सत्ता में आते ही AAP के बदले रंग, उनके स्कैम को दिखाने वाले PTC TV के एमडी हुए गिरफ्तार

नैतिकता बेचना कोई आम आदमी पार्टी से सीखे!

रविंद्र राय PTC

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पंजाब में आम आदमी पार्टी सत्ता में आते ही अपने एजेंडे को पूरा करने की दिशा में तीव्रता से अग्रसर हो चली है। जिन लोगों ने AAP के खिलाफ आवाज उठाई थी अब उनकी आवाज को दबाने के अपने पूरे प्रयासों में भगवंत मान की सरकार लग गई है। इसी बीच पंजाब पुलिस द्वारा PTC चैनल के मैनेजिंग डायरेक्टर रविंद्र राय को कथित यौन उत्पीड़न के मामले में गिरफ्तार किया गया है। लेकिन ध्यान देने वाली बात है कि रविंद्र राय की गिरफ्तारी PTC चैनल पर मुख्यमंत्री भगवंत मान का मजाक बनाने के कुछ ही दिनों बाद हुई है। ऐसे में इसे बदले की कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है।

दरअसल, कुछ दिनों पूर्व PTC चैनल ने भगवंत मान का एक वीडियो दिखाया था, जिसमें भगवंत मान यह बता रहे थे कि उनसे संदूर जिले के एक गांव में गांववालों ने एक पुल बनवाने की मांग की थी। 5-6 फिट का पुल बनवाने के लिए जब भगवंत मान ने खर्च का एक आकलन मांगा तो अधिकारियों द्वारा उन्हें 1 करोड़ 80 लाख का एस्टीमेट दिया गया। इसके बाद उन्होंने अपने एक मित्र से एस्टीमेट मांगा तो उसने 6 लाख में पुल बनाने की योजना बताई। इसके बाद भगवंत मान ने छह लाख में पुल बनवा दिया।

https://twitter.com/MrSinha_/status/1511707309788991488?t=Tydq5lSjy7wyzocNMtHqDg&s=19

PTC ने इस वीडियो को दिखाने के बाद गांव में स्थित पुल को भी दिखाया। पुल की स्थिति वीडियो में देख कर कोई भी हंस देता। सीमेंट या कंक्रीट के बने दो स्तम्भ डालकर पुल बनाया गया है। PTC ने यह वीडियो दिखाकर मुख्यमंत्री भगवंत मान का बहुत मजाक बनाया। उसके बाद पीटीसी के मैनेजिंग डायरेक्टर रविंद्र राय पर एक FIR दर्ज हुई। उनपर आरोप है कि PTC चैनल के मिस पंजाबी कॉन्टेस्ट के नाम पर भोली-भली लड़कियां बुलायी जाती थी और फिर बड़े-बड़े लोगों से उनका शोषण करवाया जाता था।

इन आरोपों में कितनी सच्चाई है यह तो नहीं पता, किंतु इन आरोपों को लगाए जाने का समय शंका पैदा करने वाला है। महत्वपूर्ण बात यह है कि एडिटर्स गिल्ड की ओर से इस बारे में कोई बयान जारी नहीं किया गया है और न ही किसी अन्य महत्वपूर्ण मीडिया चैनल द्वारा इस मामले को उठाया गया है। इसके पहले सोशल मीडिया पर भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने केजरीवाल का मजाक बनाया था, तो उनके विरुद्ध भी FIR दर्ज की गई थी। आम आदमी पार्टी का पंजाब में सत्तारूढ़ होना एक मामले में महत्वपूर्ण है कि पहली बार इस दल को राज्य की प्रशासनिक मशीनरी का स्वेच्छा से प्रयोग करने का मौका मिला है।

इसके पूर्व दिल्ली में केजरीवाल को प्रशासनिक मशीनरी का स्वेच्छा से प्रयोग करने को नहीं मिल रहा था क्योंकि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं प्राप्त है और न ही दिल्ली पुलिस केजरीवाल के अधीन है। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि यदि रविंद्र राय पर लगे आरोप सत्य साबित होते हैं तो उन्हें अवश्य जेल होगी, किन्तु यदि यह बदले की कार्रवाई है तो यह पंजाब के लिए अच्छा संकेत नहीं है। भगवंत मान की सरकार सत्ता में आने के पहले दिन से ही विघटनकारी क्षेत्रवाद की राजनीति को बढ़ावा दे रही है। और अब यदि स्टेट मशीनरी का प्रयोग स्वेच्छाचारी शासन के संचालन के लिए किया जाएगा, तो सरकार के विरुद्ध उठने वाली हर आवाज को दबा दिया जाएगा। ऐसे में पंजाब पुनः अशांति के दौर में जा सकता है।

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