देश में पांच राज्यों के परिणाम घोषित हो रहे हैं और अब गोवा विधानसभा में चुनाव की स्थिति निर्णायक हो गई है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक 40 गोवा विधानसभा सीटों पर बीजेपी गोवा में 19 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस 11 सीटों पर आगे चल रही है। गुरुवार सुबह 8 बजे वोटों की गिनती शुरू हो गई है और जिस तरह से रुझान सामने आ रहे है, उससे यह अंदेशा हो रहा है कि गोवा चुनाव परिणाम त्रिशंकु हो सकता है।
आपको बता दें कि 40 गोवा विधानसभा क्षेत्रों में 300 से अधिक उम्मीदवारों के चुनाव लड़ने के साथ, गोवा में भाजपा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और आप सहित पार्टियों के साथ बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। 2017 में पूर्ण हुए चुनाव में कांग्रेस 17 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी लेकिन भाजपा, जिसने 13 सीटें जीतीं, गोवा फॉरवर्ड पार्टी और एमजीपी के समर्थन से सरकार बनाने में सफल रही थीं।
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मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा है कि 2022 के विधानसभा चुनाव परिणामों में 40 विधान सभा सीटों में 22 से अधिक सीटों के साथ भाजपा को लगातार तीसरी बार जीतने का मौका मिलेगा। दूसरी ओर कांग्रेस ने 2017 की गड़बड़ी की पुनरावृत्ति के डर से, चुनाव लड़ने वाले सभी उम्मीदवारों को मतगणना से एक दिन पहले पणजी के पास बम्बोलिम गांव में एक लक्जरी रिसॉर्ट में स्थानांतरित कर दिया है।
AAP और TMC को इस महासमर में कुछ खास नहीं मिलेगा। दोनों पार्टियाँ मिलकर शायद 5 सीटों को जीत पायें। इतने छोटे राज्य में भाजपा, कांग्रेस, टीएमसी, आप, MGP, GFP समेत इतनी पार्टियाँ अपने इगो या स्वाभिमान के चक्कर में आ गईं और यह भी सम्भव है कि यह सिर्फ भाजपा बनाम अन्य बनाने की कोशिश हो लेकिन अंत में सबसे बड़ी पार्टी बनकर कौन उभरा? भाजपा और शाम तक स्थिति साफ हो तो सम्भव है कि भाजपा सरकार बना ले जाए और कुछ सीटें अगर कम भी रही तो अन्य दलों को डरना चाहिए।
भाजपा छोड़ तमाम पार्टियां गोवा चुनाव जीतने का शिगूफा छोड़ रहे थे लेकिन जो परिणाम सामने आ रही है उससे यह साफ़ हो गया है की गैर भाजपा पार्टियों का अधिक आत्मविश्वास और अहंकार ने पूरा चुनाव भाजपा के पाले में डाल दिया है।