योगी के शपथ से पहले ही ATS ने देशविरोधी तत्वों की क्लास लगानी प्रारंभ कर दी है

राष्ट्रविरोधी तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा!

Yogi Adityanath

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योगी आदित्यनाथ ने अभी शपथ नहीं ली, लेकिन काम पहले ही संभाल लिया। पूरा प्रशासन अमला और तंत्र सतर्क और तत्पर है। राष्ट्रविरोधी तत्वों पर कार्रवाई शुरू हो चुकी है। खबर है कि यूपी एटीएस द्वारा देवबंद के एक हॉस्टल में किराए पर रह रहे तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। बीते शनिवार दोपहर करीब 1 बजे ATS की टीम नगर के दारुल उलूम चौक पर पहुंची। यहां टीम ने नजमी बिल्डिंग में किराए पर कमरा लेकर रह रहे तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है। टीम उन्हें अपने साथ लेकर गई है।

बताया गया कि हिरासत में लिए गए तीनों लोग म्यांमार व बांग्लादेशी नागरिक हैं, जो पिछले काफी दिनों से अवैध रूप से उक्त बिल्डिंग में रह रहे थे। दो युवक बांग्लादेश के रहने वाले हैं और उनमें से एक युवक के पास से तेलंगाना की आईडी मिली है। हालांकि, स्थानीय पुलिस को ATS की कार्रवाई के बारे में जानकारी तो है, लेकिन हिरासत में लिए गए तीनों संदिग्ध कौन हैं और उन्हें क्यों उठाया गया है, इसके बारे में पुलिस अधिकारी जानकारी देने से इंकार कर रहे हैं।

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एसपी देहात अतुल शर्मा ने बताया, देवबंद में एटीएस की कार्रवाई हुई है, लेकिन एटीएस की टीम ने कोई जानकारी साझा नहीं की है। ATS की छापा मारने की कार्रवाई से लोगों में हड़कंप मच गया। हर कोई अपने-अपने स्तर से मामले की जानकारी करने में जुटा हुआ है। इस संबंध में हॉस्टल मालिक भी फिलहाल कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। खुफिया विभाग के अधिकारी भी एटीएस की कार्रवाई के बारे में जानकारी जुटाने में लगे हैं।

राष्ट्रविरोधी तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा

बता दें कि सहारनपुर में पहले भी संदिग्ध बांग्लादेशी मिलते रहे हैं और बांग्लादेशियों की गिरफ्तारी को लेकर सहारनपुर खासा चर्चाओं में रह चुका है। मार्च माह में भी ATS टीम ने सहारनपुर के थाना मंडी क्षेत्र की नदीम कॉलोनी से दो युवकों को हिरासत में लिया था। वे दोनों ही युवक बांग्लादेश के रहने वाले थे और अलग-अलग क्षेत्र में रहकर कार्य कर रहे थे। एटीएस टीम इन्हें सहारनपुर से गिरफ्तार करके लखनऊ ले गई थी। इससे पहले वर्ष 2020 में भी सहारनपुर से बांग्लादेशी पकड़े गए थे। पुलिस ने सहारनपुर के देवबंद से ही कुछ बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया था।

वहीं, फरवरी 2019 में भी 5 बांग्लादेशियों को देवबंद से गिरफ्तार किया गया था, जिनके फर्जी पासपोर्ट बनाए जाने की घटना सामने आई थी। ध्यान देने वाली बात है कि उनमें से एक देवबंद में फाइनेंस का काम कर रहा था। आपको बता दें कि देवबंद से जैश-ए-मोहम्मद के भी सदस्य पकड़े जा चुके हैं। वर्ष 2019 में वहां से जैश-ए मोहम्मद के 2 आतंकियों को गिरफ्तार किया था। दोनों कश्मीर के पुलवामा के रहने वाले थे। ऐसे में मौजूदा कार्रवाई को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि योगी सरकार ने चुनाव परिणाम के साथ ही साफ कर दिया है कि राष्ट्रविरोधी तत्वों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

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