विमल की बात छोड़िए, तंबाकू से अक्षय कुमार की पुरानी मित्रता है!

गजब की हिपोक्रेसी है!

akshay kumar

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हिपोक्रेसी की प्रतिमूर्ति अक्षय कुमार हाल ही में विमल इलाइची के एक विज्ञापन में चर्चित अभिनेता अजय देवगन एवं शाहरुख खान के साथ दिखाई दिए थे। इस पर काफी मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिली, लेकिन अधिकतर अक्षय कुमार की आलोचना ही हुई, क्योंकि अनेकों बार उन्हें सामाजिक सुधार एवं स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं एवं उत्पादों का प्रचार प्रसार करते हुए देखा गया है।

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स्वयं अक्षय कुमार के शब्दों में,

“मैं अपने सभी प्रशंसकों और शुभचिंतकों से माफी मांगना चाहता हूं। पिछले कुछ दिनों में आपकी प्रतिक्रिया ने मुझे बहुत प्रभावित किया है। हालांकि मैंने तंबाकू का समर्थन नहीं किया है और न ही आगे करूंगा। मैं विमल इलायची के साथ अपने एसोसिएशन को लेकर आपकी भावनाओं का सम्मान करता हूं। इसलिए पूरी विनम्रता के साथ मैं अपने कदम वापस लेता हूं। साथ ही मैंने फैसला किया है कि विज्ञापन के लिए ली गई फीस को किसी अच्छे काम के लिए दान कर दूंगा। ब्रांड चाहे तो इस एड को प्रसारित करना जारी रख सकता है जब तक कि उसके कॉन्ट्रैक्ट की लीगल अवधि पूरी नहीं होती। लेकिन मैं वादा करता हूं कि भविष्य में पूरी समझदारी के साथ विकल्पों का चयन करूंगा। इसके बदले में मैं हमेशा आपका प्यार और शुभकामनाएं चाहूंगा” –

वाह भाई वाह, क्या सोच है आपकी अक्की पाजी! क्या सोच के आए थे, जनता खुश होगी, शाबाशी देगी? अरे ये पब्लिक है, सब जानती है। कुछ ही वर्ष पूर्व अक्षय कुमार दावा करते थे कि वे स्वस्थ भारत के लिए चिंतित है और वे ऐसे किसी उत्पाद को बढ़ावा नहीं देंगे जो उसमें बाधक हो।

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लेकिन अब यही अक्षय कुमार विमल इलाइची के लिए प्रोमोशन करते दिखाई दिए, जहां वे ये कहते हैं, “जुबान एक हो, तो दिल भी एक होने चाहिए”

अक्षय कुमार किसको उल्लू बना रहे हैं? उन्हें नहीं पता कि वे किसका प्रचार कर रहे थे? कोई दुकान पर विमल इलाइची या Haywards Soda खरीदने नहीं जाता। वह भी जानता है इसके पीछे वास्तव में किस उत्पाद को बढ़ावा दिया जाता है, और विपणन यानि मार्केटिंग के क्षेत्र में इसे Surrogate Advertising भी कहा जाता है।

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TFI के संस्थापक अतुल मिश्रा ने ट्वीट किया

इस पर प्रकाश डालते हुए TFI के संस्थापक अतुल मिश्रा ने ट्वीट किया, “अक्षय ने कई दिल तोड़े जब उन्होंने शाहरुख खान एवं अजय देवगन के साथ विमल ‘इलाइची’ का प्रचार करने का निर्णय किया। हो भी क्यों न, अक्षय फिटनेस आइकन हैं, स्वच्छता के अधिवक्ता हैं, महिला स्वच्छता के पुरोधा हैं और राष्ट्रवादी भी हैं। पर अक्षय चूंकि अक्षय थे, इसीलिए जब वे विमल इलाइची के प्रोजेक्ट से हटे, तो वे फिर से सबकी आंखों के तारे बन गए” –

https://twitter.com/TheAtulMishra/status/1517055976960323586

लेकिन एक एड ये भी है जहां ये महानुभाव स्वयं बाबा एलाईची का प्रचार करते दिखाई दे रहे हैं, और ये बात 2016 की है, और बाबा तो पान मसाला, ज़र्दा और सिगरेट का प्रमुख उत्पादक भी है” –

अब कई लोगों का मानना यह होगा कि अजय देवगन और शाहरुख खान का क्या? निस्संदेह यह दोनों बधाई के पात्र नहीं, परंतु कम से कम ये नैतिकता का ढोंग भी नहीं करते। ऐसे में विमल इलाइची एड करके और फिर उससे हटने का दावा कर अक्षय कुमार ने केवल अपनी भद्द पिटवाई है।

 

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