दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कुछ समय पहले कहा था कि उन्हें सिंगापुर में 31 जुलाई और 3 अगस्त के बीच होने वाली वर्ल्डस सिटीज समिट में बुलाया गया है। जहाँ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली मॉडल के बारे में बताने वाले थे। खैर उन्होंने अभी तक कहाँ और क्या विकास किया है यह कह पाना असंभव है क्योंकि दिल्ली में चंद घंटों की बारिश आज भी बाड़ ला देती है। अगर लुटियन दिल्ली जैसे एक दो इलाकों को छोड़ दें तो बाकी की दिल्ली अव्यवस्थित घरों और सड़क किनारे झोंपड़ियों से ही भरी पड़ी है।
This is not #Varanasi & this is not #Ganga.
This is #Delhi & this is #Waterlogging on roads in just half an hour of #DelhiRainsLocation : Wazirpur, Delhi
Credit : @ Satya148Prakash pic.twitter.com/otWHBtw3Nq— Rural Urban Distress Reforms & Action (@DistressReforms) July 12, 2022
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खैर, विदेश जाने के लिए केजरीवाल जी को केंद्र सरकार की अनुमति की आवश्यकता थी जिसके लिए उन्होंने अपनी याचिका समय से दायर भी कर दी थी। लेकिन केंद्र से अभी तक उन्हें सिंगापुर में होने वाले इस इवेंट में जाने की अनुमति नहीं मिली है जिसके कारण केजरीवाल और उनकी पार्टी के नेता विपक्ष से उखड़े- उखड़े नज़र आ रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने मेयर के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए उनकी मंजूरी से इनकार कर दिया है।
उन्होंने सरकार से उन पर लगाई गई पाबंदियों को लेकर सवाल करते हुए पूछा, ‘मैं अपराधी नहीं हूं, मैं निर्वाचित मुख्यमंत्री हूं और देश का आजाद नागरिक हूं. मुझे क्यों रोका जा रहा है? सिंगापुर सरकार ने मुझे दिल्ली मॉडल पेश करने के लिए विशेष रूप से बुलाया है।’ इसके अलावा, उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे राजनीतिक कारण हैं जिन्होंने उनकी यात्रा पर रोक लगा दी है। इसके अलावा, आम आदमी पार्टी के सांसदों ने केजरीवाल की सिंगापुर यात्रा में देरी के लिए संसद में केंद्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। हालाँकि यह पहली बार नहीं है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने केंद्रीय अधिकारियों पर पहली बार कोई आरोप लगाया हो।
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साथ ही कोई केजरीवाल जी से प्रश्न करे कि वह समिट जिसमें इस समय केवल मेयर को ही बुलाया गया है उसमें राज्य के मुख्यमंत्री का क्या काम? यही प्रश्न उनसे भाजपा के सदस्य तेजिंदर सिंह बग्गा किया कि, “सिंगापुर में शिखर सम्मेलन में शामिल होने की अनुमति नहीं देने के लिए केजरीवाल केंद्र सरकार पर हमला कर रहे हैं। लेकिन शिखर सम्मलेन मेयर का है, जबकि केजरीवाल मुख्यमंत्री हैं। अगर उन्हें लगता है कि वह सिर्फ मेयर हैं तो उन्हें सार्वजनिक रूप से घोषणा करनी चाहिए।”
Kejriwal is attacking Central Govt for not giving him permission to attend summit in Singapore.
But the summit is of Mayors, Kejriwal is a Chief Minister. If he thinks he is just a Mayor he should announce publicly pic.twitter.com/tgZCKfMq5n
— Tajinder Bagga (Modi Ka Parivar) (@TajinderBagga) July 18, 2022
भाजपा सांसद परवेश वर्मा के अनुसार सिंगापुर में कार्यक्रम का केजरीवाल से कोई लेना-देना नहीं है, क्योंकि उनके पास कार्यक्रम के विषय से मेल खाने वाला कोई विभाग नहीं है। जवाब में, केजरीवाल ने टिप्पणी की कि उन्हें विशेष रूप से संबंधित देश की सरकार द्वारा दिल्ली मॉडल पेश करने और विश्व नेताओं के सामने भारत का महिमामंडन करने के लिए आमंत्रित किया गया है।
ऐसे में दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने प्रश्न उठाया कि वह केजरीवाल ही थे, जिनके पास वर्ष 2020 में दिल्ली के मेयर से मिलने का समय नहीं था, जो नगर निगमों का बकाया जारी करने की मांग को लेकर अपने आवास के बाहर बैठे थे। लेकिन आज वही केजरीवाल मेयर की बैठक में जाना चाह रहे हैं। साथ ही एक प्रश्न हमारा भी है कि ये वही केजरीवाल हैं जिन्होंने मई 2021 में कहा था कि ‘सिंगापुर से नया कोरोना स्ट्रेन’ आया है जो भारत में तीसरी लहर ला सकता है। उस समय केंद्र सरकार को इसमें हस्तक्षेप करते हुए सिंगापुर से बातचीत कर इस मामले को सुलझाना पड़ा था यह कहते हुए कि “भारत केजरीवाल के शब्दों का समर्थन नहीं करता।”
There is no truth in the assertion that there is a new COVID strain in Singapore. Phylogenetic testing has shown that the B.1.617.2 variant is the prevalent strain in many of the COVID cases, including in children, in recent weeks in Singapore.https://t.co/uz0mNPNxlE https://t.co/Vyj7gyyzvJ
— Singapore in India (@SGinIndia) May 18, 2021
https://twitter.com/Namazi_/status/1549032926486024194
जिस सिंगापुर पर केजरीवाल ने महामारी के दौरान इतना बड़ा आरोप लगा दिया था आज उन्हें उसी देश में आमंत्रित किया हो वह भी विशेष रूप से यह बात कुछ जम नहीं रही। साथ ही शायद भारत सरकार इस बात से डर रही है कि इस बार यदि केजरीवाल सिंगापुर जाकर फिर कुछ बोल आये तो दोबारा कौन स्थिति संभालेगा?
खैर, भले ही उनका सिंगापुर जाने का कितना ही मन क्यों न हो रहा हो लेकिन इस समय तो केजरीवाल मुख्यमंत्री की कुर्सी पर विराजमान हैं तो उन्हें यह समझना होगा कि इसमें मुख्यमंत्रियों को आमंत्रण नहीं है। रही बात उनके दिल्ली मॉडल विदेश में साझा करने की तो हालाँकि, अभी तक हमें उनका दिल्ली मॉडल ख़ास समझ में नहीं आया है लेकिन आशा है कि जिस मॉडल की वे बात करने के विचार से जा रहे थे वह हमें उनके मेयर बनने से पहले देखने को मिलेगा।
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