आज भारत में हिंदू सॉफ्ट टारगेट बनते चले जा रहे है। कोई भी मुंह उठाकर हिंदू देवी-देवताओं का अपमान कर देता है। परंतु जब बात किसी अन्य धर्म पर आए, तो हालात किस तरह के हो जाते है, यह हमें देश में फिलहाल देखने को मिल ही रहा है। BJP की निष्कासित प्रवक्ता नूपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद पर की गई एक टिप्पणी ने इस्लामिस्टों को इस कदर भड़का दिया कि वे देश में आतंक मचाने पर उतारू हो गए। “सर तन से जुदा” जैसे भड़काऊ और विवादत नारों की गूंज पिछले कुछ समय से लगातार सुनने को मिल रही है।
यहां तक की जो कोई भी व्यक्ति नूपुर शर्मा के बयान का समर्थन कर रहा है, वो भी इन इस्लामिस्टों के निशाने पर आ रहा है। इस्लामिस्टों द्वारा कई लोगों को लगातार जान से मारने की धमकियां दी जा रही है, कई लोगों पर जानलेवा हमले किए जा रहे है और कुछ को तो इन्होंने मौत के घाट तक उतार दिया है। आज हम आपके लिए ऐसी ही कुछ घटनाओं की सूची लेकर आए है, जिनके माध्यम से हम बताएंगे कि कैसे इन इस्लामिस्टों ने नूपुर शर्मा के बयान की आड़ में देश में आतंक मचाकर रखा हुआ है।
उदयपुर में कन्हैया लाल की मृत्यु
राजस्थान के उदयपुर में हुई कन्हैया लाल की मृत्यु का मामला तो आपको याद होगा ही। केवल नुपूर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट करने की वजह से इस्लामिस्टों द्वारा एक दर्जी को बेरहमी से गला रेंतकर मौत के घाट उतार दिया गया। कन्हैया लाल जब अपने काम में व्यस्त थे, तो यह लोग ग्राहक बनकर उनकी दुकान में पहुंचे और उनकी निर्मम हत्या कर दी। केवल इतना ही नहीं घटना को अंजाम देने के बाद कन्हैया लाल के हत्यारों द्वारा एक वीडियो तक जारी की और इसे इस्लाम के अपमान का बदला बताया गया। हत्यारों के आंखों में इस वारदात को अंजाम देने को लेकर ना तो कोई शर्मिंदगी थी और ना ही कोई पछतावा।
और पढ़ें: एजेंडावादी श्रीनिवासन जैन ने मुसलमानों द्वारा हिन्दुओं पर हमले के लिए हिन्दुओं को ठहराया दोषी
अमरावती में केमिस्ट को मार दिया
उदयपुर से पहले महाराष्ट्र के अमरावती में भी ऐसी ही दर्दनाक घटना को अंजाम दिया गया था। यहां इस्लामिस्टों ने एक 54 वर्षीय केमिस्ट को अपना निशाना बनाया और उन्हें मार दिया था। यह मामला 21 जून का है, जब रात करीब दस बजे केमिस्ट उमेश कोल्हे अपने घर जा रहे थे, तो इसी दौरान कट्टरपंथियों ने बीच रास्ते में रोककर उन पर हमला किया। उनकी जान लेने वाला कोई और नहीं बल्कि उमेश का ही एक करीबी दोस्त था। बताया जा रहा है कि उमेश कोल्हे ने जिन व्हाट्सएप ग्रुप में नूपुर शर्मा से संबंधित पोस्ट शेयर किए थे, उसमें आरोपी डॉ. यूसुफ खान भी शामिल था। युसूफ ने उस ग्रुप से स्क्रीन शॉट निकाला और उसे अपने मुस्लिम सदस्यों वाले ग्रुपों में शेयर किया। इसके बाद उनकी हत्या की साजिश रची गई।
BJP नेता प्रवीण नेटारू की हत्या
कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में बीते दिनों बीजेपी नेता प्रवीण नेट्टारू की हत्या की कुल्हाड़ी से काटकर निर्मम हत्या का मामला सामने आया था। 26 जुलाई की रात को इस घटना को अंजाम दिया गया। प्रवीण भाजपा युवा मोर्चा के जिला सचिव थे, जो एक पोल्ट्री की दुकान चलाते थे। 26 जुलाई की रात जब वो अपने घर जा रहे थे, तब ही उन पर धारदार हथियार से हमला किया गया। इस हमले में प्रवीण बुरी तरह से जख्मी हुए और उन्होंने दम तोड़ दिया। आरोपों के अनुसार प्रवीण ने कन्हैया लाल की हत्या के विरोध में सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी, जिसके चलते ही उन्हें निशाना बनाया गया।
और पढ़ें: प्रिय हिंदुओं, कब तक भागोगे? उठो, जागो और अपने हक की लड़ाई लड़ो
प्रतीक पवार पर तलवार-हॉकी स्टिक से जानलेवा हमला
इन घटनाओं को अंजाम देने के अलावा इस्लामिस्टों द्वारा कई लोगों पर जानलेवा हमले भी किए गए। ताजा मामला महाराष्ट्र के अहमदनगर से सामने आया, जहां 23 वर्षीय प्रतीक पवार पर 12 से 15 मुस्लिम युवकों ने मिलकर तलवार और हॉकी स्टिक से जानलेवा हमला किया था। घटना 4 अगस्त की बताई जा रही है। पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार प्रतीक पवार पर हमला केवल इसलिए किया गया कि क्योंकि उसने अपने वॉट्सऐप स्टेटस पर नूपुर शर्मा का समर्थन किया था। घटना में प्रतीक बुरी तरह से घायल हो गए और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
रीवा में मुकेश तिवारी पर हमला
