• About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
TFI Official Merchandise
TFI English
TFI Global
Friday, March 31, 2023
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    चुनाव आयोग ने घोषणा भी नहीं की और कांग्रेस और जेडीएस का पत्ता पहले ही कट

    चुनाव आयोग ने घोषणा भी नहीं की और कांग्रेस और जेडीएस का पत्ता पहले ही कट

    Jamia violence case

    Jamia violence case: दिल्ली हाईकोर्ट ने छीना शरजील इमाम और सफूरा का चैन

    Atiq Ahmed gets life term

    Atiq Ahmed gets life term: कौन है अतीक अहमद और आज योगी सरकार के नाम से क्यों काँपता है?

    disqualification of Rahul Gandhi

    राहुल गांधी के प्रकरण में कूदे विदेशी, भाजपा ने कहा “भारत विदेशी प्रभाव को सहन नही करेगा”

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    Chinese FDI

    Chinese FDI: चीनी निवेशकों की कमर तोड़ने को तैयार हुई निर्मला सीतारमण

    भारतीय सॉफ्ट ड्रिंक व्यवसाय में रिलायंस का प्रवेश: क्या कैंपा कोला कर सकती है वापसी ?

    भारतीय सॉफ्ट ड्रिंक व्यवसाय में रिलायंस का प्रवेश: क्या कैंपा कोला कर सकती है वापसी ?

    Enemy properties बेच 1 लाख करोड़ कमाएगा इंडिया

    Enemy properties बेच 1 लाख करोड़ कमाएगा इंडिया

    यूं ही नहीं बने शक्तिकान्त दास  “गवर्नर ऑफ द ईयर”

    यूं ही नहीं बने शक्तिकान्त दास “गवर्नर ऑफ द ईयर”

    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    अब भारतीय सेना के पास होंगी अपनी सैटेलाइट

    अब भारतीय सेना के पास होंगी अपनी सैटेलाइट

    अरुणाचल की दिबांग परियोजना बैठाएगी पूर्वोत्तर के विकास और पर्यावरण में सामंजस्य

    अरुणाचल की दिबांग परियोजना बैठाएगी पूर्वोत्तर के विकास और पर्यावरण में सामंजस्य

    इंडो पैसिफिक में चीन को चुनौती देने हेतु एक हुए नौसेना के धुरंधर

    इंडो पैसिफिक में चीन को चुनौती देने हेतु एक हुए नौसेना के धुरंधर

    पावर ट्रांसमिशन भारत

    भारत के पावर ट्रांसमिशन में आयेगी क्रांति

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    चूहे बिल्ली के इस खेल में क्यों ज़ाकिर नाईक जीत रहा है?

    चूहे बिल्ली के इस खेल में क्यों ज़ाकिर नाईक जीत रहा है?

    पाकिस्तान के लिए अब कोई “इस्लामिक भाईचारा” नहीं!

    पाकिस्तान के लिए अब कोई “इस्लामिक भाईचारा” नहीं!

    3rd Highest Leader In Buddhism: दलाई लामा का एक दांव, और चीन चारों खाने चित्त

    3rd Highest Leader In Buddhism: दलाई लामा का एक दांव, और चीन चारों खाने चित्त

    CIA chief visit to Sri Lanka

    CIA chief visit to Sri Lanka: श्रीलंका में CIA? ये कौन सा “शीतयुद्ध” है?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    बीर टिकेन्द्रजीत : जिसने मणिपुर और भारत के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया

    बीर टिकेन्द्रजीत : जिसने मणिपुर और भारत के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया

    आज भी BCCI और गांगुली के लिए दुस्वप्न समान है ग्रेग चैपल की नियुक्ति

    आज भी BCCI और गांगुली के लिए दुस्वप्न समान है ग्रेग चैपल की नियुक्ति

    रघुनाथ राव

    रघुनाथ राव और माधवराव के बीच वह “महाभारत”, जिसे रोका जा सकता था

    हाँ भई, अकबर हृतिक रोशन कम, नसीरुद्दीन शाह अधिक लगते थे

    हाँ भई, अकबर हृतिक रोशन कम, नसीरुद्दीन शाह अधिक लगते थे

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    अपने हाथों से ही अपने करियर को उजाड़ दिए राजकुमार और आयुष्मान….

    अपने हाथों से ही अपने करियर को उजाड़ दिए राजकुमार और आयुष्मान….

