राजस्थान में कानून व्यवस्था की तिलांजलि दी जा चुकी है। राजस्थान की गहलोत सरकार पूरी तरह से कानून व्यवस्था में फ्लॉप दिख रही है। गहलोत सरकार में कई जघन्य अपराध हुए। बलात्कार, हत्या जैसे मामले ने गहलोत सरकार की घटिया प्रशाशन को उजागर कर दिया है। आइये आपको बताते हैं कांग्रेस सरकार में कई ऐसे जघन्य अपराध और बयान जिसको लेकर राष्ट्रीय स्तर पर बवाल मच गया था।
रोहित जोशी काण्ड
राजस्थान की अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार के लिए एक बड़ी शर्मिंदगी में, नई दिल्ली में राज्य के एक प्रमुख मंत्री के बेटे के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है। जयपुर की रहने वाली 23 वर्षीय पीड़िता ने आरोप लगाया है कि जल संसाधन मंत्री महेश जोशी के बेटे रोहित जोशी ने उसे नशा देकर कई बार दुष्कर्म किया।
महिला के अनुसार, जोशी ने कथित तौर पर उसका नग्न वीडियो बनाया और घटना को सार्वजनिक करने पर जान से मारने की धमकी दी।पीड़िता ने दिल्ली के सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है जिसमें उसने दावा किया है कि रोहित जोशी ने उससे शादी करने का वादा किया और कई मौकों पर उसके साथ दुष्कर्म किया। जब वह गर्भवती हो गई, तो उसे बच्चे का गर्भपात कराने के लिए भी मजबूर किया गया। पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत में पीड़िता ने दावा किया कि फेसबुक पर उसकी रोहित जोशी से दोस्ती हुई थी। महिला ने अपनी शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि राजस्थान में उसकी जान को खतरा है, इसलिए उसने राष्ट्रीय राजधानी में शिकायत दर्ज कराने का फैसला किया।
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तंदूर काण्ड
आपको बता दें कि 2 जुलाई 1995 को सुनील शर्मा नाम के शख्स ने अपनी पत्नी नैना साहनी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद सुनील शर्मा अपनी पत्नी को अपने होटल ले गए, जहां उन्होंने पत्नी को तंदूर में मक्खन डालकर जलाने का प्रयास किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक देर रात जब रेस्टोरेंट खाली हुआ तो तंदूर में आग लगने लगी। इसके बाद जब रेस्टोरेंट के ठीक बाहर फुटपाथ पर सब्जी बेच रही एक महिला ने आग की लपटें देखी तो उसे लगा कि रेस्टोरेंट में आग लगी है और चिल्लाने लगी, महिला की चीख सुनकर दिल्ली पुलिस का सिपाही अब्दुल नजीर वहां पहरा दे रहा था।
आग देखने के लिए जैसे ही वह रेस्टोरेंट की तरफ गया तो उसने सुनील को देखा और इस तरह उसका जुर्म दुनिया के सामने आ गया। यह देश का सबसे चर्चित मामला माना जा रहा है, जिसमें एक महिला को तंदूर में जला दिया गया। इसके बाद साल 2000 में ट्रायल कोर्ट ने उन्हें मौत की सजा सुनाई, जिसे हाई कोर्ट ने जारी रखा। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले में बदलाव करते हुए शर्मा को राहत देते हुए सजा को उम्रकैद में बदल दिया। इसके बाद उन्हें 2015 में पैरोल पर भी रिहा किया गया और 2018 में सजा पूरी होने पर रिहा किया गया। सुनील शर्मा इस मामले में 23 साल जेल में बिता चुके थे। अब सवाल यह है कि इस हत्याकांड को कांग्रेस से क्यों जोड़ा जा रहा है?
दरअसल इसका कारण यह है कि सुनील शर्मा कांग्रेस के नेता थे। सुशील, जो दिल्ली प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष थे, और उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया था, इसके अलावा नैना एक कांग्रेस कार्यकर्ता भी थीं, जिनसे सुशील ने शादी की थी।
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दिग्विजय सिंह का “टंच माल” प्रकरण
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कोंग्रेस नेता दिग्विजय सिंह अपने बयानों के लिए हमेशा विवादों में रहे हैं। ज्ञात हो की एक बार तब बवाल मच गया था जब उन्होंने कांग्रेस महासचिव ने मीनाक्षी नटराजन, मंदसौर की सांसद, को “सौ टका टंच माल” कहा था। आपको बतादें की मध्य प्रदेश के मंदसौर में एक रैली को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा, ‘वह आपकी सांसद हैं। वह गांधीवादी हैं, सीधी-सादी और ईमानदार हैं। वह गांव-गांव सबके पास जाती हैं। मेरे पास (राजनीति में) 40-42 साल का अनुभव है और मैं एक पुराना पारखी हूं और वह (मीनाक्षी नटराजन) 100 फीसदी टंच माल हैं और गरीबों के लिए लड़ती हैं।कांग्रेस का पूर्व मुख्यमंत्री का इस तरह का बयान कांग्रेस की विचारधारा को दर्शाता है।
“मर्द हैं राजस्थान में रेप तो होगा ही”
9 मार्च को, राजस्थान के संसदीय कार्य मंत्री, शांति धारीवाल ने विधानसभा में अपने संबोधन के दौरान कहा कि राज्य बलात्कार के मामलों में नंबर एक पर है और उल्लेख किया है, “राजस्थान हमेशा ‘मर्दाना’ व्यक्तियों का क्षेत्र रहा है”। उन्होंने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं है कि हम रेप के मामलों में पहले नंबर पर हैं। रेप के मामलों में हम आगे क्यों हैं? क्या हमारे भीतर कोई दोष है? हम क्या कर सकते है? राजस्थान हमेशा मर्दों (पुरुषों) का राज्य रहा है।
कांग्रेस की सरकार का यही रूप रहा है।कांग्रेस की सरकार में महिलाओं से इस तरह का सुलुख आम हो चुकी है। जैसा कि आप जानते हैं कि कांग्रेस पार्टी को 2014 और 2019 में हुए पिछले लोकसभा आम चुनावों में सबसे खराब चुनावी हार मिली है। कांग्रेस का देश से सफाया होते जा रहा है वो सभी जानते हैं पर राजनीति से इतर उसका और मुख्य कारण है और वो है कांग्रेस नेताओं द्वारा महिलाओं के लिए गन्दी सोच।
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