मोदी सरकार ने देश की प्रगति के लिए बहुत सारी लाभकारी योजनाओं का शुभारम्भ किया है। इसी कड़ी में भारत सरकार ने PLI योजना की शुरुआत की। आपको बतादें कि केंद्र की PLI योजना का उद्देश्य भारत में इलेक्ट्रिक और हाइड्रोजन ईंधन से चलने वाले वाहनों के उत्पादन को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत, उन्नत ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी(Advanced Automotive Technology) उत्पादों की बिक्री का निर्धारण करने के लिए प्रोत्साहन लागू होते हैं, जिसमें अप्रैल 2022 से भारत में निर्मित वाहनों और घटकों(components) को पांच साल की अवधि के लिए शामिल किया गया है।
ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट सेक्टर के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम (PLI) से अगले पांच वर्षों में 7.5 लाख अतिरिक्त नौकरियां और 2,31,500 करोड़ रुपये का उत्पादन बढ़ेगा। फोर्ड, टाटा मोटर्स, सुजुकी, हुंडई, किआ और महिंद्रा एंड महिंद्रा उन 20 कंपनियों में शामिल हैं, जो ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट सेक्टर के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना के तहत प्रोत्साहन प्राप्त करने के लिए पात्र होंगी। चैंपियन ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स (OEM) इंसेंटिव स्कीम के तहत आवेदकों को मंजूरी दी गई है।
भारी उद्योग मंत्रालय के सचिव अरुण गोयल ने बताया, “हमने जिन 20 कंपनियों को चुना है, उन्होंने 45,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। इसलिए हमारी योजना के लक्ष्य के अनुसार, हमारी योजना 25,938 करोड़ की है, इसलिए हम उम्मीद करते हैं इससे 2,31,500 करोड़ रुपये का उत्पादन बढ़ेगा।”
गोयल ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देना है। मेड इन इंडिया पर जोर इस शर्त के साथ दिया जा रहा है कि उत्पादन का कम से कम 50 प्रतिशत हिस्सा स्थानीय होना चाहिए और इसमें सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम शामिल हों। गोयल ने कहा, “इसलिए, अगर कोई भारत के बाहर से कारों का आयात कर रहा है और उन्हें असेंबल कर रहा है, तो उसे योजना के तहत लाभ नहीं मिलेगा।”
नतीजतन, MSME के लिए राजस्व में भी वृद्धि की उम्मीद है जिससे रोजगार सृजन होगा। सचिव ने कहा, “इसलिए हम अगले पांच वर्षों में इस योजना के परिणामस्वरूप भारत में 7.5 लाख अतिरिक्त नौकरियों के सृजन का अनुमान लगा रहे हैं।”
आपको बतादें कि चुने गए 20 आवेदकों में अशोक लीलैंड, आयशर मोटर्स, पीसीए ऑटोमोबाइल्स इंडिया, पिनेकल मोबिलिटी सॉल्यूशंस और सुजुकी मोटर गुजरात जैसे भारी वाणिज्यिक वाहन निर्माता भी शामिल हैं।
दोपहिया और तिपहिया श्रेणी के तहत, केंद्र ने PLI योजना के लिए बजाज ऑटो, हीरो मोटोकॉर्प, पियाजियो वाहन और टीवीएस मोटर को चुना है। Axis Clean Mobility, Booma Innovative Transport Solutions, Elest, Hop Electric Manufacturing, Ola Electric Technologies और Powerhaul Vehicle को नई गैर-ऑटोमोटिव इन्वेस्टर (ओईएम) श्रेणी के तहत चुना गया है।
ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट उद्योग के लिए PLI योजना के तहत कुल 115 कंपनियों ने अपना आवेदन दाखिल किया था, जिसे 23 सितंबर, 2021 को अधिसूचित किया गया था।
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1 अप्रैल 2022 से भारत में निर्मित उन्नत ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी (AAT) उत्पादों (वाहन और घटकों) की निर्धारित बिक्री के लिए योजना के तहत प्रोत्साहन लगातार पांच वर्षों की अवधि के लिए होगा। सरकार ने 25,938 करोड़ रुपये के बजटीय परिव्यय(budgetary outlay) के साथ उन्नत ऑटोमोटिव उत्पादों के लिए भारत की विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ाने की योजना को मंजूरी दी।
18 प्रतिशत तक का प्रोत्साहन ऑटो सेक्टर के लिए PLI योजना के उन्नत ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी उत्पादों की स्वदेशी आपूर्ति श्रृंखला में नए निवेश करने के लिए उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए है ताकि भारत को पर्यावरण की दृष्टि से स्वच्छ, टिकाऊ, उन्नत और अधिक कुशल इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के लिए सक्षम बनाया जा सके।