इससे पहले ऐसे हमलों की कई और घटनाएं भी सामने आ चुकी है। इससे जुड़ा एक मामला मध्य प्रदेश के रीवा से सामने आया था, जहां मुकेश तिवारी नाम के एक व्यक्ति को कट्टरपंथियों द्वारा निशाना बनाया गया। जानकारी के अनुसार बैकुंठपुर थाना क्षेत्र में रहने वाले मुकेश तिवारी ने नुपूर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट पर कमेंट किया था। केवल इतनी ही बात के लिए उन्हें लाठी-डंडों से मारा गया। मुकेश एक निजी फाइनेंस कंपनी में काम करते थे। 23 जुलाई को ऑफिस जाते वक्त उन्हें रोककर कुछ लोगों ने उनके साथ मारपीट की। मुकेश पर हमला करने वाले लोग कोई और नहीं उनके दोस्त का ही भाई था।
बजरंग दल कार्यकर्ता पर हमला
20 जुलाई को मध्य प्रदेश में आगर से बजरंग दल के एक नेता आयुष पर हमला हुआ था। 26 साल के आयुष नाम का एक युवक अपनी बाइक से जा रहा थे, इसी दौरान कुछ लोगों ने उन्हें बीच रास्ते में रोककर उस पर औजार और चाकू से हमला किया गया। हमले में वो बुरी तरह से लहूलुहान हो गया। इस दौरान आयुष किसी तरह से अपनी जान बचाकर भागने में कामयाब हुआ। आयुष बजरंग दल का प्रखंड संयोजक है। नूपुर शर्मा की टिप्पणी के बाद उन्हें जो रेप और जान से मारने की धमकियां मिल रही थी, उसके विरोध में ही आयुष ने 16 जून को एक ज्ञापन दिया था, जिससे उनके इलाके के कट्टरपंथी भड़क उठे और उन्हें जान से मारने की कोशिश करने लगे।
नूपुर शर्मा का वीडियो देखने पर चाकुओं से गोदा
19 जुलाई को ऐसी एक घटना बिहार के सीतामढ़ी में घटी थी। अंकित झा नाम का एक युवक अपने मोबाइल फोन में नूपुर शर्मा का एक वीडियो देख रहा था। बस इतनी सी बात ने कट्टरपंथियों को इस कदर भड़का दिया कि उन्होंने चाकूओं से अंकित पर हमला करना शुरू कर दिया। जानकारी के अनुसार चार मुस्लिम युवकों द्वारा अंकित के शरीर पर चाकू से छह बार वार किया गया। आरोपों के अनुसार अंकित पर हमला करने के बाद इन युवकों द्वारा अल्लाह-हू-अकबर के नारे भी लगाए गए थे।
आरा में युवक के साथ मारपीट
बिहार के आरा जिले में से भी ऐसी घटना सामने आई। नूपुर शर्मा के समर्थन के पोस्ट करने की वजह से आरा में एक युवक को जमकर पीटा गया। जानकारी के मुताबिक एक चाय की दुकान पर 20-30 लोगों ने मिलकर युवक को लात-घूंसों से मारा गया। इस दौरान इन लोगों ने दुकान में तोड़फोड़ मचाई और दुकानदार के साथ भी मारपीट की। युवक की भी गलती यही थी कि उसने फेसबुक पर नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट किया, जिसके बाद रईस नाम के एक व्यक्ति ने उस पर अभद्र टिप्पणी की। इस पर ही विवाद काफी बढ़ गया था।
कई लोगों को जान से मारने की धमकियां भी मिली
इन हत्याओं और हमलों की घटनाओं के अलावा इस्लामिस्टों द्वारा कई लोगों को जान से मारने की धमकियां भी लगातार दी जा रही है। इससे जुड़े दो मामले गुजरात से सामने आ चुके है। नूपुर शर्मा के समर्थन में सूरत के एक व्यापारी ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट डाली थी, जिसके बाद कट्टरपंथियों द्वारा उन्हें जान से मारने की धमकी मिलने लगी। उन्हें धमकाते हुए कहा गया था- “सूरत में रहना है या जाना है, फिलहाल क्लोज कर के निकल, तेरे खून के प्यासे बैठे हैं, कहीं वहां ना आ जाएं।“ पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी की थी।
ऐसी ही एक अन्य घटना अहमदाबाद से सामने आई, जहां नूपुर शर्मा के समर्थन में एक स्टेटस लगाने पर वकील को जान से मारने की धमकियां मिलनी शुरू हो गई थी। जानकारी के अनुसार 13 जून को वकील कृपाल रावल ने नूपुर के समर्थन में एक व्हाट्सएप स्टेटस पर फोटो लगाई, परंतु इसके तुरंत बाद उन्हें धमकी भरे फोन कॉल आने शुरू हो गए। केवल तीन मिनट में उन्होंने अपना स्टेटस हटा दिया और इसके बाद वो शहर से बाहर भी चले गए थे। राजस्थान के भीलवाड़ी में एक ज्वेलर्स को भी इस्लामिस्टों द्वारा नुपूर शर्मा के सपोर्ट में एक वीडियो शेयर करने पर जान से मारने की धमकी दी गई थी।
और पढ़ें: कन्हैया लाल तेली की क्रूरतम हत्या की जिम्मेदार है राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार
यह कुछ घटनाएं है, जिनसे साफ होता है कि कैसे इस्लामिस्टों ने नूपुर शर्मा के बयान की आड़ में देश में गदर मचा रखा है और वे देश के शांतिपूर्ण माहौल को लगातार बिगाड़ने के प्रयासों में जुटे है।
TFI का समर्थन करें:
सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।