कॉर्न फ्लार क्या है?
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे कॉर्न फ्लार (Corn flour information in Hindi) के बारें में एवं साथ ही इसे घर पर कैसे बनाया जा सकता है?, कुछ मुख्य प्रकार का भी वर्णन किया गया है, इसके लाभ एवं हानि के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें।
कॉर्न फ्लार – कॉर्न फ्लार बनाने की तो को कॉर्न स्टार्च से बनाया जाता है और इसका छिलका निकाल दिया जाता है और कॉर्न फ्लोर का रंग सफेद या हल्का पीला होता है। यह मैदे जैसा बारीक और उंगलियों पर लेने से चिकना मालूम होता है। अब बात करें मक्के के आटे की तो इसे छिलका समेद पीसा जाता है और यह पीला रंग का होता है। कॉर्न फ्लोर में बनाने के लिए सबसे पहले मक्के को पानी से २-३ बार धोले। अब एक कटोरे में मक्का और ऊपर तक पानी डालकर एक रात के लिए भिगोने रख दे। दूसरे दिन मक्का फुल चुका हूंगा तब पानी को अलग कर दें और मिक्सी जार में मक्का और थोड़ा पानी डालकर मिक्सर घुमा दे। पतली मिश्रण तैयार हो चुकी है।
अब कटोरे के ऊपर पतला कपड़ा रखें और मिक्सी वाला पतला मिश्रण को कपड़े से छान लें। कपड़े के ऊपर वाला मिश्रण को अलग कर दें और छाने हुए मिश्रण को ऐसी जगह रख दे ताकि कटोरा हिल ना सके। कुछ घंटों बाद गाढ़ा पेस्ट कटोरे के तले में जम जाएगा और पानी ऊपर रहेगा, सावधानी से पानी निथारदे।
How to make Corn flour at home in Hindi?
सबसे पहले मक्के को थोड़ा पानी में डाल दें और उसे 5-6 घंटे के लिए छोड़ दें।
फिर उसे छान लें और उसमे थोड़ा सा पानी डालकर अच्छे से पीस लें.
फिर उसे किसी बर्तन में छान लें और उसे 10 मिनट के छोड़ दें।
उसके कचड़े को किसी और बर्तन में निकाल लें.
10 मिनट बाद उसे किसी पतले कपड़े से फिर छान लें.
फिर उस पानी को 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें।
इसमें से कचरे को निकाल कर अलग रख दें।
फिर धीरे-धीरे करके पानी को गिरा दें।
फिर किसी सूखे कपड़े या टिश्यू पेपर से बचे हुए पानी को निकाल दें.
फिर इसे किसी प्लेट में निकाल लें और उसे सूखने के लिए डाल दें।
सूखने के बाद इसे मिक्सी जार में पीस लें।
हमारा कॉर्न फ्लॉर बनकर तैयार है।
इस कॉर्न फ्लोर को आप किसी शीशे के डिब्बे में रखकर तीन महीने तक इस्तेमाल कर सकते है।
Uses of Corn flour in Hindi
आपके रसोई घर में कॉर्नफ्लोर का उपयोग कटलेट, कोफ्ता या इसी तरह के कुछ डीप फ्राइड फूड बनाते समय इसे बांधने के लिए किया जाता है.
इसके अलावा जब आप कोई सॉस, स्टेव और सूप बनाते हैं, तब उसे गाढ़ा करने के लिए भी कॉर्नफ्लोर का उपयोग किया जाता है.
जब आप दूध को गाढ़ा कर कुछ बनाना चाहते हैं, किन्तु दूध पतला होने के कारण वह जल्दी गाढ़ा नहीं हो पाता हैं, तब आप उस समय दूध में थोड़ा सा कॉर्नफ्लोर घोल कर मिला सकते हैं. ऐसे करने से दूध को गाढ़ा करने में मदद मिलती हैं. इससे कई स्वादिष्ट व्यंजन जैसे आइसक्रीम आदि घर पर बनाये जा सकते हैं.
यह आमतौर पर पाउडर चीनी में एक एंटीकैकिंग एजेंट के रूप में शामिल किया जाता है. इसे अरारोट का सब्सटीट्यूट भी कहा जा सकता है.
कॉर्नस्टार्च का उपयोग बेकिंग के पहले फलों को कोट करने के लिए भी किया जा सकता है, जिससे आप उससे पाई, टार्ट और अन्य डिजर्ट बना सकते हैं. कॉर्नस्टार्च की पतली परत फलों के रस के साथ मिश्रित होती है,
Negative sides of Corn flour in Hindi
ऑर्गेनिक रूप में उगाये गये कॉर्न जिसको आटा बनाने के लिए उपयोग किया जाता है, उसमें पर्याप्त मात्रा में फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और रेसिस्टेंट स्टार्च होता है, जो शरीर के विभिन्न भागों के सुचारू रूप से संचालन करने में मददगार होता है. किन्तु अधिकतर बाजार में उपयोग किये जाने वाले कॉर्न जेनेटिकली रूप से संशोधित किये जाते हैं, और साथ ही उस पर खतरनाक कीटनाशकों के छिड़काव भी किये जाते हैं. जोकि मानव शरीर के लिए बिलकुल भी अच्छा नहीं होता है. एक शोध से पता चला हैं कि यह सभी फ्रक्टोस कॉर्न सिरप में अधिक होता हैं, जोकि कैंसर, फैटी लीवर, हाई कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज जैसी बीमारियों से जुड़े हैं.
इसे जब जेनेटिकली रूप से संशोधित किया जाता हैं, तो काफी हद तक इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों के अवशोषण की प्रक्रिया प्रभावित होती है. यह फ़ाइटिक एसिड में उच्च होता है, जो शरीर को आवश्यक पोषक तत्वों को अवशोषित करने और उसका उपयोग करने से रोकता है.
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FAQs about Corn flour in Hindi
Ques : कॉर्न फ्लोर और मक्के के आटे में क्या अंतर है?
Ans : मक्के का आटा बनाने के लिए मक्के के दानों को सुखाकर उसे पीसा जाता है. यह दरदरा होता है, जो पीले रंग का होता है. जबकि कॉर्न फ्लोर मक्के की उपरी परत को निकालकर पीसा जाता है. यह एक चिकना और सफ़ेद होता है.
Ques : मकई के आटे से क्या क्या बनाया जा सकता है?
Ans : यह आटा दरदरा होता है, इसका उपयोग पराठे, मक्के की रोटी, बाफले, ढोकले बनाने में किये जाता है. जबकि कॉर्न फ्लोर का उपयोग बिलकुल अलग होता है.
Ques : कॉर्नफ्लोर का क्या उपयोग है?
Ans : कॉर्न फ्लोर से किसी तरह की रोटी पराठे तो नहीं बनाये जाते है, लेकिन इसे कटलेट, रोल, पास्ता आदि में उपयोग किया जाता है.
Ques : कॉर्नफ्लोर में पाए जाने वाले पोषक तत्व कौन से हैं?
Ans : एनर्जी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट, फाइबर
Ques: कॉर्नफ्लोर से होने वाले नुकसान क्या हैं ?
Ans : कैंसर, फैटी लीवर, हाई कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज जैसे रोग हो सकते हैं।
आशा करते है कि कॉर्न फ्लार (Corn flour information in Hindi) से सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे ही रोचक लेख एवं देश विदेश की न्यूज़ पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े।