    कंगना रनौत

    2023 में या तो कंगना रनौत वापसी करेंगी, या फिर….

    सिद्धार्थ रॉय कपूर बॉलीवुड

    सिद्धार्थ रॉय कपूर ने दिया बॉलीवुड को एक महत्वपूर्ण संदेश

    प्रियंका चोपड़ा बॉलीवुड

    प्रियंका चोपड़ा ने बॉलीवुड पर सटीक निशाना लगाया है!

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    चुनाव आयोग ने घोषणा भी नहीं की और कांग्रेस और जेडीएस का पत्ता पहले ही कट

    चुनाव आयोग ने घोषणा भी नहीं की और कांग्रेस और जेडीएस का पत्ता पहले ही कट

    Jamia violence case

    Jamia violence case: दिल्ली हाईकोर्ट ने छीना शरजील इमाम और सफूरा का चैन

    Atiq Ahmed gets life term

    Atiq Ahmed gets life term: कौन है अतीक अहमद और आज योगी सरकार के नाम से क्यों काँपता है?

    disqualification of Rahul Gandhi

    राहुल गांधी के प्रकरण में कूदे विदेशी, भाजपा ने कहा “भारत विदेशी प्रभाव को सहन नही करेगा”

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    Chinese FDI

    Chinese FDI: चीनी निवेशकों की कमर तोड़ने को तैयार हुई निर्मला सीतारमण

    भारतीय सॉफ्ट ड्रिंक व्यवसाय में रिलायंस का प्रवेश: क्या कैंपा कोला कर सकती है वापसी ?

    भारतीय सॉफ्ट ड्रिंक व्यवसाय में रिलायंस का प्रवेश: क्या कैंपा कोला कर सकती है वापसी ?

    Enemy properties बेच 1 लाख करोड़ कमाएगा इंडिया

    Enemy properties बेच 1 लाख करोड़ कमाएगा इंडिया

    यूं ही नहीं बने शक्तिकान्त दास  “गवर्नर ऑफ द ईयर”

    यूं ही नहीं बने शक्तिकान्त दास “गवर्नर ऑफ द ईयर”

    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    अब भारतीय सेना के पास होंगी अपनी सैटेलाइट

    अब भारतीय सेना के पास होंगी अपनी सैटेलाइट

    अरुणाचल की दिबांग परियोजना बैठाएगी पूर्वोत्तर के विकास और पर्यावरण में सामंजस्य

    अरुणाचल की दिबांग परियोजना बैठाएगी पूर्वोत्तर के विकास और पर्यावरण में सामंजस्य

    इंडो पैसिफिक में चीन को चुनौती देने हेतु एक हुए नौसेना के धुरंधर

    इंडो पैसिफिक में चीन को चुनौती देने हेतु एक हुए नौसेना के धुरंधर

    पावर ट्रांसमिशन भारत

    भारत के पावर ट्रांसमिशन में आयेगी क्रांति

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    चूहे बिल्ली के इस खेल में क्यों ज़ाकिर नाईक जीत रहा है?

    चूहे बिल्ली के इस खेल में क्यों ज़ाकिर नाईक जीत रहा है?

    पाकिस्तान के लिए अब कोई “इस्लामिक भाईचारा” नहीं!

    पाकिस्तान के लिए अब कोई “इस्लामिक भाईचारा” नहीं!

    3rd Highest Leader In Buddhism: दलाई लामा का एक दांव, और चीन चारों खाने चित्त

    3rd Highest Leader In Buddhism: दलाई लामा का एक दांव, और चीन चारों खाने चित्त

    CIA chief visit to Sri Lanka

    CIA chief visit to Sri Lanka: श्रीलंका में CIA? ये कौन सा “शीतयुद्ध” है?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    बीर टिकेन्द्रजीत : जिसने मणिपुर और भारत के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया

    बीर टिकेन्द्रजीत : जिसने मणिपुर और भारत के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया

    आज भी BCCI और गांगुली के लिए दुस्वप्न समान है ग्रेग चैपल की नियुक्ति

    आज भी BCCI और गांगुली के लिए दुस्वप्न समान है ग्रेग चैपल की नियुक्ति

    रघुनाथ राव

    रघुनाथ राव और माधवराव के बीच वह “महाभारत”, जिसे रोका जा सकता था

    हाँ भई, अकबर हृतिक रोशन कम, नसीरुद्दीन शाह अधिक लगते थे

    हाँ भई, अकबर हृतिक रोशन कम, नसीरुद्दीन शाह अधिक लगते थे

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    अपने हाथों से ही अपने करियर को उजाड़ दिए राजकुमार और आयुष्मान….

