Visheshan ke kitne bhed hote hain? सभी भेद का वर्णन

Visheshan ke kitne bhed hote hain?

Visheshan ke kitne bhed hote hain?

दोस्तों आज हम बात करेंगे, विशेषण के कितने भेद (Visheshan ke kitne bhed hote hain) होते है? और विशेषण के कितने प्रकार होते है? विशेषण के प्रकार की सारी जानकारी उदहारण सहित आपको देंगे।इसलिए अंत तक इस लेख को ज़रूर पढ़े।

विशेषण किसे कहते हैं? Visheshan kise kahete hain?

जो संख्या या सर्वनाम की विशेषता बताता है उन शब्दों को विशेषण कहा जाता हैं।
जैसे हरा करेला तो इसमें विशेषण है, हरा, और कोई सुंदर लड़की है, तो इसमें सुंदर हमारा विशेषण हैं

Visheshan ke kitne bhed hote hain?

सामान्य रूप से विशेषण के चार प्रकार होते हैं। विशेषण के चारो भेद इस प्रकार हैं :-

1.गुणवाचक विशेषण
2. परिमाणवाचक विशेषण
3. संख्यावाचक विशेषण और
4. सार्वनामिक विशेषण

Visheshan ke kitne bhed hote hain – Praibhasha evm Udaharan

1. गुणवाचक विशेषण

जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम के गुण, दोष, दशा, भाव, रंग, आकार, समय, स्थान आदि की विशेषता का बोध कराते हैं, उन्हें गुणवाचक विशेषण कहा जाता हैं।
उदाहरण-

1. यह आम मीठा है। अब आम की क्या विशेषता बताई जा रही है कि आम कैसा है? आम मीठा है तो यहाँ मीठा जो है, ये हमारा गुणवाचक विशेषण हुआ।
2.भारत आजाद है।इस वाक्य में ‘आजाद’ शब्द भारत की एक विशेषता को बता रहा है, इसलिए इस वाक्य में ‘आजाद’ शब्द विशेषण है।

2. परिमाणवाचक विशेषण :

वह शब्द जो किसी संज्ञा या सर्वनाम की मात्रा, नापतोल आदि का बोध कराएं उन्हें परिमाणवाचक विशेषण कहा जाता है।

उदाहरण

1. माँ ने दो दर्जन केले खरीदे। यही दो दर्जन परिमाणवाचक है। क्योंकि केलो को हम नाप सकते है।इसको नापने से हमें इसकी मात्रा पता चली। नाप में हमे पता चला की दो दर्जन है। इसलिए दो दर्जन यहाँ पर परिमाणवाचक विशेषण कहलाएगा।

2.मोहित चार किलो सेव लाया.इस वाक्य में ‘चार किलो’ शब्द सेव की एक निश्चित मात्रा का बोध करा रहा है, इसलिए इस वाक्य में ‘चार किलो’ परिमाणवाचक विशेषण है।

परिमाणवाचक विशेषण के प्रकार

1.निश्चित परिमाणवाचक विशेषण
2.अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण

निश्चित परिमाणवाचक विशेषण –

जैसा की इसके नाम से ज्ञात हो रहा है कि इसमें जितनी मात्रा होती है ,जितना नापतोल होता है।वो कितना है उसकी मात्रा हमें पता रहती है।

उदहारण

1.एक किलो चीनी अर्थात चीनी एक किलो है। हमें उसकी मात्रा ज्ञात है, कि चीनी कितनी है। अत: यह निश्चित परिमाण वाचक कहलाता है।
2.पचास रुपए की गाड़ी।इस वाक्य में ‘पचास’ शब्द रंग की एक निश्चित मात्रा का बोध करा रहा है, इसलिए इस वाक्य में ‘पचास’ निश्चित परिमाणवाचक विशेषण है।

अनिश्चित परिणाम वाचक-

अनिश्चित परिणाम वाचक में हमें निश्चित मात्रा या नाप तोल ज्ञात नहीं होता।

उदाहरण

अनिश्चित परिणाम वाचक में दूध कितना है? तो दूध कितना है? हमें उसकी मात्रा नहीं पता, की दूध कितना है। बस हमें इतना पता है कि थोड़ा है तो इसीलिए यह अनिश्चित परिणाम वाचक कहलाता है।

2.मुझे थोड़ी देर लगेगी।इस वाक्य में ‘थोड़ी’ शब्द रंग की अनिश्चित मात्रा का बोध करा रहा है, इसलिए इस वाक्य में ‘थोड़ी’ अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण है।

3.संख्यावाचक विशेषण

वह शब्द जो किसी संज्ञा या सर्वनाम की संख्या का बोध कराते हैं, उन्हें संख्यावाचक विशेषण कहा जाता है।

उदाहरण

1.कक्षा में 40 छात्र हैं। 40 जो है हमे संख्या बता रहा है, कि कितने बच्चे है, तो ये संख्यावाचक विशेषण कहलाएगा।
2. मैं कक्षा पांचवी में पढ़ता हूं।इस वाक्य में ‘पांचवी’ शब्द एक संख्या का बोध करा रहा है, इसलिए इस वाक्य में ‘पांचवी’ संख्यावाचक विशेषण है।

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संख्यावाचक के कौन कौन से प्रकार होते हैं?

1. निश्चित संख्यावाचक
2. अनिश्चित संख्यावाचक

निश्चित संख्यावाचक:

जैसा की इसके नाम से ज्ञात हो रहा है कि इसमें संख्या फिक्स होती है।अर्थात जिसमें एक निश्चित संख्या का बोध होता है।

उदाहरण

1.”तीन पुस्तकें” हैं, तो हमें पुस्तक बारे में पता है, कि वो कितनी है, तीन है, तो यह निश्चित संख्यावाचक है।
2. दस लाख इस वाक्य में ‘दस’ शब्द लाख की एक निश्चित मात्रा का बोध करा रहा है, इसलिए इस वाक्य में ‘दस’ निश्चित संख्यावाचक विशेषण है।

2. अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण

जिनकी एक निश्चित संख्या नहीं होती वह अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण होते हैं।

उदाहरण

1.”बहुत लोग” अब यहाँ पर हमे पता नहीं है कि कितने लोग है, मतलब अनिश्चित है। वैसे ही संख्या निश्चित नहीं है तो इसे अनिश्चित संख्यावाचक कहलायेगा।
2. कई लाख इस वाक्य में ‘कई’ शब्द लाख की एक निश्चित मात्रा का बोध करा रहा है, इसलिए इस वाक्य में ‘कई’ अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण है।

4. सर्वनामिक/संकेतवाचक विशेषण

वह सर्वनाम शब्द जो किसी संज्ञा के पहले जुड़कर उसकी तरफ संकेत करते हैं,उन्हें सार्वनामिक विशेषण कहा जाता है।

उदाहरण-

1. इस पुस्तक को अवश्य पढ़ो। यहाँ पुस्तक जो है हमारा संज्ञा शब्द है और उससे पहले जो सर्वनाम आया है, वह है ”इस” सर्वनाम। तो इस तरह ये ”इस” शब्द हमारा सार्वनामिक विशेषण कहलाएगा।

2. मेरी साइकिल कहा है।इस वाक्य में ‘मेरी’ शब्द साइकिल(संज्ञा शब्द) की ओर संकेत कर रहा है, इसलिए इस वाक्य में ‘मेरी’ सर्वनामिक/संकेतवाचक विशेषण है।

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