हिंदुओं के विरुद्ध अभियान वैश्विक स्तर पर चलाने का भरपूर प्रयास किया जाता रहा है लेकिन इस तरह की कुत्सित विचार रखने वाले लोग अपने गिरेबान में नहीं झांकते हैं। विशेषकर पश्चिम देशों द्वारा चलाया जाने वाला भारत के विरुद्ध का एजेंडा समय समय पर खुलकर सामने आता रहता है। विडंबना तो ये है कि मुसलमानों के खिलाफ कथित भेदभाव होने का रुदन करके भारत को समय समय पर उपदेश देने का कार्य भी किया जाता है लेकिन गौर करने वाली बात ये है कि इस्लामोफोबिक वेस्ट अपनी करतूतें अपनी सुविधा के हिसाब से भुला देते हैं।
भारत की सशक्त सरकार के विरुद्ध कुंठा
हाल ही में, ब्रिटिश-अमेरिकी पत्रकार मेहदी हसन, टीवी प्रस्तोता और शेफ पद्मा लक्ष्मी और जर्मन फुटबॉलर मेसुट ओज़िल ने भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरुद्ध अकल्पनीय दावे किए हैं जिसका न कोई सिर पैर है, न तो कोई तथ्य है, कुछ है तो बस भारत और भारत की सशक्त सरकार के विरुद्ध कुंठा।
यहां पर टूलकिट का जिक्र करना जरूरी हो जाता है क्योंकि मेहदी हसन, पद्मा लक्ष्मी जैसे जितने भी नाम सामने आए हैं वो भारत विरुद्ध एक अलग ही टूलकिट का निर्माण करने में लगे हैं। जैसे किसान आदोलन के वक्त टूलकिट गैंग एक्टिव हो गया था और जैसे कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान टूलकिट गैग एक्टिव हो गया था मोदी सरकार के विरूद्ध ताकि सरकार की छवी बिगाड़ी जा सके। तो अब यहां एक और टूलकिट गैंग एक्टिव होने लगा है।
इस नए नवेल टूलकिट गैंग के मामले को जान लें उससे पहले आपको बता देते हैं कि आखिर क्या है ये टूलकिट? दरअसल, टूलकिट सोशल मीडिया पर विरोध करने एक साधन है। अब जबकि सोशल मीडिया राय और विचारों को दर्ज करने के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान बन गया है, तो कुछ हीन भावना से ग्रसित लोग किसी विशेष के विरूद्ध इस टूलकिट का उपयोग झूठा प्रचार और सस्ती लोकप्रियता के लिए करने पर उतारू रहते हैं।
अब एक एक नाम के साथ इस नए टूलकिट गैंग की स्तरहीन योजना को जान लेते हैं जो भारत के विरूद्ध कुंठित बयानों से पटी पड़ी है और कट्टरपंथियों के लिए रुदाली राग आलापती दिख रही है। वो बात अलग है कि भारत में इस विशेष समुदाय की ठाठ है!
मेसुट ओज़िल
इस मामले में जर्मन फुटबॉलर मेसुट ओज़िल ने अपने ट्वीट में लिखा, “भारत में हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों की सुरक्षा और भलाई के लिए लैलत अल-क़द्र की पवित्र रात के दौरान प्रार्थना करते हुए इस शर्मनाक स्थिति के बारे में जागरूकता फैलाएं! दुनिया के तथाकथित सबसे बड़े लोकतंत्र में मानवाधिकारों का क्या हो रहा है?
पद्मा लक्ष्मी
इस बीच, पद्मा लक्ष्मी ने बुधवार को ट्वीट किया, “भारत में मनाए जाने वाले मुसलमानों के खिलाफ हिंसा को देखकर दुख हुआ। व्यापक मुस्लिम विरोधी बयानबाजी डर का शिकार होती है और लोगों को जहर देती है। यह प्रचार खतरनाक और नापाक है। बाद में, पद्मा लक्ष्मी ने जोर देकर कहा कि “साथियों हिंदुओं, इस भय-भ्रम के आगे मत झुको। भारत में या कहीं और हिंदू धर्म के लिए कोई खतरा नहीं है।”
Sickening to see the violence against Muslims celebrated in India. The widespread anti-Muslim rhetoric preys on fear and poisons people.
This propaganda is dangerous and nefarious because when you consider someone less than it's much easier to participate in their oppression.
— Padma Lakshmi (@PadmaLakshmi) April 27, 2022
मेहदी हसन
ब्रिटिश-अमेरिकी पत्रकार मेहदी हसन ने अपनी संपादकीय रिपोर्ट को ट्वीट करते हुए कहा, “पुतिन। ओर्बन। ले पेन। हम पश्चिम में दक्षिणपंथी सत्तावादियों के उदय के बारे में बहुत बात करते हैं और फिर भी हम भारत के नरेंद्र मोदी और उनकी भाजपा का कभी भी उल्लेख नहीं करते हैं। मैंने मोदी और मुस्लिम विरोधी नरसंहार की नई चेतावनियों के तहत भारत में एक गहरा गोता लगाया। उनके पिछले वाले की तरह, रिपोर्ट में भारत और पीएम मोदी के खिलाफ उनके तीखेपन को यह कहते हुए दिखाया गया है कि मोदी “खोए हुए हिंदू साम्राज्य” को फिर से बनाने पर तुले हुए हैं।
Putin. Orban. Le Pen. We talk a lot in the West about the rise of far-right authoritarians & yet we never mention India's Narendra Modi and his BJP.
On the @MehdiHasanShow, I did a deep-dive into India under Modi & new warnings of an anti-Muslim genocide:pic.twitter.com/McOGhQy7Gp
— Mehdi Hasan (@mehdirhasan) April 26, 2022
टूलकिट गैंग द्वारा इस तरह का दुष्प्रचार भारत के विरुद्ध किया जाता रहा है। ज्ञात हो की पिछली बार यह टूल वाली कांसेप्ट बड़बोली और वामपंथी मानसिकता वाली वैश्विक जलवायु कार्यकर्ता Greta Thunberg ने लोकप्रिय बनाया था। 2021 में भारत में कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन के दौरान एक ट्वीट में ‘टूलकिट’ साझा कर उन्होंने भारत के खिलाफ दुष्प्रचार और भारत के लोगों को दिग्भ्रमित करने की नाकामयाब कोशिश की थी। लेकिन ग्रेटा द्वारा साझा किए गए दस्तावेज़ ने यह स्पष्ट कर दिया था कि यह भारत में अशांति पैदा करने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा है।
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जब अमेरिका, ईरान और इराक में मुस्लिमों देशों में बर्बारता दिखा रहा था तब पश्चिमी देश सहित मुस्लिम देशों के नागरिक उस समय मौन थे। जब अमेरिका में 9/11 हुआ था उसके बाद से मुसलामानों को परेशान किया जाता रहा है। आज भी एयरपोर्ट पर मुस्लिम व्यक्तियों को परेशान किया जाता है लेकिन उस समय मानवाधिकार के नाम पर ये लोग चुप हो जाते हैं लेकिन जब भारत में संवैधानिक तरीके से किसी पर कार्रवाई की जाती है तो ये लोग भारत के खिलाफ दुष्प्रचार करने लगते हैं। दरअसल दुनिया में कुछ लोग भारत की तरक्की से जलते हैं इसलिए वो भारत को वैश्विक स्तर पर बदनाम करने के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाते हैं लेकिन आज भारत इतना मजबूत हो चूका है कि वो किसी भी तरह का दुष्प्रचार का जवाब देने में सक्षम है।