (2) को लागू करते हुए, शिक्षा विभाग (पूर्व-विश्वविद्यालय) की पद्मिनी एसएन के आदेश में कहा गया है कि “छात्रों को कॉलेज विकास समिति या प्रशासनिक की अपीलीय समिति द्वारा चुनी गई पोशाक पहननी होगी।”

“कर्नाटक शिक्षा अधिनियम-1983 के 133 (2) को लागू करना जो कहता है कि कपड़े की एक समान शैली अनिवार्य रूप से पहनी जानी चाहिए। निजी स्कूल प्रशासन अपनी पसंद की वर्दी चुन सकता है, ”आदेश में कहा गया है। “प्रशासनिक समिति द्वारा वर्दी का चयन नहीं करने की स्थिति में, समानता, अखंडता और सार्वजनिक कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वाले कपड़े नहीं पहने जाने चाहिए,” यह कहा।

और पढ़ें- फेमिनिस्टों का विलाप फिर शुरू – हिजाब है खूबसूरत परंतु सिंदूर अत्याचार से बहे रक्त का प्रतीक

इस अधिनियम का उद्देश्य “शैक्षणिक संस्थानों के नियोजित विकास, स्वस्थ शैक्षिक अभ्यास की स्थापना, शिक्षा के मानकों में रखरखाव और सुधार और बेहतर संगठन अनुशासन और राज्य में शैक्षणिक संस्थानों पर नियंत्रण को बढ़ावा देने की दृष्टि से प्रदान करना है। छात्रों के मानसिक और शारीरिक संकायों का विकास और शिक्षा के माध्यम से वैज्ञानिक और धर्मनिरपेक्ष दृष्टिकोण विकसित करना। यह आदेश इस मुद्दे पर कर्नाटक उच्च न्यायालय में निर्धारित सुनवाई से कुछ दिन पहले आया है।

निर्देश में 2017 में आशा रंजन और अन्य बनाम बिहार राज्य और अन्य मामले में सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश का हवाला दिया गया था, जिसमें संक्षेप में कहा गया था कि व्यक्तिगत अधिकारों को नकारने से नहीं बल्कि बड़े हितों को बनाए रखने और संस्थानों के बीच संबंध सुनिश्चित करने के लिए व्यक्तिगत हित पर बड़ा जनहित होता है।

कक्षा में हिजाब पहनने पर प्रतिबंध को लेकर शुरू में उडुपी और चिकमगलूर तक सीमित था, लेकिन अब यह राज्य के अन्य हिस्सों में फैल गया है। विवाद को एक व्यवस्थित साजिश बताते हुए कन्नड़ और संस्कृति मंत्री वी सुनील कुमार ने कहा कि घर से कॉलेज तक हिजाब या बुर्का पहना जा सकता है, लेकिन कक्षा में प्रवेश करने पर सभी को वर्दी में होना चाहिए। पिछले हफ्ते, स्कूली शिक्षा मंत्री बी सी नागेश ने एक समान नीति की योजना की घोषणा की: “क्या होगा अगर कल कोई कॉलेज में शॉर्ट्स में आकर कहे कि यह गर्म है? हम इसकी अनुमति नहीं दे सकते। कॉलेजों ने अपने नियम बनाए थे और उसका पालन किया जा रहा था। ईसाई मिशनरी द्वारा संचालित कॉलेज हैं और उनमें से कुछ हिंदू छात्रों को चूड़ी या बिंदी पहनने की अनुमति नहीं देते हैं। किसी ने इस पर सवाल नहीं उठाया क्योंकि यह कॉलेज का फैसला था।

अब यदि कोई भी वर्ग इसे धर्म और मान्यताओं का अनादर या उसकी अवहेलना बताता है, तो कायदे में उसे शिक्षण संसथान छोड़ देना चाहिए क्योंकि हम सब बचपन से यही सीखते आए हैं कि शिक्षण संस्थानों में कोई भी धर्म, जाति, लिंग का भेद नहीं होना चाहिए। ऐसे में हिजाब को स्वीकृति देना इन सभी बिंदुओं को दुलत्ती मार देने जैसा होगा। इसलिए इन सभी वर्गों को यह समझना चाहिए कि शिक्षा लेने के लिए गए छात्रों को मात्र शिक्षा से लेना-देना होना चाहिए। किसी भी तरह की कट्टरता समाज के लिए घातक ही होती है। राज्य सरकार ने सही समय पर सही निर्णय लिया इसकी सराहना की जानी चाहिए कि उन्होंने ऐसे संवेदनशील मुद्दे का राजनीतिकरण होने से बचा लिया, वरना परिणाम बहुत घातक हो सकते थे।

Tags: कर्नाटककर्नाटक सरकारभगवा शालहिजाब
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

भारत में टेक क्रांति लाने के लिए AR और VR सेक्टर में भारी निवेश कर रहा है Jio

अगली पोस्ट

महुआ मोइत्रा बुद्धिमती नहीं बल्कि तेज-तर्रार, अतार्किक और गाली-गलौज करने वाली राजनेत्री हैं

संबंधित पोस्ट

संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 
चर्चित

संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

13 December 2025

13 दिसंबर 2001—वह तारीख जिसे भारत कभी नहीं भूल सकता। आज से 24 वर्ष पहले ठीक इसी दिन देश की सर्वोच्च लोकतांत्रिक संस्था- संसद भवन...

हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’
इतिहास

हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

12 December 2025

संघ प्रमुख मोहन भागवत और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अंडमान निकोबार में वीर सावरकर की प्रतिमा का अनावरण किया। ये कार्यक्रम वीर सावरकर...

अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश
चर्चित

अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

12 December 2025

अंडमान-निकोबार में शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक ही नहीं, राजनीतिक रूप से भी बेहद अहम रहने वाला है। क्योंकि आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited