देश में पिछले कुछ सालों में भाजपा की राजनीति बदल गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रमोद सावंत, पुष्कर धामी, हिमंत सरमा और बासवराज बोम्मई जैसे लोग गर्व से खुद को अपनी धार्मिक हिंदू संस्कृति से जोड़ते हैं और इसे फिर से जीवंत करने के लिए कदम उठाते हैं। इसी क्रम में डॉ प्रमोद सावंत के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने पुर्तगाली शासन के दौरान नष्ट किए गए मंदिरों के पुनर्निर्माण और नवीनीकरण के लिए राज्य के बजट में 20 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
सावंत ने अपने बजट में 20 करोड़ रुपये के बजटीय आवंटन की घोषणा करते हुए कहा,,“पुर्तगाली शासन के दौरान गोवा के मंदिरों और अन्य सांस्कृतिक विरासत को नष्ट करने के लिए एक व्यवस्थित योजना थी। पर्यटन को बढ़ावा देने के हित में, हमें इन संरचनाओं के पुनर्निर्माण और नवीनीकरण की आवश्यकता है, ”मुख्यमंत्री ने राज्य के लिए “विरासत नीति” तैयार करने की सरकारी योजना की घोषणा की।
उन्होंने कहा,”मैं तैयारी के लिए सभी संरक्षित स्मारकों का संरचनात्मक ऑडिट करने का भी प्रस्ताव करता हूं। उन्होंने कहा बहाली की योजना, जीर्णोद्धार एवं संरक्षण कार्यों के लिए 17.50 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। पुराने गोवा के एला गांव में एक नया संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव है।
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वहीं दिसंबर 2021 में, सावंत ने कहा था कि गोवा की मुक्ति के 60 वें वर्ष में, वह उन मंदिरों के पुनर्निर्माण की पहल करना चाहते हैं जिन्हें पुर्तगालियों ने नष्ट कर दिया था। सावंत ने पोंडा के मंगेशी में ऐतिहासिक श्री मंगुशी मंदिर में पर्यटन सुविधाओं का उद्घाटन करने के बाद कहा था, “मैं हमारी हिंदू संस्कृति और मंदिर संस्कृति को संरक्षित करने और इसे बहाल करने में मदद करने के लिए आपसे ताकत मांग रहा हूं।” मुख्यमंत्री ने कहा था कि श्री मंगुशी मंदिर का उद्गम कुशस्थली, या आधुनिक समय के कोरटालिम में हुआ था, जो 1543 में पुर्तगालियों आक्रांताओं द्वारा नष्ट कर दिया गया था।
एक समर्पित हिंदू होने के नाते भाजपा के मुख्यमंत्री पीएम मोदी के नक्शेकदम पर चल रहे हैं। उत्तराखंड और कर्नाटक में हिंदू मंदिरों को सरकार के चंगुल से मुक्त कर दिया गया है, उत्तराखंड में यूनिफॉर्म सिविल कोर्ट (यूसीसी) शुरू करने की घोषणा के साथ, अयोध्या, काशी और मथुरा जैसे महत्वपूर्ण आध्यात्मिक और धार्मिक शहरों के पुनर्विकास ने हिंदू पुनर्जागरण को मजबूत किया है।
आज के भारतीय राजनीति में मोदी सरकार बनने के बाद हिन्दुओं की संस्कृति और सभ्यता को संरक्षित करने पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। भारतीय राजनीति में योगी आदित्यनाथ ,नरेंद्र मोदी के बाद प्रमोद सावंत और धामी सरीखे नेता भी हिन्दुओं के लिए कई कदम उठा रहे हैं जिससे हिन्दुओं की संस्कृति और अस्मिता का सोभा बढ़ सके।ही दू धर्म को लेकर माननीय न्यायालय द्वारा ने भी कहा है की हिंदू धर्म जीवन का एक तरीका है। यह किसी के खिलाफ नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया और सभ्यता की भलाई के लिए है।
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