हरभजन सिंह, नाम तो सुना ही होगा। कभी भारत के सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में से एक रहे लेकिन जब से इन्होंने आम आदमी पार्टी का दामन थामा और राज्यसभा सांसद बने हैं तब से ही इनकी चाल, ढाल, इनका व्यवहार, बातचीत, भारतीयों के प्रति इनका रवैया, सबकुछ बदल-बदल सा गया है। यानी यह असर ऐसा है कि आम आदमी पार्टी का साया पड़ते ही वह भारतीयों के प्रति पाकिस्तानियों की कुंठा को भी सार्वजनिक रूप से हंस कर टाल दे रहे हैं, जो निंदनीय ही नहीं अतिनिंदनीय है।
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रही है जो एशिया कप टूर्नामेंट में भारत-पाकिस्तान मैच से पहले स्पोर्ट्स तक यूट्यूब चैनल पर 40 मिनट के लंबे साक्षात्कार का है। साक्षात्कार भारत के हरभजन सिंह, एंकर विक्रांत गुप्ता और पाकिस्तान में समा टीवी के माध्यम से शाहिद अफरीदी के बीच था। इस साक्षात्कार में क्रिकेट के पहलुओं पर बात हो रही थी कि उसी बीच पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेट टीम कप्तान शाहिद अफरीदी ने अपनी पुरानी हरकत दोहराने का तुच्छ काम किया। बात हो रही थी क्रिकेट की पर शाहिद अफरीदी को याद आ गई पूर्व भारतीय क्रिकेटर और वर्तमान में भाजपा सांसद गौतम गंभीर की।
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अफरीदी ने उगला जहर
गंभीर का ज़िक्र करते हुए शाहिद अफरीदी ने कहा कि ‘ऐसा नहीं है कि मेरी किसी भारतीय खिलाड़ी से लड़ाई रही है। हां, कुछ मौकों पर गौतम गंभीर के साथ मेरी बहस हुई है सोशल मीडिया पर। और मुझे ऐसा लगता है कि गौतम गंभीर ऐसा कैरेक्टर है, जिसे इंडियन टीम में भी कोई पसंद नहीं करता है।’ इस बात को ठिठोली समझ हरभजन सिंह और विक्रांत गुप्ता ने ठहाके लगाकर जाने दिया, जबकि यह कोई सामान्य बात नहीं थी। यह बात मात्र एक व्यक्ति विशेष नहीं बल्कि पूर्व भारतीय खिलाडी के प्रति हमेशा से चली आ रही शाहिद अफरीदी की कुंठा थी, जिसका प्रतिकार उसी समय हरभजन को करना चाहिए था क्योंकि वहां एक भारतीय खिलाडी जिसने भारतीय टीम में कितना अहम योगदान दिया है उसकी छवि पर शाहिद अफरीदी ने कुठाराघात करने जैसा प्रयास किया था। लेकिन हरभजन ने ऐसा नहीं किया।
इसपर सोशल मीड़िया पर हरभजन सिंह को जमकर लताड़ लगाई गई। एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “धिक्कार है हरभजन सिंह पर, वह चुप रहे और हंसे जब अफरीदी ने उनके साथी भारतीय क्रिकेटर का मजाक उड़ाया। उन्हें अभी सभी भारतीयों से माफी मांगनी चाहिए।”
Shame on @harbhajan_singh, he stayed silent and laughed when Afridi mocked his fellow Indian cricketer 😡😡he should apologise to all Indians right nowhttps://t.co/gXJ2Acsqpq
— Lala (@FabulasGuy) August 28, 2022
एक यूजर ने लिखा, “AAP सांसद हरभजन सिंह ने गौतम गंभीर का मजाक उड़ाने में पाकिस्तानी शाहिद अफरीदी का पक्ष लिया, क्योंकि वह भाजपा सांसद हैं। अब यह स्पष्ट है कि आपिये, भाजपा से नफरत करने के चक्कर में भारत के खिलाफ पाकिस्तान का समर्थन भी करेंगे।”
AAP MP Harbhajan Singh took side of Pakistani Shahid Afridi in mocking Gautam Gambhir just bcz he is a BJP MP.
It's clear now that AAPiyas in their BJP-Hate will even support Pakistan against India.
— S̶c̶a̶r̶ (@4racs) August 28, 2022
एक अन्य यूजर ने लिखा, यह बहुत शर्म की बात है कि विक्रांत गुप्ता और हरभजन सिंह दोनों, शाहिद अफरीदी के बयान पर उसका प्रतिकार करने के बजाय हँस रहे थे, जब शाहिद अफरीदी एक साथी भारतीय गौतम गंभीर का मजाक उड़ा रहा था। हिम्मत है तो अफरीदी के सामने वो किसी अन्य पाकिस्तानी के लिए इसे आजमाएं !!
It’s such a shame that both @vikrantgupta73 & @harbhajan_singh instead of countering Shahid Afridi, were laughing along when he was mocking a fellow Indian @GautamGambhir. Try this with Afridi for a fellow Pakistani !! https://t.co/K9J9qgehvN
— Yo Yo Funny Singh (@moronhumor) August 29, 2022
भज्जी ने भारतीयों को ही निशाने पर ले लिया
यही नहीं, अपनी गलती मानने के बजाय हरभजन ने जनता को ही जानवर बता दिया। हरभजन ने ट्रोल का जवाब देते हुए कहा, “ये लोग सिर्फ मस्ती करना चाहते हैं और कुछ नहीं। उनका काम दूसरों के काम में समस्या पैदा करना है ताकि मैं कुछ कहूं या प्रतिक्रिया दूं।” उन्होंने आगे कहा, “मुझे गौतम और मैं कितने करीब हैं या हमारी दोस्ती कितनी अच्छी है, इस बारे में मुझे कुछ भी स्पष्ट करने की जरूरत नहीं है। ये लोग हर चीज को तूल देना चाहते हैं। इसलिए वे जो चाहें कर सकते हैं। मैं सिर्फ एक सलाह देना चाहूंगा – इंसान बनो। आप इंसानों के रूप में पैदा हुए थे, इसलिए इंसान बनो, जानवरों की तरह काम मत करो।”
अब कौन क्या है, यह भी हरभजन यदि आम आदमी पार्टी की झूठ फैक्ट्री से सीखकर बतायेंगे तो कैसे चलेगा। हरभजन का यह बदला-बदला व्यवहार ऐसे ही नहीं आया, जिस पार्टी के सरगना ही अरविंद केजरीवाल जैसे लोग हों जिन्होंने अपने ही साथी मित्रों, पार्टी के संस्थापक सदस्यों को पार्टी से बाहर करने का काम किया, उस व्यक्ति की छत्रछाया में जाकर अगर हरभजन सिंह भी बिफर गए तो यह लेशमात्र भी आश्चर्यजनक प्रतीत नहीं होता। बाकी यह तो जनता बताती कि कौन जानवर है और कौन इंसान, यदि हरभजन सिंह पीछे के दरवाज़े से न जाते हुए लोकसभा चुनाव में उतरकर जनता के सामने आकर वोट मांगते। तब पता चलता कि कौन जानवर है और कौन वोटर। इस समय जो भी हरभजन ने कहा उससे आज वो किनारा भले ही कर रहे हों पर उस कुछ क्षण की चुप्पी ने हरभजन सिंह की वर्षों की मेहनत पर पानी फेर दिया है।
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