‘मेरी काली मांस खाती है’ कहने वाली महुआ मोइत्रा के TMC में गिने-चुने दिन बचे हैं

राजदीप सरदेसाई, क्या अंग्रेजी बोलने और वामपंथी लॉबी में धाक जमा लेने से कोई ‘स्टार सांसद’ बन जाता है?

Mamata Mahua

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बड़बोलेपन में इंसान की हालत धोबी के कुत्ते जैसी हो जाती है इसलिए किसी भी व्यक्ति को आवेश में शब्दों का चयन सही तरीके से करना चाहिए। आवेश में दिए गए बयानों से यह स्पष्ट हो जाता है कि बड़बोलेपन का कोई काउंटर नहीं होता है, ऐसे में कोई बचाव में नहीं आता और सब अपनी लुटिया बचाते हैं। ममता बनर्जी की चहेती और टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है। लीना मणिमेकलई की डॉक्यूमेंट्री के पोस्टर पर छिड़े विवाद पर महुआ मोइत्रा ने अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने का काम किया। उसके बाद उनकी पार्टी “टीएमसी” ने ही उनके इस बयान से किनारा कर  लिया और अंततः महुआ को न माया मिली न राम। टीएमसी से पड़ी दुत्कार के बाद अब संभवतः  महुआ मोइत्रा को टीएमसी से बाहर करने का समय आ गया है और हालिया घटनाक्रम इसकी पुष्टि भी करते दिख रहे हैं।

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जानें क्या है पूरा मामला?

दरअसल, डॉक्यूमेंट्री निर्माता लीना मणिमेकलई के हालिया डॉक्यूमेंट्री “काली” के पोस्टर ने जिस तरह विवाद को जन्म दिया था उसपर भारत में हर ओर से रोष अभिव्यक्त हो रहा था। इसी बीच ज्ञानबाहदुर बनते हुए महुआ मोइत्रा सेक्युलरिज़्म की मूरत बनकर पुनः बाहर आई और ज्ञानचक्षु बंद रखते हुए अपने मुख से अनर्गल और विवादित बोल उगल दिए। ज्ञात हो कि “काली” डॉक्यूमेंट्री के पोस्टर में मां काली को सिगरेट पीते दिखाया गया था। इसके साथ ही उनके एक हाथ में LGBTQ समुदाय का झंडा भी नजर आ रहा है।

इस विवाद पर महुआ मोइत्रा ने India Today Conclave East 2022 में अपनी राय रखी। ‘काली के कई रूप’ पर महुआ मोइत्रा ने कहा कि आप अपने भगवान को कैसे देखते हैं। अगर आप भूटान और सिक्किम जाओ तो वहां सुबह पूजा में भगवान को व्हिस्की चढ़ाई जाती है लेकिन यही आप उत्तर प्रदेश में किसी को प्रसाद में दे दो तो उसकी भावना आहत हो सकती है। देवी काली के कई रूप हैं, मेरे लिए देवी काली एक मांस खाने वाली और शराब पीने वाली देवी के रूप में है। बस इसपर एक और विवाद ने जन्म ले लिया और सोशल मीडिया पर “काली” माँ से जुड़े एक और विवाद को जगह मिल गई।

साथ ही सबसे बड़ा झटका तो महुआ तो तब लगा जब उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने आधिकारिक रूप से बयान जारी कर कहा कि पार्टी का ऐसे बयान से कोई सरोकार नहीं है। जारी किए गए बयान में कहा गया कि “महुआ मोइत्रा की देवी काली पर की गई टिप्पणी उनके निजी विचार हैं। इसका पार्टी समर्थन नहीं करती है। अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस इस तरह की टिप्पणियों की कड़ी निंदा करती है।” यह तो होना ही था क्योंकि ऐसे बयान का बचाव करना यानी अपने पैर पर खुद ही कुल्हाड़ी मारने के समान है।

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ध्यान देने वाली बात है कि इस बार महुआ मोइत्रा की टिप्पणी को लेकर काफी बवाल मचा है, उनके ऊपर कई राज्यों में FIR भी दर्ज हुई है। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ भोपाल में देवी काली पर उनके कथित विवादास्पद बयान को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई है। धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में IPC की धारा 295A के तहत महुआ पर केस दर्ज किया गया है।

पश्चिम बंगाल विधानसभा के उप नेता प्रतिपक्ष मिहिर गोस्वामी ने मां काली पर उनकी टिप्पणी और हिंदू भावनाओं को आहत करने के लिए टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। महुआ मोइत्रा के खिलाफ एक दिन में यह तीसरी शिकायत है।

एक ट्विटर उपयोगकर्ता @ramprasad_c ने लिखा कि महुआ मोइत्रा को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उनके द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार मुकदमा चलाया जाना चाहिए।

एक अन्य उपयोगकर्ता @VarunKrRana  ने कहा कि संजय राउत ने शिवसेना के साथ जो किया महुआ मोइत्रा एक दिन टीएमसी के साथ भी ऐसा ही करेंगी।

एक उपयोगकर्ता @KaIIburgism  ने कहा कि शिवलिंग का अपमान करने के बाद गटर मुंह वाली महुआ मोइत्रा ने मां काली का अपमान किया और ममता बानो ने उन्हें पार्टी से बाहर करने की बजाय बयान से दूरी बना ली।

इतना सबकुछ हो और वामपंथी लॉबी में मशहूर राजदीप सरदेसाई  कुछ न बोलें ऐसा कैसे हो सकता है। राजदीप ने ट्वीट करते हुए कहा कि अपने स्टार सांसद को डीफेंड करने के बजाय टीएमसी ने अपने मोइत्रा के बयान से दूरी बना ली है। उनके इस ट्वीट पर यूजर्स ने इनकी जमकर क्लास लगाई है और उन्हें ‘स्टार सांसद’ का मतलब भी समझा दिया है।

सोशल मीडिया पर उनके बयान पर जमकर प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। उनके खिलाफ देशभर में FIR दर्ज़ हो रहे हैं और सभी का एकमुश्त विरोध यही है कि महुआ मोइत्रा एक लोकसभा सांसद होने के बावजूद ऐसी निकृष्ट सोच रखती हैं। टीएमसी के साइडलाइन करने के बाद महुआ ने टीएमसी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को भी अनफॉलो कर दिया है। इससे पहले भी पार्टी में महुआ को लेकर कई तरह के विवाद देखने को मिल चुके हैं। खबरों की मानें तो लंबे समय से उन्हें पार्टी मीटिंग से भी दूर रखा जा रहा है। कुछ महीने पहले भरी सभा में ममता बनर्जी ने उन्हें फटकार लगाई थी जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई थी और अब महुआ ने मां काली पर ऐसा विवादित बयान देकर खुद के पैरों में कुल्हाड़ी मार ली है। ऐसे में जल्द महुआ पार्टी से या तो निकल जाएंगी या निकाल दी जाएंगी।

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