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आदित्य ठाकरे के साथ हमने एक घंटा बिताया, यकीन कीजिए ‘आउटकम’ अमूल्य है

‘राजा/महाराजाओं’ की तीसरी पीढ़ी ‘धूर्त’ होती है, राहुल गांधी के मामले में भी यह सच है!

Utkarsh Upadhyay द्वारा Utkarsh Upadhyay
29 June 2022
in चर्चित, राजनीति
Aaditya Thackeray

SOURCE- TFIPOST.in

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बाप-दादा के नाम पर सरकार बन गई वरना आदित्य ठाकरे की हालत राजनीतिक परिदृश्य में चिराग पासवान से कम नहीं है। चूंकि महाराष्ट्र में शिवसेना का प्रादुर्भाव बालासाहेब ठाकरे की हिंदुत्व विचारधारा के साथ हुआ। आदित्य ठाकरे का जन्म ऐसे राजनीतिक परिवार में हुआ जहां बालासाहेब ने लाठी झेलीं, परिश्रम किया और शिवसेना को “शिवसेना” बना पाये। स्वयं उद्धव ठाकरे ने अपनी नग्न आंखों से इस संघर्ष को जीते अपने पिता बालासाहेब को देखा था, ऐसे में उद्धव को अपनी सियासी बिसात पता है कि कितने पर वो सफल होंगे और कहां वो निपट जाए। लेकिन आदित्य ठाकरे यहां नूब साबित होते हैं।

इस लेख में हम जानेंग कि कैसे महाराष्ट्र में शिवसेना की लूटिया डुबाने का पराक्रम दिखाने वाले बालासाहेब की तीसरी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व कर रहे राजकुमार आदित्य ठाकरे अब स्वप्न देखने लगे हैं ‘दिल्ली में भी सत्ता बनाएंगे’ के। जानेंगे कि कैसे वो ऐसा कर अपनी उच्चकोटी की अपरिपक्वता का प्रदर्शन जोरोंशोरों से करने लगे हैं।

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— ANI (@ANI) June 27, 2022

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