लगता है नेटफलिक्स इंडिया ने कसम खा ली है कि अभी मन नहीं भरा है। ‘The Archies’ के फर्स्ट लुक पर जनता से जो बेहिसाब प्रेम मिला है, उसके बाद इनके हाइकमान सोचते होंगे, इससे नीचे भी कुछ हो सकता है क्या? हम और कितना नीचे गिर सकते हैं, तभी आया एक मस्त सॉलिड आइडिया– चलो जी, भारत की अखंडता पर ही प्रश्न चिह्न लगाते हैं।
इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे नेटफ्लिक्स ने अपनी नई योजना से भारत में अपनी दुकान पर ताला का प्रबंध सुनिश्चित करा लिया है।
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देश OTT के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है
जहां देश OTT के क्षेत्र में नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है, सोनी लिव जैसे प्लेटफ़ॉर्म ‘रॉकेट बॉय्ज़’, ‘गुल्लक’ और ‘स्कैम 2003’ जैसे प्रयोग कर रहे हैं, एमेजॉन ‘पंचायत’ समेत अनेक प्रोजेक्ट्स को बढ़ावा दे रहा है, जिसमें पंचायत के द्वितीय संस्करण को जनता का भरपूर प्रेम भी मिला रहा है। परंतु नेटफ्लिक्स और भारतीयता? – न बाबा न, ओकरे से उनका दूर दूर तक कौनों नाता नाही है!
हाल ही में ट्विटर पर एक अकाउंट काफी सक्रिय दिख रहा है ‘Netflix India South’, जो मूल रूप से जुलाई 2021 में लॉन्च किया गया और जिसके लगभग 140000 से अधिक फॉलोवर हैं। तो इसमें क्या नई बात है? अक्सर उत्तर दक्षिण के विवाद में उलझने वाले भारत को जो माध्यम एक कर रहा है, यानी OTT / सिनेमा, अब नेटफ्लिक्स उसमें भी फूट डाल रहा हे और भारत की अखंडता पर ही प्रश्न चिह्न लगा रहा है।
का रे नेटफ्लिक्स, ‘The Archies’ के फर्स्ट लुक से अपनी भद्द पिटवा कर मन नहीं भरा? जिस विचार से स्वयं दक्षिण भारतीय स्टार तक मुंह मोड़ने की दिशा में आगे बढ़ रहे हो (किच्चा सुदीप जैसे नमूनों को छोड़कर), उसी विचारधारा को फिर से जबरदस्ती हमारे माथे पर चिपकाकर क्या सिद्ध करना चाहती हो नेटफ्लिक्स? सब्सक्राइबर तो तुम्हारे भग रहे भर भर के, छंटनी तो तुम्हारे कर्मचारियों की हो रही, धंधे के वांदे पड़े है, और उस पर भी ऐसी अकड़ कि भारत की अखंडता पर ही प्रश्न चिह्न लगा दो?
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यह पहली ऐसी हरकत नहीं है
परंतु यह इनकी पहली ऐसी हरकत नहीं है। नेटफ्लिक्स, विशेषकर नेटफ्लिक्स इंडिया का दाना पानी ही इसी से चलता है। नेटफ्लिक्स और बॉलीवुड का एक विशेष वर्ग एक ही सिक्के के दो पहलू समान है। अब आप सोच रहे हैं ये कैसे?
जब आपके समक्ष फिल्मों में RRR, The Kashmir Files जैसे प्रतिद्वंदी हो, मनोरंजन फिल्मों के क्षेत्र में KGF और पुष्पा जैसी फिल्में और OTT के क्षेत्र में पंचायत, द फैमिली मैन जैसे प्रोजेक्ट आ रहे हों, जिसमें आवश्यक नहीं कि सभी लोग आप ही के जैसे हों, तो आपको चाहिए कि आप भी अपनी ओर से तगड़े दावेदार इन क्षेत्रों में पेश करें। लेकिन जब आप प्रतिस्पर्धा में ‘Sacred Games’, ‘Leila’, ‘The Archies’, ‘The Fame Game’, ‘Mai’ जैसे प्रोजेक्ट निकालेंगे, जिनका यथार्थ से कोई नाता है न भारतीयता से, तो जनता आपकी आरती तो नहीं उतारेगी न।
ऐसे में नेटफ्लिक्स जिस प्रकार से नेटफ्लिक्स इंडिया साउथ जैसे अकाउंट को सक्रिय रूप से अब बढ़ावा दे रहा है, उससे सिद्ध हो रहा है कि उन्हें भारत में तनिक भी रुचि नहीं है, और आवश्यकता पड़ने पर वे भारत की अखंडता पर भी प्रश्न चिह्न लगा सकते हैं, पर ये नया भारत है, जहां ट्विटर और टूलकिट की एक न चली।