    अपने हाथों से ही अपने करियर को उजाड़ दिए राजकुमार और आयुष्मान….

    कंगना रनौत

    2023 में या तो कंगना रनौत वापसी करेंगी, या फिर….

    सिद्धार्थ रॉय कपूर बॉलीवुड

    सिद्धार्थ रॉय कपूर ने दिया बॉलीवुड को एक महत्वपूर्ण संदेश

    प्रियंका चोपड़ा बॉलीवुड

    प्रियंका चोपड़ा ने बॉलीवुड पर सटीक निशाना लगाया है!

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें

सत्य साईं कोई ‘बाबा’ नहीं एक औसत जादूगर थे, ये रहे उनके कर्मकांड के काले चिट्ठे

इस कड़वी सच्चाई के बारे में आपका जानना आवश्यक है!

Aniket Raj
द्वारा Aniket Raj
8 June 2022
in ज्ञान
0
सत्य साईं

Source- Google

1.5k
व्यूज़
Share on FacebookShare on Twitter

भारत ऋषि मुनियों का देश रहा है। यहां की गुरु और संत परंपरा सबसे समृद्ध रही है। किंतु, यह कलयुग है। 21वीं सदी में हमें समय-समय पर ऐसे बाबाओं से रुबरू होना पड़ता है जो न सिर्फ गुरु शिष्य परंपरा को कलंकित करते हैं ,बल्कि समाज को भी दूषित करते हैं। ऐसे ही एक बाबा थे श्री सत्य साईं। इनका असली नाम रत्नाकरम सत्यनारायण राजू है। इनका जन्म 23 नवंबर 1926 को मद्रास प्रेसीडेंसी के पुट्टापर्थी मे जन्म हुआ, जो अब आंध्र प्रदेश का हिस्सा है और 24 अप्रैल 2011 को 84 वर्ष की उम्र में इसी जगह पर उन्होंने अपने प्राण त्यागे। किंतु, अपने पूरे जीवन में उन्होंने कुछ जादू, चमत्कार, टोने-टोटके और प्रभाव के माध्यम से देव तुल्य स्थान प्राप्त कर लिया और यही उनके व्यक्तित्व की सबसे बड़ी समस्या रही। जादूगर होना कोई गलत बात नहीं है किंतु, जादू, टोने-टोटके और छोटी-मोटी हाथ की सफाई को दैवीय क्रिया बताकर स्वयं को परमेश्वर घोषित करना नितांत रूप से गलत है। वो पूजे जाने लगे और उनके भक्तों में सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर, ऐश्वर्या राय, अर्जुन राणातुंगा, सनत जयसूर्या, निर्मल चंद्र सूरी, गुंडप्पा विश्वनाथ और यहां तक कि अपने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई भी थे। किंतु, उनके इस सफर की शुरुआत कैसी हुई? आइए विस्तार से समझते हैं।

और पढ़ें: UN ने पाखंडी बाबा नित्यानंद को सनातन समुदाय का प्रतिनिधित्व करने की अनुमति कैसे दी?

बिच्छू के काटने के बाद ‘बाबा’ बन गए सत्यनारायण राजू

8 मार्च 1940 को जब वह 14 वर्ष के हुए तब पुट्टापर्थी के पास उर्वाकोंडा में अपने बड़े भाई सेशमा राजू के साथ रहते हुए उन्हें एक बिच्छू ने काट लिया। किवदंती है कि बिच्छू के काटने के बाद बाबा के व्यवहार में अचानक से परिवर्तन आया। संस्कृत भाषा का ज्ञान न होने के बावजूद वो संस्कृत बोलने लगे और शांत अवस्था में रहने लगे। चिकित्सीय जांच में पता चला कि उन्हें हिस्टीरिया नामक बीमारी हुई है। किंतु उनके माता-पिता उन्हें वापस पुट्टापर्थी के पैतृक निवास लेते गए, जहां उन्होंने अनवरत रूप से चिकित्सक पुजारी टोटका और काला जादू करने वालों से अपनी इलाज कराई।

