QR Code: गहरे-हल्के रंगों की अजीब-सी भूलभूलैया आखिर काम कैसे करती है?

यहां जानिए सबकुछ !

QR CODE

Source- TFIPOST.in

आज की दौड़ती-भागती दुनिया में लोग ऑनलाइन पेमेंट करने के लिए तुरंत अपने स्मार्टफ़ोन से QR Code स्कैन करते हैं और सेकंडों में पेमेंट से मुक्त हो जाते हैं। लेकिन आपने कभी सोचा है कि आखिर ये QR Code क्या है, जो हमें आजकल हर जगह पेमेंट करने के लिए आसानी से मिल जाता है। विज्ञापनों, बिलबोर्ड्स या किसी प्रोडक्ट के ऊपर भी ये QR Code बनाया हुआ दिख जाता है। अगर हम कहें कि आज के डिजिटल युग में QR Code हमारे ज़िंदगी का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है तो यह कहना कुछ गलत नहीं होगा।

QR Code कोड क्या है

QR का संक्षिप्त रूप ‘Quick Response’ ‘क्विक रिस्पांस’ होता है। अर्थात तुरंत होने वाली प्रक्रिया। QR Code एक प्रकार का ‘टू डायमेंशन बारकोड’ होता है, जिसे मशीन के द्वारा पढ़ा जाता है। ये दिखने में ‘Square Barcode’ की तरह होता है। जिसे सबसे पहले जापान में विकसित किया गया था। QR Code की संरचना वर्गाकार होती है। इसमें सफ़ेद बैकग्राऊंड में काले बॉक्स बने रहते हैं। इसके तीन कोनों में वर्गाकार बॉक्स बने रहते हैं। इसमें आपको डॉट-डॉट का पैटर्न देखने को मिलता है।

साथ ही इसमें टाइमिंग लाइन के साथ एरर कनेक्शन ब्लॉक होते हैं। QR Code आपको टिकट, ऑनलाइन वेबसाइट, ऑनलाइन पेमेंट, गिफ्ट हैंपर्स, विजिटिंग कार्ड, कपड़ों के टैग, ऑनलाइन रिसीप्ट, सर्टिफिकेट आदि जगहों पर देखने को मिल जाते हैं। वैसे QR Code अधिकतर काले और सफ़ेद रंग के होते हैं पर इन्हें रंगीन भी बनाया जा सकता है। इसे आवश्यकतानुसार विस्तार किया जा सकता है। QR कोड के अन्दर किसी भी प्रोडक्ट की बहुत सारी जानकारियां छुपी रहती हैं।

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जापान की कंपनी ने QR Code बनाया

QR Code का अविष्कार 1994 में जापान की एक कंपनी Denso Wave Toyota Groups की कंपनी में Masahiro Hara ने किया था।
शुरुआत में QR Code को वाहनों की ट्रैकिंग के लिए बनाया गया था। लेकिन धीरे–धीरे QR Code का इस्तेमाल अन्य क्षेत्रों में भी होने लगा।
आज के समय में QR Code का इस्तेमाल व्यवसाय और निजी दोनों प्रकार के कामों के लिए अत्यधिक मात्रा में होता है।

संरचना कार्य एवं उपयोग के आधार पर QR Code को दो वर्गों में बांटा गया

1- स्टैटिक (स्थिर) QR Code- स्टैटिक QR Code का इस्तेमाल सर्वजनिक जानकारी को फैलाने के लिए किया जाता है और इसे बहुत कम बार संपादित भी किया जाता हैं। इस QR Code को पोस्टर्स, टीवी एंड, न्यूजपेपर, मैगजीन आदि में प्रकाशित किया जाता है। इस कोड का निर्माता जानकारी प्राप्त कर पाता है। जैसे- QR Code कितनी बार स्कैन किया गया, जिस डिवाईस से स्कैन हुआ है उसका OS ।

2- डायनामिक (गतिशील) QR Code- डायनामिक QR Code एक तरह का लाइव कोड होता है। जिसे समय-समय पर संपादित किया जाता है। इसे ‘यूनिक QR Code’ के नाम से भी जाना जाता है। इस कोड के निर्माता कई प्रकार की सूचना को ट्रैक कर सकते हैं। जैसे- स्कैन करने वाले का नाम, ईमेल आईडी, कितनी बार स्कैन किया, कोड में शामिल जानकारी तक पहुँच और वर्तालाप आदि।

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QR Code के कार्य

– QR Code का उपयोग आप अपने वाईफाई में कर सकते हैं जैसे आप अपने किसी भी फ्रेंड को पासवर्ड बताने की जगह उसे डायरेक्ट QR Code के जरिए कनेक्ट करवा सकते हैं।
– ग्राहक से QR Code से स्कैन करवा कर पेमेंट भी करवा सकते हैं।
– इसका उपयोग आप फेसबुक पेज के लिए भी कर सकते हैं क्योंकि इसमें फेसबुक पेज का लिंक होगा तो जब भी कोई इस कोड को स्कैन करेगा तो वह आपके फेसबुक पेज पर पहुंच जाएगा।
– वेबसाइट और विजिटिंग कार्ड के लिए भी इसका इस्तेमाल आप आसानी से कर सकते हैं।
– आप बिना नंबर लिखे एसएमएस भेज सकते हैं। इसके लिए आपको बस एसएमएस भेजने वाले का QR Code स्कैन करना पडेगा। स्कैन करते ही नंबर आ जाता हैं।

QR Code कोड के लाभ

QR Code के बहुत से लाभ हैं। इसमें बारकोड के मुकाबले 50 गुना ज्यादा डाटा स्टोर किया जा सकता है। अगर आपको यूट्यूब का कोई लिंक शेयर करना होता है तो उसको भी आप QR Code का जरिये दूसरों तक भेज सकते हैं। आपको बहुत ज्यादा लंबा टैक्स भेजने की जरूरत नहीं पड़ती जिसको आप भेज रहे हैं, उसको स्कैन करके जल्दी आपके लिंक को खोल सकता है। बारकोड को स्कैन करने के लिए डायरेक्शन भी देखना पड़ता है जबकि QR Code के लिए ऐसा कुछ नहीं करना पड़ता है। यह बारकोड के मुकाबले ज्यादा आसानी से स्कैन हो जाता है।

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QR Code से नुकसान भी हो सकता है

QR Code को पूरी तरीके से सुरक्षित नहीं कह सकते। क्योंकि कभी-कभी इससे भी ग्राहक को परेशानी का सामना करना पड़ जाता है। कभी-कभी सिक्योरिटी इशू के कारण इसमें कुछ समस्याएं आ जाती हैं। जिसके चलते बड़ी आसानी से बदला जा सकता है या यूँ कहे तो इसमें खतरनाक चीज़ें स्टोर की जा सकती है। उदहारण के लिए यदि कोई हैकर चाहे तो कोई ऐसी QR Code पर अपने किसी घातक URL को डाल सकता है और उसे किसी ऐसी जगह फिक्स कर सकता है। जहाँ बहुत ही ज्यादा ट्रैफिक आती जाती हों। इससे वो किसी के भी स्मार्टफोन में घुस सकता है। जिससे यूजर को हैकिंग का खतरा हो सकता है।

देखा जाएं तो ‘QR Code’ डिजिटल दुनिया में सबसे चर्चित हमारा हेल्पर है। जो हमें सुविधा देने के साथ हमारा महत्वूर्ण समय भी बचाता है। वैसे हर चीज के अपने फायदे होते हैं और उसी के साथ-साथ कुछ नुकसान भी होते हैं। बस ज़रूरत यह है कि हम हमेशा सतर्क रहें।

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