पीएम नरेंद्र मोदी अब सिर्फ एक जननेता नहीं हैं, बल्कि अब वो एक सोच बन चुके हैं। देशहित में उनकी दूरदर्शिता का परिणाम कई क्षेत्रों में देखने को मिलने लगा है। देश मौजूदा समय में दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ रहे अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। साथ ही मोदी के कार्यकाल में भारत की स्थिति ऐसी है कि कोई भी हमें आंख नहीं दिखा सकता या हम पर दबाव नहीं बना सकता। खुद को कथित महाशक्ति कहने वाला अमेरिका भी अब भारत के तलवे चाटने में लगा रहता है। अब भारत वो पुराना वाला भारत नहीं रहा, जो दूसरों पर आश्रित रहता था। अब आतंकवाद समेत कई मामलों पर भारत दुनिया का प्रतिनिधित्व करता है।
आपको ज्ञात होगा कि वैश्विक मंचों पर पीएम मोदी आतंकवाद को लेकर काफी मुखर रहे हैं और काफी पहले से ही उसके समूल विनाश को लेकर देश फ्रंटफुट पर है। आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ मोदी सरकार अपनी जीरो टॉलरेंसी नीति पर अडिग है। इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक और 26/11 के मुंबई हमले के मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद के बेटे- हाफिज तल्हा सईद को UAPA ACT, 1967 के तहत आतंकवादी घोषित कर दिया है। मंत्रालय ने इसे लेकर एक नोटिफिकेशन भी जारी किया है, जिसमें तल्हा को लश्कर-ए-तैयबा के मौलवी विंग का प्रमुख बताया गया है।
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मोदी सरकार के इस एक्शन का होगा वैश्विक असर
दरअसल, गृह मंत्रालय ने इसे लेकर एक नोटिफिकेश जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि 46 वर्षीय हाफिज तल्हा सईद भारत और अफगानिस्तान में भारतीय हितों को निशाना बनाने के लिए लश्कर-ए-तैयबा में कारिंदों की भर्ती करने, धन जुटाने और हमलों की साजिश रचने तथा उन्हें अंजाम देने के कृत्यों में सक्रिय रूप से शामिल है। इसमें कहा गया है कि वह पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा के विभिन्न ठिकानों का भी नियमित रूप से दौरा करता है और भारत, इजराइल, अमेरिका व अन्य पश्चिमी देशों में भारतीय हितों के खिलाफ जिहाद छेड़ने का आह्वान करने वाले बयान देता है।
गृह मंत्रालय के मुताबिक, ‘‘केंद्र सरकार का मानना है कि हाफिज तल्हा सईद आतंकवादी गतिविधियों से जुड़ा हुआ है और उसे गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम 1967 के तहत आतंकवादी घोषित किया जाना चाहिए।’’ ध्यान देने वाली बात है कि आतंकी हाफिज सईद का बेटा आतंकी तल्दा सईद काफी खूंखार है। मंत्रालय के मुताबिक वह भारत के हितों के खिलाफ अफगानिस्तान समेत पश्चिमी देशों में भी जिहाद फैलाने में शामिल रहा है।
MHA issues a notification declaring Hafiz Talha Saeed, son of Hafiz Mohammad Saeed, a senior leader of Lashkar-e-Taiba (LeT) and head of the cleric wing of the LeT, as a designated terrorist under the provisions of the UAPA Act 1967 pic.twitter.com/Cxo2OKtoqf
— ANI (@ANI) April 9, 2022
ध्यान देने वाली बात है कि तल्हा सईद के भारत विरोधी कई वीडियो भी वायरल हो चुके हैं, जिनमें वो भारत पर आतंकी हमलों की बात कहते देखा गया था। वर्ष 2017 में भी उसका एक वीडियो सामने आया था जिसमें वह तकरीरें करते हुए लोगों से कह रहा है कि जम्मू-कश्मीर में जिहाद होकर रहेगा। लेकिन अब तो मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की ऐसी लगाई है कि उन्हें सपने में भी भारतीय सेना ही नजर आती होंगी। भारत द्वारा तल्हा सईद को आतंकी घोषित करने के बाद उसकी मुश्किलें बढ़ने वाली है, क्योंकि अब इस बात की संभावना भी तेज है कि संयुक्त राष्ट्र संघ की इंटरपोल उसके खिलाफ बड़ा एक्शन ले सकती है।
भारत पर हुए कई हमलों का मास्टरमाइंड है तल्हा सईद का बाप
आपको बताते चलें कि तल्हा सईद का बाप यानी आतंकी हाफिज सईद 26/11 को मुंबई में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड था। 26 नवम्बर 2008 को मुंबई पर 10 आतंकवादियों ने एक घातक हमला किया था। इसमें 166 व्यक्तियों का नरसंहार हुआ और 300 से अधिक व्यक्ति घायल हुए, इनमें 6 अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे। तत्कालीन कांग्रेस सरकार उस समय एक दूसरे के ऊपर दोष डालने के अलावा पूरी तरह निष्क्रिय दिख रही थी। कुछ लोग अपनी घृणित मानसिकता के साथ हिंदू आतंकवाद को भी हवा देने में लगे थे।
हालांकि, मोदी सरकार के आने के बाद से चीजें बदली, वैश्विक मंच से आतंकवाद पर करारा प्रहार हुआ, पाकिस्तान को एफएटीएफ की ग्रे सूची में डाल दिया। उसके बाद 17 जुलाई 2019 में काउंटर टेररिजम डिपार्टमेंट (CTD) द्वारा उसे गिरफ्तार कर लिया गया और अब आतंकवाद निरोधक अदालत ने 70 वर्षीय खूंखार कट्टरपंथी मौलवी हाफिज सईद को 31 साल की सजा सुनाई है।
इसके अलावा 22 दिसंबर 2000 को लालकिले पर हमला, 2001 संसद हमला, 2002 अक्षरधाम हमला, 2005 दिल्ली सीरियल ब्लास्ट, 2006 मुंबई ट्रेन विस्फोट, 2008 मुंबई आतंकी हमला, 2015 गुरूदासपुर हमला, 2015 उधमपुर हमले के पीछ भी हाफिज सईद का हाथ रहा है। साथ ही जम्मू-कश्मीर में हुए ज्यादातार हमले के लिए वह और उसका संगठन जिम्मेदार रहा है। हालांकि, अब मोदी सरकार ने लश्कर की ऐसी कमजोर नस दबाई है कि अब धीरे-धीरे उसका विनाश सुनिश्चित हो ही जाएगा।
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