15 दिन बाद बाबा ने अपने घर वालों को बताया कि उन्होंने चीनी को प्रसाद और फूल में परिवर्तित कर दिया, घरवालों को लगा कि उन पर किसी काले साए का प्रभाव है अतः उनके पिता ने उनको डराते धमकाते हुए मामले को जानने की कोशिश की तब रत्नाकरण सत्यनारायण राजू नामक उस लड़के ने अपना नाम साईं बाबा बताया और 14 साल की उम्र में खुद को साईं का अवतार घोषित कर दिया। यहीं से उनका नाम सत्य साईं पड़ा और चमत्कारों का दौर शुरू हो गया। 14 वर्ष की उम्र में इस बच्चे ने घर त्याग दिया। 10 वर्ष बाद जब वह 25 वर्ष के हुए तब उनकी ख्याति इतनी फैल चुकी थी कि लोगों ने उनके पैतृक गांव में उनके नाम का मंदिर तक बनवा दिया। असाध्य रोगों को ठीक करने कि उनकी ख्याति दूर-दूर तक फैल गई।

बाबा की ट्रिक

किन्तु, सच और झूठ दोनों छिपाये नहीं छिपते और इस मामले में भी यही हुआ।  दूरदर्शन पर एक अवॉर्ड सेरेमनी आ रही थी। सत्य साईं ने एक अवॉर्ड दिया। अपना हाथ हिलाया और उनके हाथ में एक माला आ गयी, अपने आप। ठीक वैसा जैसा दूरदर्शन के भगवान वाले सीरियल्स में दिखाई देता है। उन्होंने वो माला उस अवॉर्ड जीतने वाले के गले में पहना दी। सब खुश, लेकिन जब उस क्लिप को गौर से देखा जाए तो मालूम पड़ता है कि जिस व्यक्ति ने वो अवॉर्ड जीतने वाले को देने के लिए बाबा को पकड़ाया था, उसने चुपके से वो माला बाबा के हाथ में ट्रांसफर कर दी थी। बाबा के भेद खुलने लगे थे।

बाबा की एक और गजब की ट्रिक थी, हाथ से भभूत निकालने की। वो हाथ को सीधा रख हवा में हिलाते थे, हथेली सीधी और नीचे की ओर। वो गोल-गोल घुमाते थे और फिर भक्तों की हथेली में भभूत रख देते थे,  मानो हवा में से निकाला हो या स्वयं से लेकर आये हों। मालूम चला कि वो हाथ में पहली दो अंगुलियों के बीच एक चाक का छोटा सा टुकड़ा रखते थे। ये चाक ज़्यादा कठोर नहीं होती थी। ऐसी होती थी कि ज़रा सा जोर लगाने पर मसली जा सकती थी। सत्य साईं उसे ही मसलते हुए भक्त के हाथों में भभूत गिरा देते थे, भक्त लोट जाते थे, दंभ करते थे कि हजारों की भीड़ में बाबा ने उन्हें चुना। वो ये नहीं जान रहे थे कि बाबा ने उन्हें चुना तो है लेकिन आशीर्वाद देने के लिए नहीं बल्कि उल्लू बनाने के लिए।

और पढ़ें: मरघट वाले बाबा : दिल्ली में स्थित हनुमान जी का चमत्कारी मंदिर

सिडनी से आये बैंकर डि क्रेकर पांच साल तक बाबा के भक्त थे। वर्ष 2000 में द सन्डे एज में उनके बुरे अनुभव छपे, जिसमें उन्होंने बताया, “मैंने भारतीय परम्पराओं के हिसाब से ही उनके पैर छुए। उन्होंने मेरा सिर पकड़ लिया और अपनी जांघों के बीच ले गए। उन्होंने कराहने की आवाज निकाली। वही आवाज़ जिसने मेरे शक को यकीन में बदल दिया। उनकी पकड़ जैसे ही ढीली हुई, मैंने अपना सिर उठाया। बाबा ने अपने कपड़े उठाकर मुझे अपना लिंग दिखाया और कहा कि मेरी क़िस्मत अच्छी है। उन्होंने अपना कूल्हा मेरे मुंह से सटा दिया। मैंने तय किया कि मुझे इनके खिलाफ़ बोलना है। मैंने उनसे कहा कि मैं ये सब नहीं, उनका दिल चाहता हूं। बाबा ने कहा कि उनका दिल पहले ही मेरे पास है। उन्होंने अपने कपड़े ठीक किये और एक बार फिर सुनहरा मौका देने की कोशिश की। मैंने उसे ठुकरा दिया।”

