गुवाहाटी के गरीगांव रेप केस के मुख्य आरोपी बीकी अली को पुलिस ने कल रात उस वक्त गोली मार दी जब वह भागने की कोशिश कर रहा था। आरोपी बीकी अली को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था। रिपोर्टों के अनुसार, असम पुलिस ने कहा कि गरीगांव सामूहिक बलात्कार मामले के पांच आरोपियों में से एक बीकी अली को 15 मार्च को कामरूप जिले के दामपुर पहाड़ियों से गिरफ्तार किया गया था, जब उसने भागने की कोशिश की तो उसे मार दिया गया।
पुलिस ने आगे कहा कि उसने गुवाहाटी में पुलिस पर भी हमला किया और दो पुलिस कर्मियों को घायल कर दिया। मामले के अन्य चार आरोपी फैजुल अली, राजा अली, पूना अली और पिंकू अली अभी भी फरार हैं। बीकी अली को गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जीएमसीएच) ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पिछले महीने, पीड़िता– एक नाबालिग लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया, फिल्माया गया और फिर पांचों आरोपियों द्वारा ब्लैकमेल किया गया। बाद में पीड़िता ने पांचों आरोपियों के खिलाफ पान बाजार स्थित ऑल वूमेन थाने में मामला दर्ज कराया था, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की थी।
इस मामले में गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक अभिजीत सरमा ने कहा कि व्यक्ति को चार चोट के निशान मिले हैं– एक छाती में और तीन पीठ में। “उन्हें 1 बजे [बुधवार] के बाद हमारे अस्पताल लाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। गोली लगने के घाव का विवरण पोस्टमार्टम के बाद उपलब्ध होगा।
मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए हिमंता ने कहा कि गुवाहाटी के पानबाजार महिला पुलिस थाने की प्रभारी पुलिस अधिकारी ट्विंकल गोस्वामी भी इस घटना में घायल हो गईं। उन्होंने कहा,“अधिकारी, जिसके पैर और हाथ में मामूली चोटें आई हैं, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।“
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कुख्यात अपराधी के साथ सख्ती बरत रही है असम पुलिस
शिकायत में, लड़की के परिवार ने कहा कि 16 फरवरी को उसके साथ कथित रूप से बलात्कार किया गया था। दो आरोपियों ने हमले का एक वीडियो भी शूट किया और मामले की रिपोर्ट करने पर इसे ऑनलाइन पोस्ट करने की धमकी दी। उन्होंने कथित तौर पर वीडियो को हटाने का वादा किया और 19 फरवरी को लड़की को गुवाहाटी के एक होटल में बुलाया, जहां उन्होंने उसका फिर से यौन उत्पीड़न किया।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व वाली सरकार के साथ जब से भाजपा सत्ता में लौटी है तब से अपराधियों पर नकेल कसना शुरू हो गया है। हिमंत बिस्वा सरमा ने पुलिस से अपराधियों के खिलाफ सख्त होने और यहां तक कि अगर वे हिरासत से भागने या उन पर हमला करने की कोशिश करते हैं तो उनके पैरों में गोली मारने को कहा है।
अपराधियों को लेकर हिमंता की जीरो टॉलरेंस नीति रही है और अगर यह बलात्कार के आरोपी जो पुलिस के गिरफ्त से भाग निकले हैं अपने आपको सरेंडर नहीं करते तो हिमंता की पुलिस और हिमंता सरकार उन्हें नहीं बख्शेगी।
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