रणवीर सिंह कपड़े क्यों उतार दिए फ्लॉप फिल्मों का रिकॉर्ड बनाकर बॉलीवुड पहले से ही नंगा है

अब और कितना गिरेगा बॉलीवुड !

Ranveer Singh

Source- TFIPOST.in

बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह अपने स्टाइल के लिए जाने जाते हैं। उनका ये अतरंगी स्टाइल फैंस को काफी पसंद भी आता रहा है मगर कई बार वह इसके लिए ट्रोलर्स के निशाने पर भी आ जाते हैं। रणवीर अपने फैशन स्टाइल से खुश रहते हैं और लोगों की बातों पर ध्यान ही नहीं देते हैं। इस बार रणवीर अपने फोटोशूट से सोशल मीडिया पर छाए हुए है। रणवीर ने ऐसा फोटोशूट करवाया है जिसे देखकर हर किसी की आंखें खुली की खुली रह गई हैं। रणवीर ने एक मैगजीन के लिए बिना कपड़े पहने फोटोशूट करवाया है।

कैसे रणवीर सिंह अपनी अधीरता में उद्दंडता की सीमाएँ लांघते चले जा रहे हैं, और इसके लिए दो चार फ्लॉप की भी प्रतीक्षा नहीं कर रहे हैं। बॉलीवुड की मति ऐसी हरि गई होगी, किसी ने न सोचा होगा। एक के बाद एक सुपर फ्लॉप फिल्मों की तो मानो झड़ी सी लग गई है, और इसी में एक और कड़ी जुड़ गई है रणबीर कपूर और संजय दत्त की शमशेरा, जो पिछले 3 वर्षों से लंबित थी, परंतु लगभग 5000 स्क्रीन, सोलो रिलीज़, और आइमैक्स फॉर्मेट में प्रदर्शित होने के बाद भी बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरी, और पहले दिन मात्र 10 करोड़ से कुछ अधिक कमाई, जो YRF के ‘सम्राट पृथ्वीराज’ के प्रथम दिन के कलेक्शन से भी कहीं कम है।

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चर्चा में बने रहने के लिए और कितना गिरेगा बॉलीवुड

परंतु चर्चा में ये नहीं है। चर्चा में है बाबू रणवीर सिंह का लेटेस्ट फोटूशूट, जिसे देख आप भी सोचेंगे, आखिर क्या मजबूरी थी इस बंधु की। बंधुवर अपने विचित्र वस्त्रों के लिए हमेशा चर्चा में रहते हैं और इस बार वे चर्चा में रहे, वस्त्रहीन होने के लिए। अरे रणवीर, इसकी का आवश्यकता, दो चार फिल्में और सुपर फ्लाप हो जाने देते और लंका लग जान देते फिल्म उद्योग की और अपनी, फिर ऐसे होते, अपने ही फिल्म ‘गली बॉय’ के एक गीत को इतने गंभीरता से लेने की क्या जरूरत थी भैया? जब अब आप बैठकर दो चार मैगजीनों के अवार्डों को खरीद रहे थे, तो आपको क्या लगा था, पूरा फिल्म उद्योग और जनता आपकी दास है?

परंतु रणवीर भाईजान के वर्तमान बयानों को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हे बात से तनिक भी फर्क नहीं पड़ता, चाहे बॉलीवुड का उनके कर्मों के कारण विनाश ही क्यों न हो जाए। अभद्र भाषा से परिपूर्ण इनके साक्षात्कार में महोदय कहते हैं, “मैं लोगों की परवाह वहीं करता। मुझे क्या पहनना चाहिए और क्या नहीं इसके लिए मैं खुद उसे चुनूंगा। लोगों का काम सिर्फ बोलना है मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। इतना ही नहीं अगर मेरा मन करेगा तो मैं 1000 लोगों के समाने ऐसे फोटोशूट करा सकता हूं।”

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इसी को कहते हैं, रस्सी जल गई पर बल नहीं गया। ‘83’ बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरी, ‘जयेशभाई जोरदार’ को किसी ने पूछा तक नहीं, और फिर भी इस व्यक्ति की अकड़ जस की तस है, और यही हाल बॉलीवुड के अधिकतम कलाकारों का है, जो अभी तक नहीं समझ पा रहे हैं कि जनता का उनसे क्यों मोहभंग हो रहा हैं। पर समझा भी किसे रहे हैं, जो अपने अर्जुन रेड्डी के आगामी फिल्म पोस्टर तक से अपने फोटोशूट के लिए आइडिया कॉपी करे, उनसे क्या ही ओरिजनैलिटी की आशा करें?

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