नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया इंटरनेशनल ने फ्रांस के लायरा नेटवर्क के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह भारतीयों को फ्रांस में UPI और Rupay कार्ड का उपयोग करके भुगतान करने में सक्षम करेगा। UPI को यूएई, सिंगापुर और भूटान में पहले ही स्वीकार किया जा चुका है। केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है कि यूपीआई और रूपे कार्ड जल्द ही फ्रांस में स्वीकार किए जाएंगे। NPCI इंटरनेशनल, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की अंतरराष्ट्रीय शाखा है।
MoU के हिस्से के रूप में, Lyra Networks भारतीयों को Lyra Networks द्वारा पेश किए गए टर्मिनलों और मशीनों पर UPI और RuPay कार्ड का उपयोग करके भुगतान करने की अनुमति देगा, जिससे विशेष रूप से भारत के छात्रों और पर्यटकों के लिए भुगतान करना आसान हो जाएगा। ध्यान देने वाली बात है कि एनपीसीआई इंटरनेशनल ने संयुक्त अरब अमीरात के मशरेक बैंक की भुगतान सहायक कंपनी नियोपे के साथ साझेदारी की घोषणा के दो महीने बाद ही यूएई में भारतीयों को देश भर में कंपनी के टर्मिनलों पर यूपीआई का उपयोग करके भुगतान करने की अनुमति दे दी। ऐसे में अब यह जल्द ही फ्रांस में भी देखने को मिल सकता है।
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केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ANI को बताया, “फ्रांस में ‘यूपीआई और Rupay कार्ड की स्वीकृति’ के लिए एनपीसीआई इंटरनेशनल और फ्रांस के लाइरा नेटवर्क के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। भारत एक महीने में 5.5 अरब UPI लेनदेन कर रहा है। फ्रांस के साथ आज का एमओयू हमारे लिए एक बड़ी उपलब्धि है।“ विश्लेषकों का कहना है कि SBI कार्ड, PhonePe, Google Pay को आरबीआई से क्रेडिट कार्डों को UPI से जोड़ने की अनुमति मिलेगी। यह रुपे को भी बढ़ावा देगा, जिसके सन्दर्भ में हाल ही में देश के केंद्रीय बैंक द्वारा घोषणा की गई थी कि रूपे क्रेडिट कार्ड जल्द ही यूपीआई नेटवर्क से जुड़े होंगे, जिससे उपयोगकर्ता यूपीआई ऐप का उपयोग करके अपने रुपे क्रेडिट कार्ड से भुगतान कर सकेंगे। भारतीय पहले से ही भूटान और सिंगापुर जैसे देशों में UPI का उपयोग कर सकते हैं। एनपीसीआई इंटरनेशनल भी नेपाल में यूपीआई भुगतान को सक्षम करने के लिए बातचीत कर रहा है।
RuPay भारत में एक अग्रणी नेटवर्क भुगतान प्रोसेसर के रूप में अपनी पहचान स्थापित कर चुका है। इसे 2012 में लॉन्च किया गया और यह पेमेंट गेटवे पिछले दस वर्षों में एक लंबा सफर तय कर चुका है। इससे पहले, इसे सरकार के वित्तीय समावेशन कार्यक्रम के लिए एक उपकरण के रूप में चित्रित किया गया था। लेकिन यह अब भारतीय बाजार में एक वास्तविक व्यावसायिक खिलाड़ी बन रहा है। अपने शुरुआती वर्षों में, यह पेमेंट गेटवे भारतीय बाजार में गहरी पैठ नहीं बना सका। मास्टरकार्ड, वीज़ा और अमेरिकन एक्सप्रेस जैसे दिग्गज पहले से ही कार्ड भुगतान नेटवर्क का नेतृत्व कर रहे थे, ऐसे में RuPay जैसे भुगतान गेटवे को तेज़ी से बढ़ने का अवसर नहीं मिला।
इसके बाद, पीएम मोदी सत्ता में आए और उन्होंने भारतीय वित्तीय प्रणाली के काम करने के तरीके को ही बदल दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) शुरू की जिसने इसे वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए एक बिंदु बना दिया और उन्होंने प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) योजना के साथ वित्तीय समावेशन एजेंडा का समर्थन किया। वर्ष 2018 में, पीएम मोदी ने सिंगापुर में इंडियन हेरिटेज सेंटर का दौरा किया था, जहां उन्होंने मधुबनी पेंटिंग खरीदी। और उन्होंने इसे कैसे खरीदा? आपको जानकर आश्चर्य होगा कि उन्होंने भुगतान करने के लिए एक SBI RuPay कार्ड चुना। यह भुगतान गेटवे के वैश्विक होने का संकेत था। वर्ष 2019 में RuPay ने जानकारी दी थी कि अब इसका इस्तेमाल 195 देशों के नागरिक करते हैं। कुछ महीने बाद, पीएम मोदी ने सऊदी अरब में भी पेमेंट गेटवे लॉन्च किया। वर्तमान में, इसे 42.4 मिलियन पीओएस स्थानों और 200 से अधिक देशों में 1.90 मिलियन एटीएम में स्वीकार किया जाता है।
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