स्वीडन में रहने वाले कोनी लारसन ने भी टेलिग्राफ को अपने साथ हुई बर्बरता को बताया। कोनी 21 साल तक बाबा के भक्त रहे थे। उन्होंने कहा, “बाबा ने मुझे कई बार निजी भेंट के लिए बुलाया। मुझे मालूम नहीं था कि उनके और मेरे बीच में क्या हो रहा था लेकिन जब उन्होंने कहा कि वो मेरे भगवान हैं और मेरी समस्या दूर करेंगे, तो मैंने उन पर भरोसा कर लिया। यह अजीब बात थी क्योंकि वो कभी मेरे लिंग को छू रहे थे कभी उस पर तेल लगा रहे थे और मेरा मास्टरबेट कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं ऐसा ही उनके साथ करूं। उन्होंने कई बार मेरे साथ ओरल सेक्स किया। हर बार लगता था कि उन्हें काफी मज़ा आ रहा है। जब उन्होंने मुझे अपने साथ ओरल सेक्स करने को कहा, तो मैंने इनकार कर दिया।”

बुढ़ापा, बीमारी और मृत्यु

आपको जानकर आश्चर्य होगा कि लोहे के स्टूल पर खड़ा एक छात्र फिसलकर स्टूल सहित बाबा के कुल्हे पर गिर गया, जिससे वर्ष 2003 में बाबा के कूल्हे में फ्रैक्चर हो गया। वर्ष 2004 के बाद, सत्य साईं ने व्हीलचेयर का इस्तेमाल किया और सार्वजनिक रूप से कम दिखाई देने लगे। 28 मार्च 2011 को, साईं बाबा को श्वसन संबंधी समस्याओं के बाद श्री सत्य साईं सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया। लगभग एक महीने के अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान उनकी हालत बिगड़ती गई। रविवार, 24 अप्रैल को 84 वर्ष की आयु में 7: 40 IST पर उनकी मृत्यु हो गई। हालांकि, सत्य साईं ने भविष्यवाणी की थी कि वो 96 वर्ष की आयु में मर जाएंगे और तब तक स्वस्थ रहेंगे लेकिन यह भी एक छलाव ही था।

अंतिम संस्कार और शोक

27 अप्रैल 2011 को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें दफनाया गया, जिसमें अनुमानित 500,000 लोग शामिल हुए। राजनीतिक नेताओं और प्रमुख हस्तियों में तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी, क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और केंद्रीय मंत्री एस एम कृष्णा और अंबिका सोनी शामिल थे। अपनी संवेदना व्यक्त करने वाले राजनीतिक नेताओं में तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे और दलाई लामा भी शामिल थे। कर्नाटक सरकार ने 25 और 26 अप्रैल को शोक दिवस घोषित किया और आंध्र प्रदेश ने 25, 26 और 27 अप्रैल को शोक दिवस घोषित किया।

सत्य साईं के नाम पर अनेकों स्कूल, अस्पताल और संपत्ति है। उनके नाम से बने ट्रस्ट के पास एक अनुमान के मुताबिक 1.4 ट्रिलियन संपत्ति है। सरकार ने उनके नाम पर डाक टिकट भी जारी किया है, लेकिन एक बात जो उनके व्यक्तित्व के बारे में हमें समझनी है वो ये है कि बाबा कोई दैवीय व्यक्तिव नहीं बल्कि एक तुच्छ किस्म के जादूगर थे जो छोटी-मोटी ट्रिक से अवगत थे। हालांकि, बाबा के इस ढोंग का पर्दाफाश करने के लिए मशहूर जादूगर पीसी सरकार ने कई बार उनसे मिलने की अर्जी लगाई और बार बार उन्हें मना कर दिया गया। बाद में वो बंगाल के एक उद्यमी के पुत्र के रूप उनकी मिलने की अर्जी स्वीकार कर ली गयी और बाद में उन्होंने पर्दाफाश किया कि सत्य साईं कोई संत या बाबा नहीं बल्कि एक छोटे-मोटे जादूगर थे जो लोगों को उल्लू बनाकर उनका शोषण करते थे।

और पढ़ें: भगवान जगन्नाथ साईं बाबा के चरणों में? यह दृश्य दु:खद है

Tags: सत्य साईंसाईं ट्रस्ट
शेयरट्वीटभेजिए

पिछली पोस्ट

ओडिशा के ढिंकिया गांव के लोगों ने नौटंकीबाज सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर को खदेड़ा

अगली पोस्ट

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अचानक से बौखला क्यों गईं हैं?

