उज्जैन की जनता ने तय कर दिया है रणबीर और आलिया के ‘ब्रह्मास्त्र’ का भाग्य

इन बॉलीवुडियों को अब महाकाल भी नहीं बचा सकते हैं

Brahmastra

अरे भाई, शांत हो जाओ, का दिक्कत हो गई भैया, काहें इतना तमतमाए हुए हो? महाकाल के दर्शन ही तो करने आए थे वो लोग। बस, यहीं पर सारा रायता फैला दिए रणबीर कपूर ने। हमारे वृद्धजन गलत नहीं कहते थे, जब मन मस्तिष्क में ही खोट हो तो आगे का आडंबर कितना ही बचा लेंगे?

इस लेख में जानेंगे कि कैसे ब्रह्मास्त्र के प्रमुख दल के हिन्दू विरोधी बयान अब उन्हीं को काटने वापस आए हैं।

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महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए पधारे थे

हाल ही में ब्रह्मास्त्र के प्रोमोशन अभियान के समय रणबीर कपूर एवं आलिया भट्ट उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए पधारे परंतु उनसे पूर्व उनके विवाद वहां पहुंच गये, फिर क्या था उज्जैन और स्थानीय जनता ने उनका खूब विरोध किया। पुलिस सुरक्षा होने के बाद भी विरोध प्रदर्शन देखते हुए रणबीर कपूर और आलिया भट्ट पतली गली से खिसकते बने और बाद में अयान मुखर्जी समेत फिल्म के कुछ क्रू मेम्बर ही दर्शन करने में सफल हो पाए।

अब मंदिर तो सबके लिए खुला है, किसी के जाने न जाने पर कैसे कोई रोक लगा सकता है। परंतु जनता का समर्थन कर रहे हिन्दू संगठनों का कहना था कि रणबीर खुद बता चुके हैं कि उन्हें बीफ (गोमांस) पसंद है। ऐसे में बीफ खाने वालों को मंदिर में कैसे प्रवेश दिया जा रहा है, प्रशासन को जवाब देना होगा।

इस बात पर TFI के संस्थापक अतुल कुमार मिश्रा ने कटाक्ष से परिपूर्ण ट्वीट करते हुए बताया कि “उज्जैन में महाकाल के दर्शन कर अपने चलचित्र “ब्रह्मास्त्र” के लिए प्रार्थना का आडम्बर करने गए गोमांसभक्षी रणबीर कपूर और आलिया भट्ट का पहले महाकाल के पुजारियों ने मंदिर में प्रवेश वर्जित कर दिया, तदनोपरांत उज्जैनवासियों ने उन्हें ऐसा खदेड़ा कि वे सम्भवतः इंदौर जाके ही रुके होंगे।”

वैसे भी, ऐसे मौसमी हिंदुओं से जनता अब तंग आ चुकी है। कभी सनातनी रीतियों का उपहास उड़ाने वाले अक्षय कुमार जब ‘सम्राट पृथ्वीराज’ के रिलीज़ से ठीक पूर्व मंदिरों की यात्रा पर निकले, तो उन्हें लगा कि वे RRR का करिश्मा दोहराएंगे। परंतु नकल के लिए भी अक्ल चाहिए और जनता को उनका ये प्रोमोशन रणनीति तनिक भी नहीं भाया, फिल्म फ्लॉप हुई सो अलग।

ये तो कुछ भी नहीं है। निर्देशक अयान मुखर्जी का एक इंस्टा पोस्ट अब पूरे फिल्म के आधारस्तम्भ पर ही प्रश्न चिह्न लगाता है।

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जब रूमी बन गया शिवा

अयान के 2019 के इंस्टा पोस्ट के अनुसार, “रूमी, पहले वो लंबे बालों वाला रूमी था। यह छवि एक अर्ली लुक टेस्ट से थी। रूमी कहते थे, “प्यार तुम में और सब में एक पुल समान हैं”। इस आधार पर हमारे हीरो की नींव पड़ी, परंतु जल्द ही हमें नयी प्रेरणा मिली, नये विचार मिले। ड्रैगन ब्रह्मास्त्र बनी, रणबीर के बाल कटे और रूमी बन गया शिवा!”

अब जरा सोचिए कि जो कैरेक्टर शुरू से शिवा नहीं है वो शिवा के कैरेक्टर को आत्मसात कैसे करेंगा। अब जरा यह सोचिए कि फिल्म का नाम ब्रह्मास्त्र है लेकिन शुरुआत से सोच ड्रैगन की थी ऐसे में इस ब्रह्मास्त्र नाम को भला पूरी फिल्म क्या आत्मसात करेंगी।​

बॉलीवुड के सबसे बहुप्रतीक्षित प्रोजेक्ट ‘ब्रह्मास्त्र’ को प्रदर्शित होने में अब कुछ ही समय बाकी है परंतु इसके प्रोमोशन में जितना रायता फैलाया जा रहा है उसके बाद तो इस आने वाली फिल्म का भविष्य बहुत अधिक सुनहरा नहीं दिखायी पड़ता है। ऊपर से बॉयकॉट अभियान ने एक के बाद एक फिल्में फ्लॉप करवाकर इन लोगों की रातों की नींद और दिन का चैन तो उड़ा ही रखा है। ऐसे में उज्जैन की जनता ने स्पष्ट संदेश दिया है – सनातन धर्म से कोई समझौता नहीं!

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