अब्दुल हो या फिर श्रीकांत त्यागी, योगी आदित्यनाथ का ‘न्याय का बुलडोजर’ भेदभाव नहीं करता

'छुटभैय्ये भाजपा नेता' श्रीकांत त्यागी को उसके किए की सजा मिल रही है, इसके मायने समझ लीजिए!

मुख्यमंत्री को चरित्रवान होना चाहिए, प्रशासन को संचालित और नियंत्रित करने के तरीके व मानदंड अलग-अलग हो सकते हैं, किंतु साहस, चरित्र, सिद्धांत और गरिमा के मानदंड हमेशा एक समान रहेंगे और एक प्रशासक का इन सभी मानवीय मूल्यों के उत्कृष्टतम मानदंडों से परिपूर्ण होना अति आवश्यक है। योगी आदित्यनाथ में ये सारे गुण कूट-कूट कर भरे पड़े हैं। यूपी की कानून व्यवस्था अन्य राज्यों के लिए मिसाल है। इसी बीच नोएडा के एक ‘छुटभैय्ये भाजपा नेता’ श्रीकांत त्यागी पर योगी प्रशासन के एक्शन ने यह सिद्ध कर दिया है कि यूपी में रहना है तो कानून के अंडर में रहना होगा, इससे फर्क नहीं पड़ता कि आप किस पार्टी, धर्म और समुदाय से हैं।

और पढ़ें: योगी बाबा का बुलडोज़र मॉडल अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भौकाल मचा रहा है

दरअसल, नोएडा में सोमवार सुबह एक हाउसिंग सोसाइटी में बुलडोजरों ने श्रीकांत त्यागी के आलीशान भूतल अपार्टमेंट के कथित अवैध हिस्सों को तोड़ दिया। यह वही श्रीकांत त्यागी है जिसे पुलिस चार दिनों से गिरफ़्तारी के लिए ढूंढ रही है पर अब भी असफल है। श्रीकांत त्यागी नोएडा के सेक्टर 93-बी में ग्रैंड ओमेक्स आवासीय सोसायटी में एक महिला को धक्का देने और गाली देने की वीडियो वायरल होने के बाद जांच के दायरे में आ गए थे। शुक्रवार को नोएडा पुलिस द्वारा श्रीकांत त्यागी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।

सोमवार तक धर-पकड़ में नाकामयाबी हासिल होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीकांत त्यागी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया और गृह विभाग से रिपोर्ट मांगी। पुलिस ने कहा कि वे त्यागी के खिलाफ गैंगस्टर अधिनियम के तहत कार्रवाई शुरू कर रहे हैं। साथ ही पुलिस ने उनके ठिकाने की जानकारी देने वाले को 25,000 रुपये देने की घोषणा भी की है। नोएडा के पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने बताया कि “हम श्रीकांत त्यागी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई कर रहे हैं और उनकी सभी अवैध संपत्ति की पहचान की जाएगी।” 

और पढ़ें: योगी मॉडल पूरे देश के लिए एक आदर्श हैं और अब कश्मीर भी इनका अनुसरण कर रहा है

बीते दिन सोमवार को ही श्रीकांत त्यागी पर बुलडोजर चला और त्यागी के अपार्टमेंट में जहां साइड और बैक पर एक्सटेंशन बनाए गए थे, इसके अलावा एक आम बेसमेंट भी बनाया गया था ताकि त्यागी सीधे अपनी कारों तक पहुंच सकें, उस निर्माण को तोड़ा गया। आपको बता दें कि फिलहाल श्रीकांत त्यागी फरार है। पुलिस उसके ठिकानों की तलाश कर रही है, उसका अंतिम लोकेशन ऋषिकेश ट्रैस किया गया है। हालांकि, इस मामले में सरकार के एक्शन ने यह तय कर दिया है कि श्रीकांत त्यागी के दिन लद गए हैं। वहीं, एक बार पुन: योगी सरकार के बुलडोज़र मॉडल ने सिद्ध कर दिया कि गुंडा तत्व इस शासन में सिर्फ़ बुलडोज़र कार्रवाई के धारक बनेंगे चाहे वो स्वघोषित भाजपा नेता ही क्यों न हों। हालांकि, भाजपा नेताओं की ओर से यह लगातार कहा जा रहा है कि श्रीकांत त्यागी का भाजपा से कोई कनेक्शन नहीं है।

हालांकि, यूपी प्रशासन द्वारा की गई यह कार्रवाई उन लोगों के मुंह पर भी करारा तमाचा के समान है जो यह कहते फिरते हैं कि योगी का बुलडोजर सिर्फ ‘मुसलमानों’ पर चलता है। ऐसे कुंठितों को यह समझना होगा कि योगी का बुलडोजर न्याय का बुलडोजर है, जो जात-पात से कहीं ऊपर है और कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों पर उसका प्रकोप पड़ना तय है। श्रीकांत त्यागी पर एक्शन के साथ ही योगी सरकार ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि सामने कोई भी हो, किसी भी समुदाय का हो, किसी भी जाति का हो, अगर उसने राज्य की कानून व्यवस्था बिगाड़ने के प्रयास किए तो योगी सरकार उसे छोड़ने वाली नहीं है।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Exit mobile version