इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ़ यूनाइटेड किंगडम का नाम सुना है आपने? सुना ही होगा, जिसे कुछ लोग ब्रिटेन और कुछ लोग यूके कहते हैं। ब्रिटेन की स्थिति इस वक्त क्या है यह दुनिया में किसी से छिपा नहीं है। एक वक्त में जिस देश में कभी सूरज नहीं डूबता था, आज ऐसा प्रतीत होता है मानो वहां कभी सूरज निकलता ही नहीं है। ब्रिटेन, अपनी पुरानी उपलब्धियों तले ऐसे दबा हुआ है कि उसे वर्तमान दिखता ही नहीं। ब्रिटेन में इस्लामिस्टों ने आतंक मचा रखा है लेकिन वहां की सरकारों को यह नहीं दिखता। ब्रिटेन में कट्टरपंथियों ने कब्जा कर रखा है लेकिन वहां की सरकारों को यह नहीं दिखता।
ऐसा ही एक हादसा हाल ही में सामने आया, जब लंदन से करीब 160 किलोमीटर दूर लैसिस्टर नामक शहर में मुस्लिम कट्टरपंथियों ने हिंदुओं के ऊपर हमले शुरू कर दिए। पूरा मामला एक क्रिकेट मैच के साथ शुरू हुआ था। एशिया कप में भारत और पाकिस्तान का मुकाबला हुआ। भारत ने मैच में पाकिस्तान को हरा दिया। पाकिस्तान की हार से बौखलाए पाकिस्तानी मुस्लिम कट्टरपंथियों ने हिंदुओं के ऊपर हमले शुरू कर दिए। स्थिति यहां तक पहुंच गई कि हिंदुओं का बाहर निकलता तक मुश्किल हो गया। झुंड बनाकर घूमते मुस्लिक कट्टरपंथियों ने हिंदुओं के विरुद्ध नारेबाजी की, हुड़दंग मचाया लेकिन मजाल है कि वहां का प्रशासन कोई कार्ऱवाई कर दे।
स्थिति बिगड़ती चली गई। सोशल मीडिया पर कई ऐसी वीडियो वायरल होने लगी जिसमें मुस्लिम कट्टरपंथी सड़कों पर हंगामा और हिंदुओं के घरों पर हमले करते दिख रहे थे। लैसिस्टर की पुलिस पहुंच गई लेकिन कार्रवाई कुछ नहीं हुई। हद तो तब हो गई जब हजारों कट्टरपंथियों की भीड़ ने सनातन धर्म के पवित्र स्थल और भगवान के घर यानी मंदिर के चारों तरफ घेरा बना लिया और नारेबाजी करने लगे।
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मूकदर्शक बनी रही पुलिस
इस दौरान वहां पुलिसकर्मी भी मौजूद थे लेकिन कोई भी पुलिसकर्मी कार्रवाई नहीं कर रहे थे क्योंकि उन्हें ऊपर से आदेश ही नहीं होंगे। नई-नई प्रधानमंत्री बनीं लिज ट्रस अपने पुराने नेताओं की तरह इस्लामिस्टों के आगे हाथ जोड़े खड़ी रही। इस्लामिस्टों की भीड़ ने मंदिर के ऊपर लगे भगवा ध्वज को फाड़कर फेंक दिया। भगवा ध्वज के ऐसे अपमान के बाद भी पुलिस ने कुछ नहीं किया बल्कि मूक दर्शक बनी रही। लैसिस्टर की यह घटना साबित करती है कि ब्रिटेन अब ‘इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ़ ब्रिटेन’ बन गया है। ब्रिटेन में भारत के राजदूत ने हिंदुओं के ऊपर और हिंदुओं के पूजास्थलों के ऊपर ऐसे हमलों की कड़ी निंदा की है। इसके साथ ही भारतीय राजदूत ने बयान जारी कर ब्रिटेन सरकार से कार्रवाई की अपील की है। लैसिस्टर में हिंदुओं के ऊपर जो हमले हुए उसकी पीछे एक मुख्य वज़ह वहां मुस्लिमों का हिंदुओं से ज्यादा होना भी हो सकता है। आइए, जानते हैं कि लैसिस्टर की धार्मिक जनसंख्या क्या है?
ईसाई- 32.4 फीसदी
मुस्लिम- 18.6 फीसदी
हिंदू- 15.2 फीसदी
सिख- 4.4 फीसदी
यह आंकड़े इनसाइडयूके डॉट ओरजी वेबसाइट के हैं। ऐसे में अब हमारे सामने एक सवाल आता है कि क्या लैसिस्टर में हिंदुओं के ऊपर जो हमले हुए हैं, हिंदुओं के पूजा स्थल को तोड़ा गया है, भगवा ध्वज का अपमान किया गया है, इसकी सजा मुस्लिम कट्टरपंथियों को मिलेगी या फिर यह सब इसी तरह से चलता रहेगा और आने वाले वक्त में हमें ब्रिटेन के दूसरे शहरों में भी इस तरह की स्थिति देखने को मिलेगी?
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