कहा जाता है कि जब समय ख़राब चल रहा हो तब धैर्य़, धीरज, सब्र रखना होता है लेकिन कांग्रेस पार्टी के पास धैर्य़, धीरज, सब्र रखने जैसी कोई अवधारणा ही नहीं है। यही कारण है कि कांग्रेस अपने ही चुनावी जाल में फंसते जा रही है। दरअसल, कांग्रेस ने महिला वोटरों को लुभाने के लिए ‘लड़की हूँ लड़ सकती हूं’ नाम का चुनावी कैंपेन चलाया था। गुलाबी रंग के पोस्टर में कुछ महिलाओं को दिखाकर कांग्रेस की प्रियंका गांधी ने पूरे देश में इस एजेंडा का प्रचार-प्रसार किया और यहीं उनसे गलती हो गई। कांग्रेस के इस कैंपेन में जिन लड़कियों को पोस्टर में दिखाया गया है वही लड़कियां अब स्वयं के लिए लड़ने को तैयार हैं।
कांग्रेस की पोस्टर गर्ल ने थामा भाजपा का हाथ
कांग्रेस के ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ कैंपेन की पोस्टर गर्ल में से एक पल्लवी सिंह बीते शनिवार को उत्तर प्रदेश में चल रहे विधानसभा चुनाव के बीच भाजपा में शामिल हो गई हैं। इससे पहले प्रचार के अन्य दो चेहरे (पोस्टर गर्ल) प्रियंका मौर्य और वंदना सिंह भी भाजपा में शामिल हो हुईं थी। आगामी चुनावों के लिए महत्वपूर्ण मामलों में आलाकमान की नगण्य भागीदारी के कारण वंदना सिंह ने भाजपा को चुना। उन्होंने कहा, “पार्टी केवल उन्हें अवसर दे रही है जो हाल ही में शामिल हुए हैं। मैंने छह साल कांग्रेस के लिए काम किया है। मैं महिला विंग की उपाध्यक्ष थी लेकिन हमें प्रियंका गांधी से बात करने का मौका नहीं मिलता है।”
इससे पहले, कांग्रेस द्वारा टिकट से इनकार करने के बाद प्रियंका मौर्य भाजपा में शामिल हुई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के टिकटों के बंटवारे में धांधली की गई है। प्रियंका मौर्य ने कहा, “उन्होंने [कांग्रेस] मेरे चेहरे, मेरे नाम और मेरे 10 लाख सोशल मीडिया फॉलोअर्स का इस्तेमाल प्रचार के लिए किया लेकिन जब आने वाले चुनाव के लिए टिकट की बात आई, तो इसे किसी और को दे दिया गया। यह अन्याय है। यह सब पूर्व में लिया गया फैसला था।”
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कांग्रेस की आपसी अंतर्कलह से भाजपा को फायदा
बता दें कि 14 जनवरी को रिपब्लिक टीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत में पोस्टर गर्ल मौर्य ने कहा था, “मेरे साथ धोखा हुआ है। हमें बताया गया था कि चुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन करने के लिए स्क्रीनिंग, ऑब्जर्वेशन और सर्वे होगा लेकिन सभी कार्यों को पूरा करने के बाद भी, मुझे टिकट नहीं दिया गया। लोग मुझसे कहते रहे कि यह टिकट (170 सरोजिनी नगर) रुद्र दमन सिंह के लिए आरक्षित है। मुझे यह पता था लेकिन मैं फिर भी इसके लिए लड़ रही थी। मुझे मैराथन के लिए लड़कियों, पते में लोगों को लाने के लिए कहा गया था और बैठकें, कार्यकर्ताओं को कांग्रेस में शामिल करें। मैंने इसके लिए बहुत काम किया है।”
इस मामले को लेकर कांग्रेस की घोषणापत्र समिति के चेयरमैन सलमान खुर्शीद ने कहा कि, “अगर कोई पोस्टर गर्ल थी और उसे टिकट न मिलने की शिकायत है तो उसे दूसरी पार्टी में जाने और पोस्टर गर्ल बनने का पूरा अधिकार है।” बताते चलें कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पहले लखनऊ में घोषणा की थी कि कांग्रेस यूपी चुनाव में महिला उम्मीदवारों (यानी 160 उम्मीदवारों) को 40 प्रतिशत टिकट देगी, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ अलग ही प्रतीत हो रही है। वहीं, कांग्रेस की आपसी अंतर्कलह का फायदा सीधे तौर पर भाजपा को हो रहा है।