प्रस्तुत लेख रामायण एवं महाभारत से सबंधित एक संक्षिप्त निबंध (Ramayan and Mahabharat short Essay in Hindi) है जो कक्षा 5 से 8 तक के विद्यार्थियों को ध्यान में रख कर लिखा गया है.
Ramayan and Mahabharat short Essay in Hindi
रामायण- वाल्मीकि द्वारा रचित संस्कृत महाकाव्य है जिसमें प्रभुश्री राम की गाथा है. महर्षि वाल्मीकि को ‘आदिकवि’ भी कहा जाता है.वे लव और कुश के गुरु भी थे. जिसे तुलसी दस जी ने हिंदी में प्रभु श्री राम चरित मानस के रूप में अनुवाद किया हैं. भगवान प्रभु श्री राम दशरथ और कौशल्या के पुत्र के रूप में जन्म लिया था. ऐसी मान्यता है कि राजा दशरथ ही कृष्ण अवतार के समय वासुदेव और कौशल्या देवकी बने थे.
भरत, राजा दशरथ के दूसरे पुत्र थे, उनकी माता कैकयी थी. वे प्रभु श्री राम के भाई थे, उनके अन्य भाई थे लक्ष्मण और शत्रुघ्न. परम्परा के अनुसार प्रभु श्री राम, जो की राजा दशरथ के सबसे बड़े पुत्र थे. प्रभु श्री राम के 3 भाई थे, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न लेकिन बहुत कम लोग जानते कि भगवान प्रभु श्री राम की एक बहन भी थी जिनका नाम शांता था (कई विद्वान् इस तर्क का समर्थन करते है एवं कई खंडन) प्रभु श्री राम की पत्नी का नाम सीता था.
प्रभु श्री राम- श्री राम अयोध्या के राजा दशरथ और रानी कौशल्या के सबसे बड़े पुत्र थे. लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न. इनके तीन भाई थे हनुमान प्रभु श्री राम के सबसे बड़े भक्त माने जाते हैं.प्रभुश्री राम को शास्त्रों में भगवान विष्णु का अवतार बताया गया है.कर्तव्यनिष्ठा के कारण वह मर्याद पुरषोत्तम कहलाए. लव और कुश प्रभु श्री राम तथा सीता के पुत्र थे.
महाभारत- महाभारत भारत का एक प्रमुख काव्य ग्रंथ है, जो स्मृति के इतिहास वर्ग में आता है.
महाभारत के मुख्य पात्र हैं. पाण्डव पाँच भाई थे – युधिष्ठिर, भीमसेन, अर्जुन, नकुल तथा सहदेव.जो कुंती के पुत्र थे. वहीं, कौरव 100 भाई थे जो गांधारी और
धृतराष्ट्र के पुत्र थे. उसे ही महाभारत का नाम दिया गया था कि पांडव और कौरवों के बीच जो लड़ाई हुई थी यह कथा सुर्यपुत्र कर्ण अथवा उनके भाईयो पर केन्द्रित है
कथा का आरंभ कर्ण के जन्म से होता है कुंती महाभारत का सबसे बड़ी महिला किरदार रहीं. वे एक शक्तिशाली महिला बनकर हस्तिनापुर में प्रवेश करती हैं, कुंती और माद्री दोनों पांडु की पत्नियां थीं. यदि पांडु को शाप नहीं लगता तो उनका कोई पुत्र होता, जो गद्दी पर बैठता, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. मार्गशीर्ष शुक्ल 14 को महाभारत युद्ध प्रारम्भ हुआ था जो लगातार 18 दिनों तक चला था. युद्ध के पहले दिन पांडव पक्ष को भारी हानि हुई थी.
विराट नरेश के पुत्र उत्तर और श्वेत को शल्य और भीष्म ने मार दिया था. महारथी अर्जुन के गुरु का नाम द्रोणाचार्य था तथा संपूर्ण कौरव तथा पांडव वह का के गुरु द्रोणाचार्य ही थे. अर्जुन ने श्रीकृष्ण की बहन ‘सुभद्रा’ से विवाह किया, जिससे उन्हें वीर पुत्र ‘अभिमन्यु था.
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Great teachings from Ramayan and Mahabharat
रामायण की सबसे बड़ी सीख है कि बुराई पर हमेशा अच्छाई की ही जीत होती है.
धर्म एवं सत्य में अस्था न रखने वाले और सज्जन या ज्ञानी लोगों का मजाक उठाने वाले लोगों का विनाश जल्दी ही हो जाता है.
मोह या लालच से मनुष्य को मृत्यु और सत्य से लंबी आयु और सुखी जीवन मिलता है.
जिस काम को करने के पुण्य की प्राप्ति हो या दूसरों का भला हो, उसे करने में देर नहीं करनी
सभी लोगों के साथ एक सा व्यवहार करने वाला और दूसरे के प्रति मन में दया और प्रेम की भावना रखने वाला मनुष्य जीवन में सभी सुख पाता है.
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