Aniket Raj

Aniket Raj

अधिवक्ता ( सर्वोच्च न्यायालय) हिंदी स्तंभकार (TFI Media) दक्षिणपंथी-हिन्दू-राष्ट्रवादी ।। यत: धर्मोस्ततो जय: ।।

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

  • सर्वाधिक पढ़े गए
  • टिप्पणियाँ
  • नवीनतम
“धौंसिये को औकात बता दी”, अजय देवगन ने करण जौहर की दादागिरी उतार उसे माफी मांगने पर मजबूर कर दिया

“धौंसिये को औकात बता दी”, अजय देवगन ने करण जौहर की दादागिरी उतार उसे माफी मांगने पर मजबूर कर दिया

24 June 2020
चीन, ऑस्ट्रेलिया,

‘जांच तो होकर रहेगी, चाहे जितना रो लो’, ऑस्ट्रेलिया ने ड्रैगन को उसी की भाषा में मजा चखा दिया

29 April 2020
G7

दुनिया के 7 बड़े देश एक बात पर हुए सहमत – हम सब चीन के खिलाफ हैं

18 April 2020
जापान, चीन

‘हमारी जल सीमा से तुरंत निकल लो’, East China Sea में घुसपैठ करने जा रहे चीनियों को जापानी नौसेना ने खदेड़ा

10 May 2020
रवीश कुमार

यदि रवीश कुमार मेरे सवालों का ठीक ठीक उत्तर दे दें, तो मैं लिखना छोड़ दूंगा

सरकारी बैंक

प्रिय बैंक कर्मचारियों, अपनी हड़ताल जारी रखें, PSB का निजीकरण होकर रहेगा

संदीप मिश्रा

अखबार के एक मैट्रिमोनियल कॉलम से शुरू हुई प्रेम और देश प्रेम की कहानी

संजय झा

यक्ष – संजय झा संवाद: ऐसे प्रश्न और ऐसे उत्तर जो आपको सोचने पर मजबूर कर देंगे

अब भारतीय सेना के पास होंगी अपनी सैटेलाइट

अब भारतीय सेना के पास होंगी अपनी सैटेलाइट

30 March 2023
चूहे बिल्ली के इस खेल में क्यों ज़ाकिर नाईक जीत रहा है?

चूहे बिल्ली के इस खेल में क्यों ज़ाकिर नाईक जीत रहा है?

30 March 2023
चुनाव आयोग ने घोषणा भी नहीं की और कांग्रेस और जेडीएस का पत्ता पहले ही कट

चुनाव आयोग ने घोषणा भी नहीं की और कांग्रेस और जेडीएस का पत्ता पहले ही कट

30 March 2023
अपने हाथों से ही अपने करियर को उजाड़ दिए राजकुमार और आयुष्मान….

अपने हाथों से ही अपने करियर को उजाड़ दिए राजकुमार और आयुष्मान….

30 March 2023

इस सप्ताह लोकप्रिय

अजमेर के काले सच को सामने लाएगी “द अजमेर फाइल्स”
चलचित्र

अजमेर के काले सच को सामने लाएगी “द अजमेर फाइल्स”

द्वारा Animesh Pandey
25 March 2023
Flop Bollywood Movies 2023
चलचित्र

भाड़ में जाए एजेंडा : भारतीय ऑडियंस का सख्त संदेश

द्वारा Animesh Pandey
27 March 2023
3rd Highest Leader In Buddhism: दलाई लामा का एक दांव, और चीन चारों खाने चित्त
विश्व

3rd Highest Leader In Buddhism: दलाई लामा का एक दांव, और चीन चारों खाने चित्त

द्वारा Yogesh Sharma
28 March 2023
प्रियंका चोपड़ा बॉलीवुड
चलचित्र

प्रियंका चोपड़ा ने बॉलीवुड पर सटीक निशाना लगाया है!

द्वारा Animesh Pandey
29 March 2023
Merchant meaning in hindi
मुझे हिंदी में खबर बताओ

 Merchant meaning in hindi : vilom paryayvachi and examples –

द्वारा Trending News Team
24 November 2022

©2023 TFI Media Private Limited

  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFI Official Merchandise
TFI English
TFI Global
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships

©2023 TFI Media Private Limited

Follow us on Twitter

and never miss an insightful take by the TFIPOST team

Follow @tfipost_in