अपना कुनबा बढ़ाने के लिए कोई इस हद तक नीचे उतर आए कि धर्म को बदनाम करने वालों का साथ देने लगे, उससे नीच सोच किसी की हो नहीं सकती है। गुजरात में विधानसभा चुनाव जीतने के लिए आम आदमी पार्टी अब अपनी संभावनाओं को बढ़ाने और मतदाताओं के सामने एक मजबूत माहौल बनाने की कोशिश कर रही है। इसमें कोई हर्ज़ नहीं है, यह तो हर राजनीतिक पार्टी का अधिकार है। वहीं उस माहौल को भुनाने के लिए जब कोई पार्टी एजेंडाधारियों के सामने घुटने टेक दे तो पता चलता है कि कुछ राजनीतिक दल राजनीति नहीं बल्कि प्रपंचनीति के साथ चुनाव लड़ने की कोशिश करते हैं। उन्हीं में से एक है, आम आदमी पार्टी जो अब एजेंडाधारी Youtubers के दम पर गुजरात चुनाव जीतने का प्लान बना रही थी। लेकिन गुजरात में भाजपा को परेशान करने के लिए केजरीवाल का “YouTube” फॉर्मूला उन्हीं पर प्रहार बनकर वापस आ रहा है।
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आप ने Youtuber के सहारे गुजरात का रुख किया है
दरअसल, आम आदमी पार्टी ने पंजाब जीतने के बाद अपनी आस्तीन ऊपर करते हुए गुजरात का रुख किया है। उसका मानना है कि पीएम मोदी का गृह राज्य कब्जाने के बाद एक ही नेता है जो पीएम मोदी को चुनौती दे सकता है और वो हैं, दिल्ली के कथित मालिक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल। यही केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी अब मतदाताओं के बीच अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए Youtubers का सहारा ले रही है। ये कोई आम Youtubers नहीं हैं, इनके रक्त में ही एजेंडा उन्मूलन भरा पड़ा है। इन Youtubers का समुदाय विशेष से संबंध तो है ही पर इनका ध्येय ही झूठ परोसकर हिन्दू टैग का इस्तेमाल करके अपने व्यूज़ कमाने का रहा है। ऐसे में आम आदमी पार्टी ने अपनी बढ़त बनाने के लिए ऐसे Youtubers का सहारा लिया है पर अब एक-एक की पोल खुल गयी है।
एक ट्विटर उपयोगकर्ता विजय पटेल ने आम आदमी पार्टी पर गुजरात चुनाव के लिए कुछ मुस्लिम YouTubers को काम पर रखने का आरोप लगाते हुए एक ट्विटर थ्रेड साझा किया।
Biggest Expose on AAP PR in Gujarat
Arvind Kejriwal has hired a few Muslim YouTubers for the Gujarat election.
They have started to take pre-planned opinions of Muslim volunteers of AAP
Let me show you proofs 👇
Thread
— Vijay Patel🇮🇳 (@vijaygajera) September 16, 2022
नेटिज़न्स आरोप लगा रहे हैं कि ऐसे YouTubers एक समान स्क्रिप्ट का इस्तेमाल तो कर ही रहे हैं और तो और AAP के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर एक ही राय को उन्हीं चंद व्यक्तियों के माध्यम से प्रसारित कर रहे हैं। ऐसे तमाम दावों और आरोपों में ट्विटर यूजर्स दो YouTube चैनल पब्लिक रिएक्शन बैंक (पीआरबी) और डेली हिंद का नाम मुखरता से ले रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि ये मुस्लिम Youtubers “आप” के कहने पर उन्हीं की बोली बोल रहे हैं। आरोप लगाया जा रहा है कि इन दोनों YouTube चैनलों ने जानबूझकर इस बात को छुपाया कि ये मुस्लिम Youtubers चैनल के मालिक हैं। और सबसे बड़ी बात यह है कि इनके चैनल के कई वीडियो इसी शीर्षक के साथ होते हैं कि, “गुजरात चुनाव हार रही बीजेपी? हिन्दुओं ने मारी पलटी !” एक अन्य शीर्षक ऐसा है कि, “हिन्दू किसे देंगे वोट?”
For example, these two YouTube channels are owned by Muslim YouTubers, but they don't reveal their names in the video.
You know why! pic.twitter.com/Iihxmp1R2K— Darshan Gor (Modi Ka Parivar) 🇮🇳 (@DarshanGor22) September 16, 2022
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गुजराती मतदाताओं को बरगलाने का प्रयास है
यह उन चैनलों के शीर्षक हैं जिनका मालिक और कोई नहीं ज़ाहिद जैसे लोग हैं। इन्हीं की वीडियो आम आदमी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट की जाती हैं कि “गुजरात की जनता क्यों बोली,परिवर्तन चाहिए?” इन सभी वीडियो में दो चीज़ें एक समान हैं, पहली स्क्रिप्ट और दूसरी वो लोग जिनकी राय इन चैनलों पर आम जनता की राय कहकर प्रस्तुत की जा रही है। असल में इनमें अधिकांश या तो आम आदमी पार्टी के नेता या कार्यकर्ता हैं या पैड वक्ता हैं जो जहां इन चैनलों का कैमरा जाता है, वहां अचानक से अवतरित हो जाते हैं और शुरू कर देते हैं कि “गुजरात मांगे परिवर्तन, इक मौका केजरीवाल नू!”
BJP के 27 साल के कुशासन और Congress के नेताओं के लगातार बिकने के बाद-
Gujarat की जनता के लिए "AAP" ही विकल्प है
सुनिए— pic.twitter.com/oU9RoXk0Vl
— AAP (@AamAadmiParty) September 15, 2022
Gujarat की जनता को विश्वास है-
जन नेता @ArvindKejriwal ही उनकी हर समस्या का समाधान करेंगे। 💯 pic.twitter.com/sGglbGtMnf
— AAP (@AamAadmiParty) September 15, 2022
ऐसे सभी YouTube वीडियो में, “आप” को गुजराती मतदाताओं के लिए एकमात्र तारणहार के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। दावा किया जाता है कि जनता लगभग 27 वर्षों से राज्य पर शासन कर रही भाजपा को जड़ से उखाड़ फेंकना चाहती है। लोगों को झूठ परोसकर अपना उल्लू सीधा करने के लिए अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी बरगलाने के हज़ार प्रपंच रच रही है पर जनता को जब से इन तथ्यों के बारे में पता चलने लगा है वो आगाह हो गयी है कि राजनीतिक महत्वकांक्षाओं और केजरीवाल का चोली-दामन का साथ है और वो उसकी पूर्ति के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। चाहे, वो वही YouTube क्यों न हो जहां द कश्मीर फाइल्स को फ्री में डालने की बात के साथ केजरीवाल ने उस नरसंहार के पीडितों का मज़ाक बनाया था।
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