वर्ष 2014 के बाद से चुनाव जीतने की मशीनरी जैसी संज्ञाओं से सुशोभित हो चुकी भाजपा राज्यों में अब सत्ता प्राप्ति के लिए एक ही दांव चलने की जुगत में है, जिससे उसे हाल ही के 4 राज्यों के विधानसभा चुनावों में जीत मिली, वह है राजनीति में महिलाओं की भागीदारी! एक ज़माने में महिलाओं की भागीदारी घर की चार दीवारी तक ही सीमित रहती थी, आज महिलाओं के मताधिकार ने उन्हें एक झटके में सरकार इधर से उधर करने की शक्ति प्रदान कर दी है। ऐसे में अब आगामी विधानसभा चुनावों में भी उन्हीं महिलाओं को मजबूत कर उनसे वोट प्राप्त हो सकें इस दृष्टि से भाजपा ने चुनावी राज्यों में ऐसी योजनाओं को लागू करने की सारी तैयारी कर ली है, जिससे महिला वर्ग का उत्थान और स्वास्थ्य संबंधित सुरक्षा का सरोकार हो। गुजरात विधानसभा चुनावों से पहले माताओं और उनके शिशुओं के लिए स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से ‘सुपोषित माता स्वस्थ बाल योजना’ का अनावरण होने को है, राज्य सरकार के अनुमान के मुताबिक इस योजना के तहत लगभग 17 लाख लाभार्थियों को लाभ मिलेगा।
और पढ़ें: भाजपा आज वही है जिसका अटल जी ने सपना देखा था
भाजपा की जीत में महिलाओं का अहम योगदान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दिन बुधवार को भाजपा स्थापना दिवस पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी की चुनावी जीत में महिलाओं के योगदान की सराहना की थी। अपने नेता के मुख से निकली हर बात के मायने निकालने वाले कार्यकर्ताओं ने यह तत्काल समझ लिया कि उनका नेता किस दिशा की ओर बात कर रहा है। इसी क्रम में जिस प्रकार भाजपा हर चुनाव में जीत रही है, उसका सबसे बड़ा कारण ही यही महिला मतदाता बनकर उभरी हैं। साइलेंट वोटर कहें या परिवार से इतर सोचकर वोट डालने वाली महिलाएं, वास्तव में यह महिलावर्ग ही है जो अब भाजपा की चुनावी नैया चुपचाप घर बैठे-बैठे पार करा देती हैं।
इस बात को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता कि हाल ही में संपन्न हुए सभी 5 राज्यों के चुनावी परिणामों में सबसे अधिक प्रभुत्व उत्तर प्रदेश की चुनावी जीत से प्रदर्शित हुआ। इस कोरोनाकाल में यह आसान बात नहीं थी, क्योंकि सत्ता पक्ष के 2 वर्ष तो महामारी में ही निकल गए थे, इसके बावजूद जिस मुद्दे ने सरकार की पुनः वापसी सुनिश्चित की वो था मुफ्त राशन और बेहतर कानून व्यवस्था। महिला मतदाताओं ने योगी सरकार को पुनः इसलिए चुना, क्योंकि उन्हें बीती सरकारों के मुकाबले राज्य में भ्रष्टाचार जो उनकी राशन प्रणाली में सबसे बड़ी बाधा था उस बाधा से निजात मिली और घर से बाहर निकलने के बाद सड़कों पर राह चलते मनचलों से बचाव इसी सरकार और कानून के 100 प्रतिशत लागू होने से महिलाओं ने महसूस किया था।
अब अन्य राज्यों में चुनाव होने को हैं और जिस राज्य से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह आते हैं उस गुजरात को पुनः फ़तेह करने के लिए भाजपा ने कमर कस ली है। भाजपा को लगता है कि स्वस्थ माताओं और बच्चों के लिए बनाई गई यह सुपोषित माता स्वस्थ बाल योजना (SMSBY) इस साल के अंत में होने वाले चुनावों में गेम चेंजर साबित होगी। पीएम ने भाजपा के स्थापना दिवस पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए हर चुनाव में पार्टी की जीत का श्रेय महिलाओं को दिया था। पीएम ने आगे कहा था कि यह मात्र एक चुनावी घटना नहीं है, बल्कि एक जागरूकता है।
जानें क्या है SMSBY योजना?
बताते चलें कि सुपोषित माता स्वस्थ बाल योजना जिसे एसएमएसबीवाई भी कहा जाता है, यह योजना इस प्रक्षेपण पर काम करती है कि गर्भ में भ्रूण के 270 दिनों सहित मानव जीवन के पहले 1,000 दिन महत्वपूर्ण हैं। सुपोषित माता स्वस्थ बाल योजना का मुख्य उद्देश्य माताओं और बच्चों की उचित देखभाल और पोषण के 1,000 दिनों पर ध्यान केंद्रित करना है, साथ ही साथ राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, गुजरात के तहत पंजीकृत 0-24 महीने की उम्र के बच्चों की माताओं की पोषण स्थिति को बढ़ाना है। गर्भावस्था और स्तनपान की अवधि के दौरान, मां को भ्रूण और खुद के बेहतर पोषण के लिए अतिरिक्त कैलोरी और प्रोटीन की आवश्यकता होती है।
ज्ञात हो कि हाल ही में प्रस्तुत बजट में एक प्रावधान किया गया था तथा गर्भवती और नई माताओं के स्वास्थ्य पर ध्यान देने की बात कही गई थी। यह योजना जल्द ही शुरू की जाएगी, जिसका आरंभ गुजरात से होने जा रहा है। सुपोषित माता स्वस्थ बाल योजना की देखरेख कर रहे वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार सरकार पोषण किट मुफ्त उपलब्ध कराएगी। मोदी सरकार और विशेषकर पीएम मोदी नारों और भाषणों में अपने द्वारा कही गई बातों को सदैव याद रखते हैं, यदि पीएम मोदी ने महिलाओं के योगदान को सराहा है तो यह मामूली बात नहीं है। इस बार भाजपा महिलाओं और महिला मतदाताओं को साधने के लिए पूर्ण रूप से तैयार है और इसका दृश्य इस योजना के माध्यम से स्पष्ट दिख भी रहा है।
और पढ़ें: विजय रूपाणी को उनकी अक्षमता नहीं, बल्कि रघुबर दास सिंड्रोम से ग्रसित होने के कारण हटाया गया है